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अनोखे तरीके से हुआ दिल का इलाज, नहीं पड़ी सर्जरी की जरुरत

रायपुर में एडवांस तरीके का इस्तेमाल करके एक मरीज की जान बचाई गई है. इस तरीके में मरीज के दिल की नसों में बने थक्कों को बिना सर्जरी के ही भाप से हटाया (Unique treatment of heart blockage in Mekahara Raipur) गया.

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Published : Jul 12, 2022, 1:47 PM IST

Unique treatment of heart blockage in Mekahara Raipur
रायपुर मेकाहारा में दिल की बीमारी का इलाज

रायपुर: मेकाहारा के एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट के डॉक्टरों ने 30 वर्षीय युवक की हार्टअटैक की स्थिति में लेजर ट्रीटमेंट से युवक की जान बचाई (Unique treatment of heart blockage in Mekahara Raipur) है. 30 वर्षीय युवक सुबह हॉस्पिटल में हार्टअटैक की स्थिति में पहुंचा था.डॉक्टर ने मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत मरीज को एडमिट कर मरीज की एंजियोग्राफी और सोनोग्राफी की. टेस्ट रिपोर्ट में डॉक्टरों को हार्ट की नली में ब्लॉकेज के बारे में पता चला. डॉक्टरों ने तुरंत मरीज का इलाज कर उसकी जान बचा ली (Steam heart blockage treatment in Mekahara raipur) है. इस इमरजेंसी लेजर एनजीओ प्लास्टी में प्रोफेसर डॉ स्मित श्रीवास्तव के साथ साथ डॉक्टर जोगेश, डॉ आनंद सहित पूरी टीम ने ऑपरेशन किया.

कैसे किया ऑपरेशन : डॉ सुमित श्रीवास्तव ने बताया " मरीज को सुबह हार्ट अटैक की स्थिति में हॉस्पिटल लाया गया था. हमने तुरंत मरीज को एडमिट कर मरीज का एंजिओग्राफी और सोनोग्राफी किया. एंजियोग्राफी में पता चला कि युवक को हार्ट अटैक आने का कारण खून का थक्का है.जो हार्ट तक पहुचने वाली एक प्रमुख नली को पूरी तरह से बंद कर दिया है. युवक की कम उम्र देखते हुए युवक के खून के थक्के को लेजर द्वारा भाप बनाने का निर्णय लिया गया. यह प्रक्रिया आधे घंटे के समय में पूरी की गई. उस युवक की बंद नली पूरी तरह खुल गई. उसमें रक्त का पूरा संचार होने (Heart Disease Treatment in Raipur Mekahara) लगा."



भारतवर्ष में संभवत दूसरी बार ऑपरेशन : डॉ सुमित श्रीवास्तव ने बताया "ऑपरेशन के बाद हार्ट अटैक की जो ईसीजी में आए परिवर्तन थे.वह भी ठीक हो गए. इससे पता चला कि ऑपरेशन की प्रक्रिया सफल हुई. हार्टअटैक की स्थिति में लेजर हार्ट की नली के थक्के को भाप बनाने की प्रक्रिया संभवत पूरे भारत में दूसरी बार हुआ है.''

रायपुर: मेकाहारा के एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट के डॉक्टरों ने 30 वर्षीय युवक की हार्टअटैक की स्थिति में लेजर ट्रीटमेंट से युवक की जान बचाई (Unique treatment of heart blockage in Mekahara Raipur) है. 30 वर्षीय युवक सुबह हॉस्पिटल में हार्टअटैक की स्थिति में पहुंचा था.डॉक्टर ने मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत मरीज को एडमिट कर मरीज की एंजियोग्राफी और सोनोग्राफी की. टेस्ट रिपोर्ट में डॉक्टरों को हार्ट की नली में ब्लॉकेज के बारे में पता चला. डॉक्टरों ने तुरंत मरीज का इलाज कर उसकी जान बचा ली (Steam heart blockage treatment in Mekahara raipur) है. इस इमरजेंसी लेजर एनजीओ प्लास्टी में प्रोफेसर डॉ स्मित श्रीवास्तव के साथ साथ डॉक्टर जोगेश, डॉ आनंद सहित पूरी टीम ने ऑपरेशन किया.

कैसे किया ऑपरेशन : डॉ सुमित श्रीवास्तव ने बताया " मरीज को सुबह हार्ट अटैक की स्थिति में हॉस्पिटल लाया गया था. हमने तुरंत मरीज को एडमिट कर मरीज का एंजिओग्राफी और सोनोग्राफी किया. एंजियोग्राफी में पता चला कि युवक को हार्ट अटैक आने का कारण खून का थक्का है.जो हार्ट तक पहुचने वाली एक प्रमुख नली को पूरी तरह से बंद कर दिया है. युवक की कम उम्र देखते हुए युवक के खून के थक्के को लेजर द्वारा भाप बनाने का निर्णय लिया गया. यह प्रक्रिया आधे घंटे के समय में पूरी की गई. उस युवक की बंद नली पूरी तरह खुल गई. उसमें रक्त का पूरा संचार होने (Heart Disease Treatment in Raipur Mekahara) लगा."



भारतवर्ष में संभवत दूसरी बार ऑपरेशन : डॉ सुमित श्रीवास्तव ने बताया "ऑपरेशन के बाद हार्ट अटैक की जो ईसीजी में आए परिवर्तन थे.वह भी ठीक हो गए. इससे पता चला कि ऑपरेशन की प्रक्रिया सफल हुई. हार्टअटैक की स्थिति में लेजर हार्ट की नली के थक्के को भाप बनाने की प्रक्रिया संभवत पूरे भारत में दूसरी बार हुआ है.''

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