रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सराफी व्यापारी लक्ष्मीनारायण लाहोटी के पास 786 अंक के नोटों का संग्रह हैं. दुर्लभ और प्राचीन चीजों का संग्रहण करने वाले लाहोटी बताते हैं कि संग्रहण का शौक उन्हें विरासत में मिला है. उनके पिता और दादा से उन्हें पुरानी चीजों को सहेज कर रखने का गुण मिला है. ना सिर्फ नोट बल्कि लाहोटी कई ऐसी चीजों को भी संजो कर रखे हुए है जो अब दुर्लभ हो चुकी है. (raipur bullion trader laxminarayan lahoti )
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रायपुर के सराफा व्यापारी के पास डबल 786 के नोट : 786 अंक के नोटों का संग्रह करने वाले लक्ष्मीनारायण लाहोटी का कहना है कि 'जिस तरह से हिंदू धर्म में किसी काम को शुरू करने के पहले ओम या श्री लिखा जाता है. उसी तरह इस्लाम धर्म में किसी काम को शुरू करने के लिए 786 लिखा जाता है. जिसका मतलब है 'शुरू करता हूं अल्लाह के नाम से'. इस्लाम धर्म की शुरुआत साढ़े 1400 साल पुरानी है. इस्लाम धर्म में किसी भी चीज की शुरुआत करते समय 786 का जिक्र होता है. हमारे पास 1 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक के 9 नोट ऐसे हैं जिसमें डबल 786 नंबर लिखा हुआ है. यानी नोटो का नंबर 786 786 है. जो कुल 1686 रुपये है'.
सराफा व्यापारी लक्ष्मी नारायण लाहोटी के पास 50 साल पुराने टेलीफोन का संग्रह
लक्ष्मीनारायण लाहोटी (Laxminarayan Lahoti) के पास आजादी से पहले 1945 से लेकर 1995 तक के 50 साल पुराने टेलीफोन मौजूद है. इनके पास मौजूद टेलीफोन का वजन 300 ग्राम से लेकर साढ़े 5 किलो तक का है. 5 किलो के इस फोन में कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 3 लोगों से बात की जा सकती है. उनके पास 57 टेलीफोन मौजूद है.