रायपुर: एक ओर जहां लोग कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन और 144 धारा लागू होने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं.वहीं दूसरी ओर मजदूरों से धोखाधड़ी करने के मामले भी सामने आ रहे हैं. अभनपुर के समीप जौंदा भांठा धान संग्रहण केंद्र में चौकीदारी का काम करने वाले लोगों को पिछले चार महीने से वेतन नहीं मिला है. वेतन न मिलने से चौकीदार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. चौकीदारों ने आरोप लगाया है कि ठेकेदार 4 महीने से वेतन नहीं दे रहा है. साथ ही ईपीएफ जमा करने के नाम पर 3 सालों से सभी चौकीदारों के रुपए भी काटे जा रहे हैं.
जब इन बातों को लेकर चौकीदारों ने ठेकेदार से पूछताछ की तो ठेकेदार ने कोई सही जवाब नहीं दिया. जिससे चौकीदार बेहद परेशान हैं. इससे पहले भी धान संग्रहण केंद्र के प्रभारी कांशी राम नायक ने दिव्यांग खूब लाल पाल को बिना कारण के काम से निकाल दिया था और लगातार केंद्र के चक्कर काटने को मजबूर किया था.
जानकारी मांगने पर अधिकारी ने झाड़ा पल्ला
उसके बाद दिव्यांग ने जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की , उसके बाद उसे ठेकेदार के अंदर काम दिया गया. वहीं धान संग्रहण केन्द्र में काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि इस प्रभारी से लोग खासा परेशान है.वहीं धान संग्रहन केंद्र के प्रभारी कांशी राम नायक से लोगों को वेतन न मिलने पर जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कहा कि सभी चौकीदार ठेकेदार के अंतर्गत काम करते हैं उन्हें ही पता होगा ये कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया.
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धान संग्रहण केंद्र प्रभारी पर धमकी देने का आरोप
वहीं चौकीदारों ने धान संग्रहण केंद्र प्रभारी कांशी राम नायक पर संगीन आरोप भी लगाए हैं. उनका कहना है कि अधिकारी दो माह का वेतन ले लेने की बात करते हैं साथ ही ज्यादा दम दिखाए जाने पर काम से निकाले जाने की भी धमकी देते हैं.