ETV Bharat / city

World Heart Day 2021: हर साल बढ़ रहे हैं हार्ट के मरीज, इन बातों से रहें सावधान

29 सितंबर को 'विश्व हृदय दिवस' (World Heart Day) मनाया जा रहा है. इस दिन का उद्देश्य लोगों को हृदय रोग के बारे में जागरूक करना है. हृदय रोग मरीजों की संख्या दुनिया भर में लगातार बढ़ती जा रही है. वहीं, भारत की बात की जाय तो यहां भी हर साल ह्रदय रोग के मरीज बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में राजनधानी रायपुर में ईटीवी भारत ने मेकाहारा के हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ कृष्ण कांत साहू (Heart Specialist Dr. Krishna Kant Sahu) से बीमारी की वजह और बचाव पर खास बातचीत की.

World Heart Day 2021
विश्व हार्ट डे 2021
author img

By

Published : Sep 28, 2021, 3:42 PM IST

Updated : Sep 29, 2021, 8:10 AM IST

रायपुरः 29 सितंबर को 'विश्व हृदय दिवस' (World Heart Day) मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य लोगों को हृदय रोग के बारे में जागरूक करना है. हृदय रोग मरीजों की संख्या दुनिया भर में लगातार बढ़ती जा रही है. वहीं, भारत की बात की जाए तो भारत में भी हर साल ह्रदय रोग के मरीज (Heart Disease Patients) बढ़ते जा रहे हैं. भारत में 1.30 अरब की जनसंख्या है जिसमें से 5.4 करोड़ लोग दिल की बीमारी से पीड़ित हैं. इस लिहाज से भारत में ह्रदय रोगियों की संख्या (Number Of Heart Patients) दुनिया में सर्वाधिक है. दिल की समस्या बुजुर्गों में ज्यादा देखने को मिलती है लेकिन पिछले कुछ सालों में युवाओं में भी हृदय रोग की समस्या बढ़ गई है. भारत में 26 साल में दिल की बीमारी से मरने वालों की संख्या में 34 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है. इस बारे में ईटीवी भारत ने मेकाहारा के हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ कृष्ण कांत साहू से खास बातचीत ...

हर साल बढ़ रहे हैं हार्ट के मरीज
यह 9 वजह बनाते हैं दिल के मरीजहाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure), हाई ब्लड शुगर (High Blood sugar), हाई केलोस्ट्रोल (High Cholesterol), सीने में दर्द (Chest Pain) और जबड़े का दर्द (Jaw Pain), बहुत ज्यादा पसीना आना, चक्कर आना (Dizziness), उल्टी-मितली और गैस की समस्या, पैर में सूजन आदि सारी बीमारियां आगे जा कर हार्ट की गंभीर बीमारियां बन जाती हैं. ऐसे में हेल्दी डाइट (Healthy Diet) और फिजिकल एक्सरसाइज (Physical Exercise) का महत्व बढ़ जाता है. डाइट में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट (Proteins And Carbohydrates) की मात्रा अच्छा रहने से दिल की बीमारियां कम होती हैं. शरीर में पानी की भी अच्छी मात्रा होनी चाहिए. रोजाना 4 से 5 लीटर पानी पीना चाहिए. जिससे शरीर में खून भरपूर मात्रा में हो. हर साल बढ़ रहे दिल के मरीजकोरोना से भी ज्यादा मौतें पूरे वर्ल्ड में हार्ट की बीमारी की वजह से होती है. कैंसर और फेंफड़े की मरीज से भी ज्यादा हार्ट की बीमारी की वजह से लोगों की मौत होती है. लाइफ स्टाइल चेंज होने, जेनेटिक कारण की वजह से भी मरीजों की मौत होती है. जेनेटिक कारण से होने वाली मौत पर हम कुछ कर नहीं सकते. इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से लगातार मिलते रहना होगा और जागरूक रहना होगा. धूम्रपान (Smoking), जंक फूड (Junk Food), डायबिटीज (Diabetes), बीपी, पॉल्युशन (Pollution), डाइट (Diet) में बहुत ज्यादा नामक या चीनी लेना, फिजिकल एक्सरसाइज नहीं करना (Not Doing Physical Exercise), फिजिकल एक्टिविटी (physical activity) कम होना, अपने लिए समय कम निकाल पाना, बहुत ज्यादा टेंशन रहना, मेंटल प्रेशर (Tension, Mental Pressure) इन सब के कारण भी हार्ट की समस्या बनी रहती है. रायपुर में डिप्रेशन में चल रहे अकाउंटेंट ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

युवा और महिलाओं में भी बढ़ी हृदय रोग की समस्या
पहले जो हार्ट डिजीज होती थी, उसको 60 साल से उपर के लोगों की बीमारी मानी जाती थी. लेकिन वर्तमान में ऐसा देखा गया है कि 25 साल उम्र के भी लोगों का बाईपास हुआ है और कुछ लोगों की मृत्यु भी हुई है. इवन हार्ट अटैक भी युवाओं को हो रहा है. आज-कल के लाइफ स्टाइल में इंसान खुद के लिए समय नहीं मिल पाता. जंक फूड बहुत ही ज्यादा प्रचलन में आ गया है. कॉर्पोरेट लाइफ में लोगों को समय नहीं मिल पा रहा है और वह फिजिकली कम एक्सरसाइज कर रहे हैं. इससे दिल की बीमारियां बढ़ती हैं. पहले दिल की बीमारियां महिलाओं में कम देखने को मिलती थीं लेकिन हाल के दिनों में ओपीडी में यह देखने को मिल रहा है कि पहले 10 में से 1 या 2 महिला हार्ट की बीमारी से ग्रस्त है.

इस तरह बरतें सावधानीः
ऐसे में जरूरी है कि लोग अपने सेहत का खास ध्यान रखें. फिजिकल एक्टिविटी ज्यादा करें. अपने लिए समय निकालें और अपनी डाइट अच्छी रखें. डाइट में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट की मात्रा अच्छी रखें. वहीं, पानी भी खूब पिएं. पानी पीने से शरीर में खून की कमी नहीं होती. वहीं, हार्ट अच्छे से खून को पंप करता है, जिससे दिल की समस्या कम होती है.

रायपुरः 29 सितंबर को 'विश्व हृदय दिवस' (World Heart Day) मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य लोगों को हृदय रोग के बारे में जागरूक करना है. हृदय रोग मरीजों की संख्या दुनिया भर में लगातार बढ़ती जा रही है. वहीं, भारत की बात की जाए तो भारत में भी हर साल ह्रदय रोग के मरीज (Heart Disease Patients) बढ़ते जा रहे हैं. भारत में 1.30 अरब की जनसंख्या है जिसमें से 5.4 करोड़ लोग दिल की बीमारी से पीड़ित हैं. इस लिहाज से भारत में ह्रदय रोगियों की संख्या (Number Of Heart Patients) दुनिया में सर्वाधिक है. दिल की समस्या बुजुर्गों में ज्यादा देखने को मिलती है लेकिन पिछले कुछ सालों में युवाओं में भी हृदय रोग की समस्या बढ़ गई है. भारत में 26 साल में दिल की बीमारी से मरने वालों की संख्या में 34 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है. इस बारे में ईटीवी भारत ने मेकाहारा के हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ कृष्ण कांत साहू से खास बातचीत ...

हर साल बढ़ रहे हैं हार्ट के मरीज
यह 9 वजह बनाते हैं दिल के मरीजहाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure), हाई ब्लड शुगर (High Blood sugar), हाई केलोस्ट्रोल (High Cholesterol), सीने में दर्द (Chest Pain) और जबड़े का दर्द (Jaw Pain), बहुत ज्यादा पसीना आना, चक्कर आना (Dizziness), उल्टी-मितली और गैस की समस्या, पैर में सूजन आदि सारी बीमारियां आगे जा कर हार्ट की गंभीर बीमारियां बन जाती हैं. ऐसे में हेल्दी डाइट (Healthy Diet) और फिजिकल एक्सरसाइज (Physical Exercise) का महत्व बढ़ जाता है. डाइट में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट (Proteins And Carbohydrates) की मात्रा अच्छा रहने से दिल की बीमारियां कम होती हैं. शरीर में पानी की भी अच्छी मात्रा होनी चाहिए. रोजाना 4 से 5 लीटर पानी पीना चाहिए. जिससे शरीर में खून भरपूर मात्रा में हो. हर साल बढ़ रहे दिल के मरीजकोरोना से भी ज्यादा मौतें पूरे वर्ल्ड में हार्ट की बीमारी की वजह से होती है. कैंसर और फेंफड़े की मरीज से भी ज्यादा हार्ट की बीमारी की वजह से लोगों की मौत होती है. लाइफ स्टाइल चेंज होने, जेनेटिक कारण की वजह से भी मरीजों की मौत होती है. जेनेटिक कारण से होने वाली मौत पर हम कुछ कर नहीं सकते. इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से लगातार मिलते रहना होगा और जागरूक रहना होगा. धूम्रपान (Smoking), जंक फूड (Junk Food), डायबिटीज (Diabetes), बीपी, पॉल्युशन (Pollution), डाइट (Diet) में बहुत ज्यादा नामक या चीनी लेना, फिजिकल एक्सरसाइज नहीं करना (Not Doing Physical Exercise), फिजिकल एक्टिविटी (physical activity) कम होना, अपने लिए समय कम निकाल पाना, बहुत ज्यादा टेंशन रहना, मेंटल प्रेशर (Tension, Mental Pressure) इन सब के कारण भी हार्ट की समस्या बनी रहती है. रायपुर में डिप्रेशन में चल रहे अकाउंटेंट ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

युवा और महिलाओं में भी बढ़ी हृदय रोग की समस्या
पहले जो हार्ट डिजीज होती थी, उसको 60 साल से उपर के लोगों की बीमारी मानी जाती थी. लेकिन वर्तमान में ऐसा देखा गया है कि 25 साल उम्र के भी लोगों का बाईपास हुआ है और कुछ लोगों की मृत्यु भी हुई है. इवन हार्ट अटैक भी युवाओं को हो रहा है. आज-कल के लाइफ स्टाइल में इंसान खुद के लिए समय नहीं मिल पाता. जंक फूड बहुत ही ज्यादा प्रचलन में आ गया है. कॉर्पोरेट लाइफ में लोगों को समय नहीं मिल पा रहा है और वह फिजिकली कम एक्सरसाइज कर रहे हैं. इससे दिल की बीमारियां बढ़ती हैं. पहले दिल की बीमारियां महिलाओं में कम देखने को मिलती थीं लेकिन हाल के दिनों में ओपीडी में यह देखने को मिल रहा है कि पहले 10 में से 1 या 2 महिला हार्ट की बीमारी से ग्रस्त है.

इस तरह बरतें सावधानीः
ऐसे में जरूरी है कि लोग अपने सेहत का खास ध्यान रखें. फिजिकल एक्टिविटी ज्यादा करें. अपने लिए समय निकालें और अपनी डाइट अच्छी रखें. डाइट में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट की मात्रा अच्छी रखें. वहीं, पानी भी खूब पिएं. पानी पीने से शरीर में खून की कमी नहीं होती. वहीं, हार्ट अच्छे से खून को पंप करता है, जिससे दिल की समस्या कम होती है.

Last Updated : Sep 29, 2021, 8:10 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.