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भारत को सौंपी गई जी-20 की औपचारिक अध्यक्षता, पीएम मोदी ने गिनाईं प्राथमिकताएं - पीएम मोदी मैंग्रोव जंगल का दौरा किया

इंडोनेशिया ने भारत को G-20 समिट की अध्यक्षता सौंपी. पीएम मोदी ने इसे गर्व का क्षण बताया. इंडोनेशियाई के बाली में दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन (G-20Summit) का आज आखिरी दिन है. पीएम नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत दुनिया के दिग्गज नेता इसमें शामिल हुए.

17TH G20SUMMIT 2022 SECOND DAY UPDATES
इंडोनेशियाई के बाली में जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए पीएम मोदी
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Published : Nov 16, 2022, 8:53 AM IST

Updated : Nov 16, 2022, 4:24 PM IST

बाली : इंडोनेशिया ने बुधवार को बाली शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) के समापन के साथ ही अगले एक साल के लिए भारत को जी20 की अध्यक्षता सौंपी. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जी20 की अध्यक्षता सौंपी. भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा. पीएम मोदी ने इसे हर एक भारतीय के लिए गर्व की बात बताया. मोदी ने कहा, 'सभी देशों के प्रयासों से हम जी20 शिखर सम्मेलन को वैश्विक कल्याण का प्रमुख स्रोत बना सकते हैं.'

अध्यक्षता हस्तांतरित किए जाने के साथ ही बाली में दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का समापन हुआ. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि भारत ने जी20 'निष्कर्ष दस्तावेज' को तैयार करने में 'रचनात्मक' भूमिका निभाई है. जी20 बाली घोषणा-पत्र में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर मतभेदों की बात स्वीकार करते हुए कहा गया कि अधिकतर सदस्य देशों ने इसकी कड़ी निंदा की. पहले यह संदेह था कि शायद सदस्य देशों की सम्मेलन के 'निष्कर्ष दस्तावेजों' को लेकर एक राय नहीं बन पाएगी, क्योंकि जी20 घोषणापत्र के लिए सर्वसम्मति जरूरी है.

'भारत की जी20 की अध्यक्षता समावेशी होगी'
जी-20 के दो दिवसीय सम्मेलन के समापन पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्योन्मुखी होगी तथा देश ऐसे समय में यह जिम्मेदारी संभाल रहा है जब दुनिया भूराजनीतिक तनावों, आर्थिक मंदी एवं बढ़ती ऊर्जा कीमतों से जूझ रही है. सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा कि जी-20 अगले एक साल में नए विचारों की परिकल्पना के लिए तथा सामूहिक कार्रवाई में तेजी लाने के लिए एक वैश्विक प्रमुख प्रवर्तक के रूप में काम करे.

मोदी ने कहा, 'भारत ऐसे समय में जी-20 का कामकाज संभाल रहा है जब दुनिया एक साथ भूराजनीतिक तनावों, आर्थिक मंदी, बढ़ती खाद्य एवं ऊर्जा कीमतों के साथ ही महामारी के दीर्घकालिक दुष्प्रभावों से जूझ रही है.' उन्होंने कहा, 'ऐसे समय में दुनिया जी-20 को उम्मीद के साथ देख रही है. आज, मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्योन्मुखी होगी.'

  • President of Indonesia Joko Widodo hands over the G20 Presidency to India at the closing ceremony of the Bali Summit.

    India will officially assume G20 Presidency from 1st December. pic.twitter.com/T4WofMWGbo

    — ANI (@ANI) November 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भारत एक दिसंबर से आधिकारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा. समूह का राष्ट्र प्रमुख/सरकार प्रमुख स्तर का शिखर-सम्मेलन नई दिल्ली में अगले साल 9 और 10 सितंबर को आयोजित किया जाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि जी-20 की भारत की अध्यक्षता प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का अवसर है और देश अलग-अलग शहरों तथा राज्यों में जी-20 की बैठकें आयोजित करेगा. उन्होंने कहा, 'हमारे मेहमानों को भारत की अद्भुत विविधता, समावेशी परंपराओं और सांस्कृतिक समृद्धि का पूरा अनुभव मिलेगा. हम चाहते हैं कि आप सभी ‘लोकतंत्र की जननी’ भारत में इस अनोखे उत्सव में भाग लें. हम मिलकर जी-20 को वैश्विक बदलाव का उत्प्रेरक बनाएंगे.'

मोदी ने जी-20 के लिए भारत की प्राथमिकताएं गिनाईं: उन्होंने कहा, 'अगले एक साल में हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि जी-20 नये विचारों की परिकल्पना तथा सामूहिक कार्रवाई को तेज करने के लिए प्रमुख वैश्विक प्रवर्तक के रूप में काम करे.' मोदी ने कहा, 'प्राकृतिक संसाधनों पर स्वामित्व की भावना आज के समय संघर्ष बढ़ा रही है और पर्यावरण की दशा का मुख्य कारण बन गयी है. पृथ्वी के सुरक्षित भविष्य के लिए संरक्षण की भावना ही समाधान है.'

मोदी ने कहा कि 'पर्यावरण के लिए जीवनशैली' (लाइफ) अभियान इसमें बड़ा योगदान दे सकता है. उन्होंने कहा, 'इसका उद्देश्य टिकाऊ जीवनशैली को जन-आंदोलन बनाना है.' प्रधानमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि विकास के फायदे सार्वभौमिक और सर्व-समावेशी हैं. उन्होंने कहा, 'हमें विकास के लाभों को मम-भाव और सम-भाव से मानव-मात्र तक पहुंचाना होगा. वैश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं है.'

ये भी पढ़ें- ऋषि सुनक से पीएम मोदी की मुलाकात के बाद ब्रिटेन ने 3000 वीजा की स्वीकृति दी

मोदी ने कहा कि जी-20 को शांति और सौहार्द के पक्ष में एक दृढ़ संदेश देना होगा. उन्होंने कहा, 'ये सभी प्राथमिकताएं, भारत की जी-20 अध्यक्षता की थीम - 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य'– में पूर्ण रूप से समाहित हैं. उन्होंने कहा कि जी-20 दुनिया की बड़ी विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का अंतर-सरकारी मंच है. (पीटीआई-भाषा)

बाली : इंडोनेशिया ने बुधवार को बाली शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) के समापन के साथ ही अगले एक साल के लिए भारत को जी20 की अध्यक्षता सौंपी. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जी20 की अध्यक्षता सौंपी. भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा. पीएम मोदी ने इसे हर एक भारतीय के लिए गर्व की बात बताया. मोदी ने कहा, 'सभी देशों के प्रयासों से हम जी20 शिखर सम्मेलन को वैश्विक कल्याण का प्रमुख स्रोत बना सकते हैं.'

अध्यक्षता हस्तांतरित किए जाने के साथ ही बाली में दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का समापन हुआ. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि भारत ने जी20 'निष्कर्ष दस्तावेज' को तैयार करने में 'रचनात्मक' भूमिका निभाई है. जी20 बाली घोषणा-पत्र में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर मतभेदों की बात स्वीकार करते हुए कहा गया कि अधिकतर सदस्य देशों ने इसकी कड़ी निंदा की. पहले यह संदेह था कि शायद सदस्य देशों की सम्मेलन के 'निष्कर्ष दस्तावेजों' को लेकर एक राय नहीं बन पाएगी, क्योंकि जी20 घोषणापत्र के लिए सर्वसम्मति जरूरी है.

'भारत की जी20 की अध्यक्षता समावेशी होगी'
जी-20 के दो दिवसीय सम्मेलन के समापन पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्योन्मुखी होगी तथा देश ऐसे समय में यह जिम्मेदारी संभाल रहा है जब दुनिया भूराजनीतिक तनावों, आर्थिक मंदी एवं बढ़ती ऊर्जा कीमतों से जूझ रही है. सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा कि जी-20 अगले एक साल में नए विचारों की परिकल्पना के लिए तथा सामूहिक कार्रवाई में तेजी लाने के लिए एक वैश्विक प्रमुख प्रवर्तक के रूप में काम करे.

मोदी ने कहा, 'भारत ऐसे समय में जी-20 का कामकाज संभाल रहा है जब दुनिया एक साथ भूराजनीतिक तनावों, आर्थिक मंदी, बढ़ती खाद्य एवं ऊर्जा कीमतों के साथ ही महामारी के दीर्घकालिक दुष्प्रभावों से जूझ रही है.' उन्होंने कहा, 'ऐसे समय में दुनिया जी-20 को उम्मीद के साथ देख रही है. आज, मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्योन्मुखी होगी.'

  • President of Indonesia Joko Widodo hands over the G20 Presidency to India at the closing ceremony of the Bali Summit.

    India will officially assume G20 Presidency from 1st December. pic.twitter.com/T4WofMWGbo

    — ANI (@ANI) November 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भारत एक दिसंबर से आधिकारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा. समूह का राष्ट्र प्रमुख/सरकार प्रमुख स्तर का शिखर-सम्मेलन नई दिल्ली में अगले साल 9 और 10 सितंबर को आयोजित किया जाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि जी-20 की भारत की अध्यक्षता प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का अवसर है और देश अलग-अलग शहरों तथा राज्यों में जी-20 की बैठकें आयोजित करेगा. उन्होंने कहा, 'हमारे मेहमानों को भारत की अद्भुत विविधता, समावेशी परंपराओं और सांस्कृतिक समृद्धि का पूरा अनुभव मिलेगा. हम चाहते हैं कि आप सभी ‘लोकतंत्र की जननी’ भारत में इस अनोखे उत्सव में भाग लें. हम मिलकर जी-20 को वैश्विक बदलाव का उत्प्रेरक बनाएंगे.'

मोदी ने जी-20 के लिए भारत की प्राथमिकताएं गिनाईं: उन्होंने कहा, 'अगले एक साल में हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि जी-20 नये विचारों की परिकल्पना तथा सामूहिक कार्रवाई को तेज करने के लिए प्रमुख वैश्विक प्रवर्तक के रूप में काम करे.' मोदी ने कहा, 'प्राकृतिक संसाधनों पर स्वामित्व की भावना आज के समय संघर्ष बढ़ा रही है और पर्यावरण की दशा का मुख्य कारण बन गयी है. पृथ्वी के सुरक्षित भविष्य के लिए संरक्षण की भावना ही समाधान है.'

मोदी ने कहा कि 'पर्यावरण के लिए जीवनशैली' (लाइफ) अभियान इसमें बड़ा योगदान दे सकता है. उन्होंने कहा, 'इसका उद्देश्य टिकाऊ जीवनशैली को जन-आंदोलन बनाना है.' प्रधानमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि विकास के फायदे सार्वभौमिक और सर्व-समावेशी हैं. उन्होंने कहा, 'हमें विकास के लाभों को मम-भाव और सम-भाव से मानव-मात्र तक पहुंचाना होगा. वैश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं है.'

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मोदी ने कहा कि जी-20 को शांति और सौहार्द के पक्ष में एक दृढ़ संदेश देना होगा. उन्होंने कहा, 'ये सभी प्राथमिकताएं, भारत की जी-20 अध्यक्षता की थीम - 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य'– में पूर्ण रूप से समाहित हैं. उन्होंने कहा कि जी-20 दुनिया की बड़ी विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का अंतर-सरकारी मंच है. (पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Nov 16, 2022, 4:24 PM IST
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