ETV Bharat / city

मॉकड्रिल: हादसे की सूचना मिलते ही एक्टिव हुआ रेलवे प्रशासन, मौके पर पहुंची एंबुलेंस

रायपुर रेल मंडल के संरक्षण विभाग ने गोगांव समपार फाटक पर मॉक ड्रिल की. इस दौरान रेलवे के कर्मचारियों की मुस्तैदी की जांच की गई.

Raipur Railway Division did mock drill
मॉक ड्रिल
author img

By

Published : Jun 19, 2020, 1:47 PM IST

Updated : Jun 19, 2020, 10:17 PM IST

रायपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल के संरक्षण विभाग ने गोगांव समपार फाटक पर मॉक ड्रिल की. इस दौरान रेलवे के संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों ने किसी भी दुर्घटना की स्थिति में किस तरह मुस्तैदी से काम किया जाए इसका अभ्यास किया. इस दौरान इससे संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों को यह बनावटी सूचना दी गई की एक मालगाड़ी और चार पहिया वाहन की गांव के समपार फाटक पर टक्कर हो गई है. इसके बाद स्थानीय पुलिस और एंबुलेंस को भी सूचना दी गई.

राम वन गमन पथ की कार्ययोजना तैयार, 2 हजार 260 किलोमीटर होगी लंबाई

रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों की सतर्कता का पता लगाने के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल का आयोजन करता है. इस मॉक ड्रिल में ट्रेन हादसे की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई कि, एक चार पहिया वाहन मालगाड़ी से टकरा गया है. सूचना मिलते ही रेलवे चिकित्सा विभाग, स्थानीय पुलिस और दुर्घटना राहत के स्टाफ मौके पर पहुंचे. जहां उन्हें पता चला कि, ये मॉक ड्रिल है .रेलवे हर तीन से चार महीने में इस तरह की मॉक ड्रिल करता है. रेलवे ब्रेकडाउन स्टाफ, दुर्घटना राहत ट्रेन के स्टाफ, स्थानीय पुलिस, रेलवे चिकित्सा विभाग, कंट्रोल रूम के स्टाफ के अभ्यास और उनकी तैयारियों के लिए इस तरह की मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है.

मुस्तैदी जांचने के लिए किया जाता है मॉक ड्रिल

रेलवे में हादसों की आशंका बनी रहती है. ट्रेन हादसें में बड़ी संख्या में लोग हताहत हो जाते हैं. एक्सीडेंट्स की तैयारियों को जांचने के लिए मॉक ड्रिल की जाती है. इस मॉक ड्रिल में रायपुर रेल मंडल की मेडिकल टीम सहित सभी विभाग के समस्त संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों ने स्थान पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर मुस्तैदी और सतर्कता का अभ्यास किया.

रायपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल के संरक्षण विभाग ने गोगांव समपार फाटक पर मॉक ड्रिल की. इस दौरान रेलवे के संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों ने किसी भी दुर्घटना की स्थिति में किस तरह मुस्तैदी से काम किया जाए इसका अभ्यास किया. इस दौरान इससे संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों को यह बनावटी सूचना दी गई की एक मालगाड़ी और चार पहिया वाहन की गांव के समपार फाटक पर टक्कर हो गई है. इसके बाद स्थानीय पुलिस और एंबुलेंस को भी सूचना दी गई.

राम वन गमन पथ की कार्ययोजना तैयार, 2 हजार 260 किलोमीटर होगी लंबाई

रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों की सतर्कता का पता लगाने के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल का आयोजन करता है. इस मॉक ड्रिल में ट्रेन हादसे की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई कि, एक चार पहिया वाहन मालगाड़ी से टकरा गया है. सूचना मिलते ही रेलवे चिकित्सा विभाग, स्थानीय पुलिस और दुर्घटना राहत के स्टाफ मौके पर पहुंचे. जहां उन्हें पता चला कि, ये मॉक ड्रिल है .रेलवे हर तीन से चार महीने में इस तरह की मॉक ड्रिल करता है. रेलवे ब्रेकडाउन स्टाफ, दुर्घटना राहत ट्रेन के स्टाफ, स्थानीय पुलिस, रेलवे चिकित्सा विभाग, कंट्रोल रूम के स्टाफ के अभ्यास और उनकी तैयारियों के लिए इस तरह की मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है.

मुस्तैदी जांचने के लिए किया जाता है मॉक ड्रिल

रेलवे में हादसों की आशंका बनी रहती है. ट्रेन हादसें में बड़ी संख्या में लोग हताहत हो जाते हैं. एक्सीडेंट्स की तैयारियों को जांचने के लिए मॉक ड्रिल की जाती है. इस मॉक ड्रिल में रायपुर रेल मंडल की मेडिकल टीम सहित सभी विभाग के समस्त संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों ने स्थान पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर मुस्तैदी और सतर्कता का अभ्यास किया.

Last Updated : Jun 19, 2020, 10:17 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.