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कुमार विश्वास ने किया ट्वीट, लिखा- 'किसानों को केवल फिल्मों में देखने वाले भी राजनीतिक तप्सरा कर रहे' - लखीमपुर खीरी हिंसा

हाल ही में प्रख्यात कवि कुमार विश्वास ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को जोड़ते हुए एक ट्वीट किया है. कुमार विश्वास का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

कुमार विश्वास
कुमार विश्वास
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Published : Oct 10, 2021, 4:38 PM IST

Updated : Oct 10, 2021, 6:42 PM IST

हैदराबाद: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विपक्ष के लगातार दबाव के चलते किसान हत्याकांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वही, इस मामले पर टीवी चैनलों पर खूब बहस देखने को मिल रही है. कुछ लोग किसानों की राजनीतिक समझ पर सवाल उठाते नज़र आए हैं. जिसे लेकर प्रख्यात कवि कुमार विश्वास ने तंज कसा है.

कुमार विश्वास ने अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया. इस दौरान उन्होंने लिखा, जो लोग शहरों में रहते हैं और किसानों को जानते तक नहीं वो किसानों की राजनीतिक समझ को लेकर चैनलों पर ज्ञान दे रहे हैं. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'नोएडा-गुड़गांव के अपार्टमेंट में 20वें फ़्लोर पर रहने वाले वे ज्ञानी रिसर्चिए जिनके मोबाइल में गांवों में किसानी करने वाले 10 लोगों के नंबर तक नहीं हैं और जिन्होंने किसान-खेत-गांव केवल मुम्बईया फ़िल्मों में देखे हैं, चैनल-चैनल किसानों की राजनैतिक अल्पज्ञता पर तप्सरा कर रहे हैं।'

कुमार विश्वास ने किया ट्वीट
कुमार विश्वास ने किया ट्वीट

वही, उनके इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स अपने राय दे रहे हैं. राजेश कुमार नाम के एक यूजर ने तंज़ किया, 'जब एक चाय बेचने वाला एआईआईएमएस और आईआईटी में जाकर इंजीनियरिंग और मेडिकल पर लेक्चर दे सकता है. जब नीति आयोग बिना किसी खेत में गए कृषि के लिए योजनाएं बना सकता है तो फिर किसी अपार्टमेंट में रहने वाला देश के किसानों की बात क्यों नहीं कर सकता. उसकी थाली का भोजन तो किसान ही उपजाता है।'

यूजर ने दिया जवाब
यूजर ने दिया जवाब

सुभाष चौधरी नाम के एक यूजर ने कुमार विश्वास को जवाब दिया, 'अरे कवि महोदय, तभी इन्हें देश का किसान देशद्रोही नजर आता है, भले ही किसान भूख, बेकारी और कर्ज से दब कर परिवार समेत आत्महत्या क्यों न कर ले. अगर सिर्फ एक साल किसानों ने खेती रोक दी न हेकड़ी धरी की धरी रह जाएगी. जय हिंद जय भारत। जय जवान जय किसान।’

यूजर ने दिया जवाब
यूजर ने दिया जवाब

पीराराम मलिक नाम के एक यूजर ने कुमार विश्वास को जवाब दिया, 'आप भी वो ट्विट किये जिससे आपको कुछ सहानुभूति मिले. किसान केवल हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश में ही नही है. पूरी बारिकी से अध्ययन करने के बाद दावे से कह सकता हूं कि दो बातों का संदेह हो सकता हैं. इसके अलावा कोई उसमे गलत नही है.दो बातों का बातचीत से हल किया जा सकता था.

यूजर ने दिया जवाब
यूजर ने दिया जवाब

वहीं आयुष मिश्रा नाम के एक यूजर ने कुमार विश्वास से असहमति जताते हुए उन्हें जवाब दिया, ‘यह 20वें फ़्लोर पर रहने वाले भी छोटे शहर या गांव से आकर दिन रात मेहनत करके कमाने और इनकम टैक्स देने वाले लोग हैं। और इनका भी पूरा हक़ है अपनी बात रखने का महोदय।’

यूजर ने दिया जवाब
यूजर ने दिया जवाब

ये भी पढ़ें: 'बिग बॉस 15': विधि पांड्या के नहाते वक्त, प्रतीक ने खोला बाथरूम का लॉक

अंकित शर्मा नाम के एक यूजर ने कुमार विस्वास को जवाब दिया, 'अब की मुंबईया फिल्मों में तो वो भी देखने नहीं मिलते, सर जी. और रही बात गांव के दस लोगों की, तो जिनके नंबर इनके पास होंगे वे भी इनके पीछे गांव से शहर इनकी तरह बनने आ चले होंगे'

यूजर ने दिया जवाब
यूजर ने दिया जवाब

अनुज यादव नाम के एक यूजर ने लिखा, 'कृषि प्रधान देश में खेती किसानी का महत्व ही जिन्हें नहीं पता वो किसानों का क्या सम्मान करेंगे? कृषि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कही जाती है. मित्रों के फायदे के लिए जिसे मोदी सरकार तोड़ना चाहती है और तथाकथित गोदी मीडिया गुलामी और चाटुकारिता से बाहर ही नहीं निकल पा रही है।'

ये भी पढ़ें: यश दासगुप्ता के जन्मदिन पर नुसरत जहां ने लिखी दिल छू लेने वाली बात, शेयर कीं यह Photos

हैदराबाद: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विपक्ष के लगातार दबाव के चलते किसान हत्याकांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वही, इस मामले पर टीवी चैनलों पर खूब बहस देखने को मिल रही है. कुछ लोग किसानों की राजनीतिक समझ पर सवाल उठाते नज़र आए हैं. जिसे लेकर प्रख्यात कवि कुमार विश्वास ने तंज कसा है.

कुमार विश्वास ने अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया. इस दौरान उन्होंने लिखा, जो लोग शहरों में रहते हैं और किसानों को जानते तक नहीं वो किसानों की राजनीतिक समझ को लेकर चैनलों पर ज्ञान दे रहे हैं. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'नोएडा-गुड़गांव के अपार्टमेंट में 20वें फ़्लोर पर रहने वाले वे ज्ञानी रिसर्चिए जिनके मोबाइल में गांवों में किसानी करने वाले 10 लोगों के नंबर तक नहीं हैं और जिन्होंने किसान-खेत-गांव केवल मुम्बईया फ़िल्मों में देखे हैं, चैनल-चैनल किसानों की राजनैतिक अल्पज्ञता पर तप्सरा कर रहे हैं।'

कुमार विश्वास ने किया ट्वीट
कुमार विश्वास ने किया ट्वीट

वही, उनके इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स अपने राय दे रहे हैं. राजेश कुमार नाम के एक यूजर ने तंज़ किया, 'जब एक चाय बेचने वाला एआईआईएमएस और आईआईटी में जाकर इंजीनियरिंग और मेडिकल पर लेक्चर दे सकता है. जब नीति आयोग बिना किसी खेत में गए कृषि के लिए योजनाएं बना सकता है तो फिर किसी अपार्टमेंट में रहने वाला देश के किसानों की बात क्यों नहीं कर सकता. उसकी थाली का भोजन तो किसान ही उपजाता है।'

यूजर ने दिया जवाब
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सुभाष चौधरी नाम के एक यूजर ने कुमार विश्वास को जवाब दिया, 'अरे कवि महोदय, तभी इन्हें देश का किसान देशद्रोही नजर आता है, भले ही किसान भूख, बेकारी और कर्ज से दब कर परिवार समेत आत्महत्या क्यों न कर ले. अगर सिर्फ एक साल किसानों ने खेती रोक दी न हेकड़ी धरी की धरी रह जाएगी. जय हिंद जय भारत। जय जवान जय किसान।’

यूजर ने दिया जवाब
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पीराराम मलिक नाम के एक यूजर ने कुमार विश्वास को जवाब दिया, 'आप भी वो ट्विट किये जिससे आपको कुछ सहानुभूति मिले. किसान केवल हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश में ही नही है. पूरी बारिकी से अध्ययन करने के बाद दावे से कह सकता हूं कि दो बातों का संदेह हो सकता हैं. इसके अलावा कोई उसमे गलत नही है.दो बातों का बातचीत से हल किया जा सकता था.

यूजर ने दिया जवाब
यूजर ने दिया जवाब

वहीं आयुष मिश्रा नाम के एक यूजर ने कुमार विश्वास से असहमति जताते हुए उन्हें जवाब दिया, ‘यह 20वें फ़्लोर पर रहने वाले भी छोटे शहर या गांव से आकर दिन रात मेहनत करके कमाने और इनकम टैक्स देने वाले लोग हैं। और इनका भी पूरा हक़ है अपनी बात रखने का महोदय।’

यूजर ने दिया जवाब
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यूजर ने दिया जवाब
यूजर ने दिया जवाब

अनुज यादव नाम के एक यूजर ने लिखा, 'कृषि प्रधान देश में खेती किसानी का महत्व ही जिन्हें नहीं पता वो किसानों का क्या सम्मान करेंगे? कृषि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कही जाती है. मित्रों के फायदे के लिए जिसे मोदी सरकार तोड़ना चाहती है और तथाकथित गोदी मीडिया गुलामी और चाटुकारिता से बाहर ही नहीं निकल पा रही है।'

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Last Updated : Oct 10, 2021, 6:42 PM IST
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