रायपुर: रविवार यानी सूर्य देव का वार Lord Surya dev. ज्योतिष के अनुसार सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है. यह मनुष्य के जीवन में मान-सम्मान, पिता-पुत्र और सफलता का कारक माना गया है. ज्योतिष के अनुसार सूर्य हर माह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं. इस तरह से बारह राशियों में सूर्य एक वर्ष में अपना चक्र पूर्ण करते हैं. सूर्य को आरोग्य का देवता माना गया है. सूर्य के प्रकाश से ही पृथ्वी पर जीवन संभव है. सूर्य को हर रोज जल देने से आध्यात्मिक लाभ मिलता है. साथ ही स्वास्थ्य लाभ की भी प्राप्ति होती हैं. सूर्य देव की कृपा पाने और कुंडली में सूर्य की अनुकूलता बनाएं रखने के लिए हर रोज सुबह सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए.
ऐसे करें सूर्य देव की साधना
सूर्य देव को जल देते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी होता है. इन बातों को ध्यान में रखकर यदि सूर्य देव को जल अर्पित करते हैं तो जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और सभी बिगड़े काम भी बनने लगते हैं. हर रविवार को सूर्य पूजन और सूर्य मंत्र का 108 बार जाप करने से लाभ मिलता है. ये सूर्य मंत्र समस्त मनोकामना पूर्ण करने में सहायता करते हैं. रविवार के दिन सूर्य देव का पूजन-अर्चन करें. फिर अपनी मनोकामना मन ही मन बोलें. आपकी मनोकामना जरूर पूरी होगी
सूर्य देव के इन मंत्रों से पूरी होगी मनोकामना Surya dev Mantras
सूर्य देव की साधना में मंत्रों का जप करने पर मनोकामनाएं जल्दी पूरी होती है. सुख-समृद्धि और अच्छी सेहत का आशीर्वाद मिलता है. बीमारी और जीवन से जुड़े अपयश दूर हो जाते हैं. सूर्य के आशीर्वाद से शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होता है.
- ॐ सूर्याय नम:
- ॐ घृणि सूर्याय नम:
- ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्य:
- ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
- ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:
- ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ
- ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः
तीनों पहर में सूर्य देव की पूजा
सूर्य की दिन के तीन प्रहर की साधना विशेष रूप से फलदायी होती है.
सुबह के समय सूर्य की साधना से आरोग्य मिलता है
दोपहर के समय की साधना मान-सम्मान में वृद्धि कराती है
संध्या के समय सूर्य की साधना सौभाग्य और संपन्नता लाती है