रायपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल के संरक्षण विभाग ने गोगांव समपार फाटक पर मॉक ड्रिल की. इस दौरान रेलवे के संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों ने किसी भी दुर्घटना की स्थिति में किस तरह मुस्तैदी से काम किया जाए इसका अभ्यास किया. इस दौरान इससे संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों को यह बनावटी सूचना दी गई की एक मालगाड़ी और चार पहिया वाहन की गांव के समपार फाटक पर टक्कर हो गई है. इसके बाद स्थानीय पुलिस और एंबुलेंस को भी सूचना दी गई.
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रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों की सतर्कता का पता लगाने के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल का आयोजन करता है. इस मॉक ड्रिल में ट्रेन हादसे की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई कि, एक चार पहिया वाहन मालगाड़ी से टकरा गया है. सूचना मिलते ही रेलवे चिकित्सा विभाग, स्थानीय पुलिस और दुर्घटना राहत के स्टाफ मौके पर पहुंचे. जहां उन्हें पता चला कि, ये मॉक ड्रिल है .रेलवे हर तीन से चार महीने में इस तरह की मॉक ड्रिल करता है. रेलवे ब्रेकडाउन स्टाफ, दुर्घटना राहत ट्रेन के स्टाफ, स्थानीय पुलिस, रेलवे चिकित्सा विभाग, कंट्रोल रूम के स्टाफ के अभ्यास और उनकी तैयारियों के लिए इस तरह की मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है.
मुस्तैदी जांचने के लिए किया जाता है मॉक ड्रिल
रेलवे में हादसों की आशंका बनी रहती है. ट्रेन हादसें में बड़ी संख्या में लोग हताहत हो जाते हैं. एक्सीडेंट्स की तैयारियों को जांचने के लिए मॉक ड्रिल की जाती है. इस मॉक ड्रिल में रायपुर रेल मंडल की मेडिकल टीम सहित सभी विभाग के समस्त संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों ने स्थान पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर मुस्तैदी और सतर्कता का अभ्यास किया.