रायपुर : छत्तीसगढ़ में स्कूल सफाई कर्मियों ने शुक्रवार को जल समाधि ली . सरकार की वादाखिलाफी का जमकर विरोध किया ( Protest of part time school sanitation workers in Chhattisgarh) है. छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले सफाई कर्मी 7 मार्च से एक सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. प्रदेश में इनकी संख्या 43 हजार से ज्यादा है. शासन-प्रशासन के मांग पूरी नहीं करने पर सफाई कर्मियों ने शनिवार को बूढ़ातालाब में जल समाधि (part time sanitation workers take jal samadhi in raipur) ली .
क्यों हो रहा है प्रदर्शन : स्कूल सफाई कर्मचारी संघ (part time school sweeper in chhattisgarh) के लोगों ने बताया ''100 दिन से अधिक हो गए हैं लेकिन सरकार बात नहीं सुन रही है. जिसके कारण उग्र आंदोलन करने का फैसला लिया गया है. 14 जून से उग्र आंदोलन चल रहा है. यह 18 जून तक चलेगा. 14 जून को हवन जाप का कार्यक्रम रखा गया , 15 जून को शोभायात्रा निकाली गई, 16 जून को सामूहिक इस्तीफा , 17 जून को जल सत्याग्रह और 18 जून को मुंडन किया जाएगा.''
कितना है मानदेय : कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष ने बताया कि "साल 2011 से छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में 43301 स्कूल सफाई कर्मचारी काम करते आ रहे हैं. वर्तमान में सरकार 2300 प्रतिमाह मानदेय दे रही (Part time school sanitation workers strike in Chhattisgarh) है. आज के समय में इतने मानदेय में परिवार का भरण-पोषण कर पाना संभव नहीं है. 2018 में कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में वादा किया था कि कर्मचारियों को अंशकालीन से पूर्ण कालीन नियमित किया जाएगा. सत्ता में आने के बाद विधायक और मंत्री से मुलाकात कर नियमितीकरण की मांग की गई थी. बजट सत्र 2022 में इसे पूरा करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन आज तक मांगों को पूरा नहीं किया गया है. जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.''
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कब तक चलेगा आंदोलन : छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के उपाध्यक्ष ने बताया " कर्मचारी स्कूल में दिन भर काम करते हैं लेकिन हमें सिर्फ 2300 रुपए मासिक मानदेय दिया जाता है. संघ की मांग है कि अंशकालीन से पूर्ण कालीन करते हुए उन्हें नियमित किया जाए. जिस तरह सत्ता में आने से पहले वादा किया गया था, सरकार अपना वादा निभाए. जब तक मांगें पूरी नहीं होती, यह आंदोलन (Part time school sweepers are giving mass resignation) जारी रहेगा.''