रायपुर : छत्तीसगढ़ की सियासत कब किस मुद्दे पर उबल जाए, कहा नहीं जा सकता. विधानसभा सत्र के ठीक पहले अब धर्मांतरण (conversion in Chhattisgarh) का मुद्दा प्रदेश में तूल पकड़ता जा रहा है. भाजपा इसे लेकर सीधे भूपेश सरकार पर आरोप लगा रही है. बीजेपी का कहना है कि राज्य सरकार के संरक्षण में आदिवासियों का धर्मांतरण(conversion of tribals) किया जा रहा है. जबकि कांग्रेस ने धर्मांतरण की बात को सिरे से नकार दिया है.
हाल ही में नया रायपुर में एक अवैध आश्रम का भंडाफोड़ हुआ था. आश्रम में मध्यप्रदेश के मंडला से लाए गए आदिवासी बच्चों को रखा गया था. इस मामले को धर्मांतरण से जोड़कर देखा जा रहा है. इस अवैध आश्रम को संचालित करने वाले शख्स का एक धर्म विशेष का प्रचारक होना बताया जा रहा है. हालांकि इस मामले में फिलहाल जांच चल रही है.
धर्मांतरण को लेकर सुकमा एसपी ने जारी किया अलर्ट
इस घटना के तुरंत बाद सुकमा जिले के एसपी का लिखा गया एक पत्र सुर्खियों में आ गया है. जिसमें उन्होंने जिले के कई गांवों में ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण कराए जाने और इसके चलते स्थानीय स्तर पर टकराव की स्थिति निर्मित होने को लेकर चिंता जताई गई है. इस पत्र के आधार पर ही भाजपा सांसद और वरिष्ठ आदिवासी नेता रामविचार नेताम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.
सरकार पर लग रहे आरोप
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि सरकार आदिवासियों का विकास रोक कर ईसाई मिशनरियों को यह मौका दे रही है कि वह शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे सेवाओं का प्रलोभन देकर धर्मांतरण करा सकें. पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जिस तरह से बस्तर के अंदरूनी इलाकों में धर्मांतरण कराया जा रहा है, वहां स्थानीय स्तर पर ही टकराव बढ़ सकता है. इसका लाभ कहीं ना कहीं नक्सली भी ले सकते हैं. सरकार को इस ओर गंभीरता से सोचना चाहिए और तत्काल इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगानी चाहिए. उन्होंने सुकमा एसपी की तरह सभी जिलों के कलेक्टर से भी इस ओर ध्यान देने की अपील की है.
अपने घर वापसी कार्यक्रम के लिए जाने जाने वाले जूदेव परिवार ने भी इस मामले पर भूपेश बघेल की सरकार पर हमला बोला है. भाजपा महामंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा है कि ईसाई मिशनरी से मिलने वाले फंड के लिए कांग्रेस धर्मांतरण को संरक्षण दे रही है.
प्रलोभन देकर किया जा रहा धर्मांतरण
नक्सल प्रभावित इलाकों के जानकारों का कहना है कि नक्सली इलाकों में किसी भी संगठन का अपना प्रचार-प्रसार बेहद कठिन है. ऐसे में अगर इलाकों में धर्मांतरण जैसे मामले सामने आ रहे हैं जो कि बेहद संवेदनशील मुद्दा होता है तो सरकार को ज्यादा अलर्ट होने की जरूरत है. वरिष्ठ पत्रकार गिरीश केसरवानी का कहना है कि सरकार कोई भी रहे, धर्मांतरण लगातार जारी था. हालांकि वर्तमान में धर्मांतरण तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने धर्मांतरण रोकने के लिए सरकार को बड़े पैमाने पर कदम उठाने की बात कही है. उन्होंने बताया कि यह धर्मांतरण ज्यादातर वहां किया जा रहा है जहां शिक्षा का अभाव है. जहां गरीब तबके के लोग निवास करते हैं. उन लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण किया जा रहा है.
शासन ने इस बात से किया इनकार
सरकार के प्रवक्ता और कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने भाजपा के इन सारे आरोपों को दरकिनार करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में ऐसी कोई परिस्थिति नहीं बनी है. कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि नहीं भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है इसलिए वह कांग्रेस सरकार पर अनर्गल का बयान बाजी कर रही है. उन्होंने कहा है कि भाजपा सुकमा एसपी के पद को मुद्दा बनाकर आरोप लगा रही है. जबकि यह कार्रवाई सरकार की जानकारी में की गई है. धर्मांतरण को रोकने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है.