रायपुर: गुरुवार को विश्व स्वास्थ्य दिवस पर प्रदेश के 29 आयुर्वेदिक केंद्रों में सियान जतन क्लीनिक की शुरुआत की गई. पहले दिन क्लीनिक में 60 वर्ष से अधिक आयु के 906 बुजुर्गों का इलाज किया गया. सियान जतन क्लिनिक की शुरुआत प्रदेश के दो आयुर्वेदिक महाविद्यालयों के चिकित्सालय, पांच जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय और 22 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में की गई. इन सभी केंद्रों में अब हर महीने के पहले गुरुवार को सियान जतन क्लिनिक लगाया जाएगा.
रायपुर के आयुर्वेदिक केंद्रों में सियान जतन क्लीनिक: आयुष संचालनालय के सहायक संचालक डॉ विजय साहू ने बताया कि 'आज रायपुर आयुर्वेदिक कॉलेज चिकित्सालय में आयोजित सियान जतन क्लिनिक में 80 और बिलासपुर के आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में 52 बुजुर्गों का उपचार किया गया. दुर्ग जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 40, रायगढ़ जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 76, बालोद जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 92, सरगुजा जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में दस और बस्तर जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 60 वर्ष से अधिक उम्र के 22 मरीजों का इलाज किया गया. रायपुर, रायगढ़, बालोद, बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर, कोरबा, धमतरी, महासमुंद, राजनांदगांव, कबीरधाम, सूरजपुर, कोरिया, जशपुर और कांकेर जिले के 22 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित स्पेशलाइज्ड थेरेपी सेंटर्स में 534 बुजुर्गों को निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराया गया'.
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रायपुर में बुजुर्गों के इलाज के लिए क्लीनिक: वरिष्ठ नागरिकों की सेहत की देखभाल के लिए एलोपैथिक केंद्रों में सियान जतन क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं. इसका विस्तार करते हुए अब आयुर्वेद के माध्यम से वृद्धावस्था में होने वाली शारीरिक और मानसिक समस्याओं से पीड़ित बुजुर्गों को विशेष OPD और पंचकर्म की सेवाएं राज्य के आयुर्वेदिक अस्पतालों में दी जा रही है. सियान जतन क्लिनिक में इलाज के लिए आए बुजुर्गों का विवरण भी रजिस्टर में रखा जा रहा है ताकि जरूरत पड़ने पर उनका फॉलोअप भी किया जा सके.