रायपुर: छत्तीसगढ़ में इन दिनों किसानों के आत्महत्या का मुद्दा गरमाया हुआ है. लगातार विपक्ष के नेता सरकार पर निशाना साध रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भूपेश बघेल को घेरे में लेते हुए कहा कि बोनस नहीं मिलने और रकबा घटने से किसान चिंतित हैं और इस वजह से आत्महत्या करने को मजबूर है. रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस पहले प्रदेश के किसानों की सुध ले उसके बाद किसान आंदोलन को समर्थन देने जाएं.
रमन सिंह ने कहा कि 'छत्तीसगढ़ में कितने ही किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं. कांग्रेस सरकार उनकी सुध ले. प्रदेश में धान खरीदी में अव्यवस्था फैली हुई है. केंद्र सरकार ने 40 लाख से 60 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की बात कही है, उसके बाद भी किसान आज तड़प रहा है. जिस तरह सोसाइटी के अंदर धान खरीदी की व्यवस्था है, उसे देखकर किसान आज भी सरकार को संदेह की नजह से देख रहा है.'
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किसानों को है बोनस का इंतजार
रमन सिंह ने बोनस को लेकर कहा कि 'पिछले साल के धान खरीदी का पैसा एक साल से नहीं दिया गया है. मार्च में आखिरी किस्त देने की बात कही गई है. पता नहीं दूसरे साल की धान खरीदी का पैसा सरकार किसानों के खाते में कब डालेगी. इनका कोई भरोसा नहीं है 2 साल का बोनस किसान जिसका इंतजार कर रहा है. वो बोनस भी सरकार पूरी तरह से भूल गई है.'
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किसानों का पूरा धान खरीदे सरकार
रमन सिंह ने कहा कि 'मुझे लगता है जब स्टेट का कोटा प्रधानमंत्री ने बढ़ाकर 60 लाख कर दिया है तो इनको किसानों का पूरा धान खरीदना चाहिए. रकबा घटाने की वजह से किसान आत्महत्या कर रहा है.'