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SPECIAL: 4 बार के MLA और मंत्री अमरजीत 17 सालों में भी नहीं बनवा सके अपने विधानसभा क्षेत्र की सड़क

अंबिकापुर में NH-43 की सड़क 17 साल बाद भी नहीं बन पाई है, जबकि पिछले डेढ़ साल से यहां के विधायक अमरजीत भगत छत्तीसगढ़ शासन में मंत्री पद पर हैं.

road of nh43 could not be completed even in 17 years
17 साल में भी नहीं बन सकी NH-43 की सड़क
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Published : Jun 27, 2020, 11:09 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: अंबिकापुर जिला मुख्यालय से सीतापुर विधानसभा तक सड़क के रास्ते पहुंचना आसान नहीं है. अंबिकापुर से रायगढ़ को जोड़ने वाली NH-43 की सड़क 17 सालों बाद भी नहीं बन सकी है. जिससे यहां से गुजरने वाले राहगीरों को अपनी जान जोखिम में डालकर यहां से गुजरना पड़ता है.

मंत्री अमरजीत भगत यहां से 4 बार के विधायक

इस सड़क का दुर्भाग्य ऐसा है कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद बनी इस सड़क का निर्माण दोबारा नहीं हो सका, जबकि यहां से 4 बार विधायक रहे सरकार के मंत्री अमरजीत भगत खुद विपक्ष में रहते हुए NH पर लेटकर आंदोलन तक कर चुके हैं. लेकिन समस्या का समाधान ना तब हुआ और ना अब हो सका है. लिहाजा अंबिकापुर से बतौली, सीतापुर, पत्थलगांव और रायगढ़ आने-जाने वाले लोगों की जान आफत में रहती है.

17 साल में भी नहीं बन सकी NH-43 की सड़क

अमरजीत भगत ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा-आंख मूंदकर सरकार बढ़ा रही पेट्रोल-डीजल की कीमत

2018 में प्रमुख चुनावी मुद्दा थी ये सड़क

दरअसल 2003 में इस क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर अमरजीत भगत विधायक बने, लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी और डॉक्टर रमन सिंह मुख्यमंत्री बने. बतौर विपक्ष के विधायक अमरजीत भगत ने इस सड़क के निर्माण के लिए कई प्रयास किए. बात नहीं बनी तो कई बार उग्र आंदोलन करते हुए NH-43 पर लेटकर भी प्रदर्शन किया, लेकिन सड़क नहीं बनी. इसी तरह 15 साल बीत गए और 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन बीजेपी सरकार ने सड़क का टेंडर जारी कर निर्माण शुरू कराया, लेकिन निर्माण कंपनी ने सड़क का और बुरा हाल कर दिया. सड़क निर्माण कंपनी पुरानी सड़क खोदकर बीच में ही काम अधूरा छोड़कर नदारद हो गई. इससे स्थिति और भी भयावह हो गई. जिसके बाद सरगुजा की ये सड़क प्रमुख चुनावी मुद्दा बन चुकी थी, लिहाजा तत्कालीन सरकार ने आनन-फानन में नया टेंडर दूसरी कंपनी को दिया पर स्थिति नहीं बदली.

road of nh43 could not be completed even in 17 years
17 साल में भी नहीं बन सकी nh43 की सड़क
road of nh43 could not be completed even in 17 years
17 साल में भी नहीं बन सकी NH-43 की सड़क

घोघरी बगान नाले पर बना ब्रिज हुआ जर्जर, ग्रामीण कर रहे मरम्मत

अमरजीत भगत के मंत्री बनने के डेढ़ साल बाद भी नहीं बनी सड़क

सवाल ये है कि सड़क के निर्माण के लिए गंभीर रहे विधायक अब सत्ता में हैं और मंत्री भी हैं, लेकिन इसके बाद भी सड़क की दुर्दशा जस की तस बनी हुई है. बारिश में कीचड़ और गड्ढों में लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. यहां घंटों लंबा जाम लगा रहता है, हालांकि अब सरकार ने तीसरी कंपनी को ठेका दिया है. मंत्री अमरजीत भगत को पूरी उम्मीद है कि ये कंपनी सड़क निर्माण का काम जरूर पूरा करेगी और सालभर में ये सड़क बनकर तैयार हो जाएगी.

road of nh43 could not be completed even in 17 years
17 साल में भी नहीं बन सकी nh43 की सड़क
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17 साल में भी नहीं बन सकी nh43 की सड़क

सरगुजा: अंबिकापुर जिला मुख्यालय से सीतापुर विधानसभा तक सड़क के रास्ते पहुंचना आसान नहीं है. अंबिकापुर से रायगढ़ को जोड़ने वाली NH-43 की सड़क 17 सालों बाद भी नहीं बन सकी है. जिससे यहां से गुजरने वाले राहगीरों को अपनी जान जोखिम में डालकर यहां से गुजरना पड़ता है.

मंत्री अमरजीत भगत यहां से 4 बार के विधायक

इस सड़क का दुर्भाग्य ऐसा है कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद बनी इस सड़क का निर्माण दोबारा नहीं हो सका, जबकि यहां से 4 बार विधायक रहे सरकार के मंत्री अमरजीत भगत खुद विपक्ष में रहते हुए NH पर लेटकर आंदोलन तक कर चुके हैं. लेकिन समस्या का समाधान ना तब हुआ और ना अब हो सका है. लिहाजा अंबिकापुर से बतौली, सीतापुर, पत्थलगांव और रायगढ़ आने-जाने वाले लोगों की जान आफत में रहती है.

17 साल में भी नहीं बन सकी NH-43 की सड़क

अमरजीत भगत ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा-आंख मूंदकर सरकार बढ़ा रही पेट्रोल-डीजल की कीमत

2018 में प्रमुख चुनावी मुद्दा थी ये सड़क

दरअसल 2003 में इस क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर अमरजीत भगत विधायक बने, लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी और डॉक्टर रमन सिंह मुख्यमंत्री बने. बतौर विपक्ष के विधायक अमरजीत भगत ने इस सड़क के निर्माण के लिए कई प्रयास किए. बात नहीं बनी तो कई बार उग्र आंदोलन करते हुए NH-43 पर लेटकर भी प्रदर्शन किया, लेकिन सड़क नहीं बनी. इसी तरह 15 साल बीत गए और 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन बीजेपी सरकार ने सड़क का टेंडर जारी कर निर्माण शुरू कराया, लेकिन निर्माण कंपनी ने सड़क का और बुरा हाल कर दिया. सड़क निर्माण कंपनी पुरानी सड़क खोदकर बीच में ही काम अधूरा छोड़कर नदारद हो गई. इससे स्थिति और भी भयावह हो गई. जिसके बाद सरगुजा की ये सड़क प्रमुख चुनावी मुद्दा बन चुकी थी, लिहाजा तत्कालीन सरकार ने आनन-फानन में नया टेंडर दूसरी कंपनी को दिया पर स्थिति नहीं बदली.

road of nh43 could not be completed even in 17 years
17 साल में भी नहीं बन सकी nh43 की सड़क
road of nh43 could not be completed even in 17 years
17 साल में भी नहीं बन सकी NH-43 की सड़क

घोघरी बगान नाले पर बना ब्रिज हुआ जर्जर, ग्रामीण कर रहे मरम्मत

अमरजीत भगत के मंत्री बनने के डेढ़ साल बाद भी नहीं बनी सड़क

सवाल ये है कि सड़क के निर्माण के लिए गंभीर रहे विधायक अब सत्ता में हैं और मंत्री भी हैं, लेकिन इसके बाद भी सड़क की दुर्दशा जस की तस बनी हुई है. बारिश में कीचड़ और गड्ढों में लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. यहां घंटों लंबा जाम लगा रहता है, हालांकि अब सरकार ने तीसरी कंपनी को ठेका दिया है. मंत्री अमरजीत भगत को पूरी उम्मीद है कि ये कंपनी सड़क निर्माण का काम जरूर पूरा करेगी और सालभर में ये सड़क बनकर तैयार हो जाएगी.

road of nh43 could not be completed even in 17 years
17 साल में भी नहीं बन सकी nh43 की सड़क
road of nh43 could not be completed even in 17 years
17 साल में भी नहीं बन सकी nh43 की सड़क
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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