रायपुर: छत्तीसगढ़ में पहली बार श्रम दिवस कुछ अलग ही अंदाज में मनाया जा रहा है. सीएम भूपेश बघेल ने मजदूर दिवस के एक दिन पहले लोगों से बोरे बासी खाकर मनाने की अपील की थी. सीएम की अपील का असर भी हुआ. आम लोगों के साथ ही खास लोग भी बोरे बासी खाते दिखाई दे रहे हैं. इसी कड़ी में रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल समेत सीएसपी, टीआई और सिपाही स्तर के भी पुलिसकर्मियों ने बोरे बासी का लुफ्त उठाया. अधिकारियों ने बाकायदा इसे सोशल मीडिया में भी पोस्ट शेयर किया है. (Raipur Police officers and employees ate bore basi)
बोरे बासी उत्सव: कोरिया कलेक्टर कुलदीप शर्मा और एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने खाया बोरे बासी
बोरे बासी बनाने की विधि: ताजे बने चावल को ठंडा कर पानी डाल कर कुछ समय के बाद खाने से ये बोरे कहलाता है. रात के बचे चावल को पानी में डालकर ढककर सुबह तक छोड़ दिया जाए तो बासी तैयार हो जाती है. मिट्टी के बर्तन में बोरे बासी बनाई जाए तो इसके बेहतर परिणाम मिलते हैं. चावल में बेहतर क्वालिटी का कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो कि अन्य अनाजों की तुलना में जल्दी पच जाता है. जब इससे बोरे बासी बनाया जाता है तो चावल का पाचन और बेहतर हो जाता है. यही कारण है कि यह बच्चे, बड़े व बुजुर्गों के लिए एक उत्तम आहार माना जाता है. गर्मियों के दिनों में बोरे बासी लू से बचाती है. बोरे बासी को प्याज, मिर्च, अचार, पापड़, और भाजी के साथ खाया जाता है.