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धार्मिक स्थलों को खोलने की अबतक नहीं मिली अनुमति, पंडित-पुजारियों में नाराजगी - demand to open temple in chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के बाद सभी सेवाओं में छूट दी गई है, लेकिन शासन ने अब तक मंदिर खोले जाने के संबंध में आदेश जारी नहीं किया है. इसे लेकर (religious places in raipur) लोगों में नाराजगी है.

Anger among people for not allowed to open religious places in raipur
मंदिर खोलने की मांग
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Published : Jun 6, 2021, 10:17 AM IST

Updated : Jun 6, 2021, 10:15 PM IST

रायपुर: लॉकडाउन के बाद कई तरह के उद्योगों और व्यापार को छूट दी गई है. शराब दुकान भी खोल दिए गए हैं. निर्धारित समय के लिए बाजार भी खोले जा रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने अबतक धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति नहीं दी है. इसे लेकर लोगों में नाराजगी है. पंडित और पुजारियों के साथ ही समाजसेवी भी मंदिर खोलने की मांग (demand to open temple) कर रहे हैं. उनका कहना है कि शराब दुकान (liquor store open) खोल दी गई हैं, वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया जा रहा है.

धार्मिक स्थलों को खोलने की अबतक नहीं मिली अनुमति

अप्रैल महीने में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए अलग-अलग तारीखों में लॉकडाउन लगाया गया. कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के बाद धीरे-धीरे निर्धारित समय सीमा में बाजार खोलने की अनुमति दी गई. कुछ दिन पहले शासन ने शराब दुकानों को खोलने के संबंध में भी आदेश जारी कर दिया. अबतक धार्मिक स्थलों में ताला लटका हुआ है. जिसके कारण भक्तों को भगवान के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं. प्रदेश के सभी धार्मिक स्थल गुरुद्वारा, मंदिर, मस्जिद और चर्च में ताले लगे हुए हैं.

रायपुर के पंडित मनोज शुक्ला के पास है 132 साल पुराने धार्मिक ग्रंथों की विरासत


धार्मिक स्थलों को खोलने की नहीं मिली अनुमति

समाजसेवी का कहना है सरकार को धार्मिक स्थलों को भी जल्द से जल्द खोलने की अनुमति देनी चाहिए. शराब दुकानों को खोलने की अनुमति मिलने के बाद क्या वहां पर कोरोना संक्रमण का खतरा नहीं है? उन्होंने कहा कि शराब दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ रही है. धार्मिक स्थलों को कोरोना गाइडलाइन के तहत खोलने की अनुमति प्रशासन को देनी चाहिए.

रायपुर: लॉकडाउन के बाद कई तरह के उद्योगों और व्यापार को छूट दी गई है. शराब दुकान भी खोल दिए गए हैं. निर्धारित समय के लिए बाजार भी खोले जा रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने अबतक धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति नहीं दी है. इसे लेकर लोगों में नाराजगी है. पंडित और पुजारियों के साथ ही समाजसेवी भी मंदिर खोलने की मांग (demand to open temple) कर रहे हैं. उनका कहना है कि शराब दुकान (liquor store open) खोल दी गई हैं, वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया जा रहा है.

धार्मिक स्थलों को खोलने की अबतक नहीं मिली अनुमति

अप्रैल महीने में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए अलग-अलग तारीखों में लॉकडाउन लगाया गया. कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के बाद धीरे-धीरे निर्धारित समय सीमा में बाजार खोलने की अनुमति दी गई. कुछ दिन पहले शासन ने शराब दुकानों को खोलने के संबंध में भी आदेश जारी कर दिया. अबतक धार्मिक स्थलों में ताला लटका हुआ है. जिसके कारण भक्तों को भगवान के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं. प्रदेश के सभी धार्मिक स्थल गुरुद्वारा, मंदिर, मस्जिद और चर्च में ताले लगे हुए हैं.

रायपुर के पंडित मनोज शुक्ला के पास है 132 साल पुराने धार्मिक ग्रंथों की विरासत


धार्मिक स्थलों को खोलने की नहीं मिली अनुमति

समाजसेवी का कहना है सरकार को धार्मिक स्थलों को भी जल्द से जल्द खोलने की अनुमति देनी चाहिए. शराब दुकानों को खोलने की अनुमति मिलने के बाद क्या वहां पर कोरोना संक्रमण का खतरा नहीं है? उन्होंने कहा कि शराब दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ रही है. धार्मिक स्थलों को कोरोना गाइडलाइन के तहत खोलने की अनुमति प्रशासन को देनी चाहिए.

Last Updated : Jun 6, 2021, 10:15 PM IST
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