रायपुर : केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने सोने का आयात शुल्क 5% बढ़ा दिया है. पहले सोने पर आयात शुल्क 7.5% लग रहा था. इसे बढ़ाकर 12.5% कर दिया गया है. सोने पर लगे आयात शुल्क की बढ़ोतरी को लेकर सर्राफा एसोसिएशन ने विरोध जताया (Chhattisgarh Sarafa Association protested) है. त्योहारी सीजन को देखते हुए सरकार ने आयात शुल्क पर बढ़ोतरी की है. इसकी मार ग्राहकों को झेलनी (Opposing gold import duty hike in raipur) पड़ेगी.
क्या है सर्राफा एसोसिएशन का कहना : सर्राफा एसोसिएशन का कहना है कि ''पीली धातु यानी सोने पर आयात शुल्क बढ़ा दिया गया है. इसका विरोध कर रहे हैं. बढ़ोतरी पूरे सराफा जगत के साथ ही आम नागरिकों को प्रभावित करेगी. सोने पर आयात शुल्क की बढ़ोतरी तो कर दी गई लेकिन अतिरिक्त सेस को हटा दिया गया है. जिससे आयात लगभग 3% महंगा होना तय है. वहीं केंद्र सरकार का कहना है कि अवमूल्यन और विदेशी मुद्रा के नुकसान को रोकने और सोने की कीमतें बढ़ने से इसकी खरीदी कम हो गई इसलिए आयात शुल्क में बढ़ोतरी की गई है.''
क्या होगा नुकसान : सराफा व्यापारी तरुण कोचर का कहना है " केंद्र सरकार आयात शुल्क को कम करे. जिससे दो नंबर में सोने की तस्करी होती है. वह भी बंद हो. अब तक व्यापारी सर्राफा का व्यापार एक नंबर में करते आ रहे हैं. केंद्र सरकार सोने पर लगाए गए आयात शुल्क को कम करके सर्राफा कारोबारियों और आम नागरिकों को राहत (Demand from Central Government of Chhattisgarh Bullion Association) पहुंचाए. पहले से ही सर्राफा सेक्टर में मंदी का दौर चल रहा है. ग्राहक सोने की कीमत ज्यादा होने के कारण खरीदी भी कम कर रहे हैं ."
ग्राहक नहीं खरीद रहे हैं सोना : सर्राफा व्यापारी तरुण कोचर का कहना है कि "आयात शुल्क में 5% की बढ़ोतरी की गई है. आम नागरिकों को 12.5% आयात शुल्क के साथ सेस 2.5% और 3% जीएसटी मिलाकर 18% शुल्क देना होगा. इसका खामियाजा आम नागरिकों को उठाना पड़ेगा. अगस्त महीने से त्योहारी सीजन शुरू हो जाएगा. आयात शुल्क बढ़ने से ग्राहकों को महंगे दामों में सोने के आभूषण खरीदने पड़ रहे हैं. ग्राहक सोने के आभूषण की खरीदी से दूर होता जा रहा है. "