वॉशिंगटन : अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने चीन को हांगकांग की स्वायत्तता एवं स्वतंत्रता में दखल न देने की चेतावनी देते हुए कहा कि यह निश्चित तौर पर अमेरिका के 'एक देश, दो प्रणाली' और क्षेत्र की स्थिति के आकलन को प्रभावित करेगा.
हांगकांग का 'एक देश, दो प्रणाली' के तहत 1997 में चीन में विलय हो गया था. इस सिद्धांत के तहत हांगकांग को चीन कुछ हद तक स्वायत्तता प्रदान करता है, जिसे आधिकारिक तौर पर हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र कहा जाता है.
पोम्पिओ ने सख्त अल्फाज में कहा, 'चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा और बुनियादी कानून के तहत हांगकांग की स्वायत्तता एवं स्वतंत्रता पर कोई भी निर्णय निश्चित तौर पर 'एक देश, दो प्रणाली' और क्षेत्र की स्थिति के हमारे आकलन को प्रभावित करेगा.'
उन्होंने कहा, 'हाल ही में मुझे पता चला है कि चीनी सरकार ने हांगकांग में अमेरिकी पत्रकारों के काम में हस्तक्षेप करने की धमकी दी है.'
पोम्पिओ ने कहा कि ये पत्रकार स्वतंत्र मीडिया का हिस्सा हैं, कोई प्रचारक नहीं और अपनी रिपोर्टिंग के जरिए ये चीन के नागरिकों और विश्व को जानकारी मुहैया कराते हैं.
'ब्रेइटबार्ट न्यूज नेटवर्क और सिरियसएक्सएम पैट्रियट' को दिए साक्षात्कार में पोम्पिओ ने कहा था कि उन्हें हांगकांग में विदेशी पत्रकारों को मिल रही धमकियों के बारे में पता चला है.
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि इससे पता चलता है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को उनके कदमों से होने वाले खतरे की जानकारी है. मुझे लगता है कि वे हमले उनकी कमजोरी दर्शाते हैं ना की कोई समाधान.'
पढ़ें- अमेरिका : पोम्पिओ ने विदेश मंत्रालय के महानिरीक्षक लिनिक को बर्खास्त किया
इससे पहले पोम्पिओ कोरोना वायरस से निबटने के तरीके को लेकर भी चीन की काफी अलोचना कर चुके हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कोरोना वायरस को लेकर चीन पर हमला बोलते हुए कहा था कि उसे समय रहते विश्व को आगाह करना चाहिए था.