रायपुर : शहर में खुले हुए ट्रांसफार्मर दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे (open transformer in raipur) हैं. शहर के कई ट्रांसफार्मर्स में सुरक्षा के लिए घेरा नहीं है. जिसके कारण हादसे हो सकते हैं. ट्रांसफार्मर में फेंसिंग नहीं होने के कारण अवैध कब्जे भी लगातार बढ़ रहे हैं. रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड और छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी ने शहर के कई ट्रांसफार्मर के चारों ओर घेरा लगाकर फेंसिंग का काम शुरू किया था. लेकिन शायद ये सिर्फ दिखावे के लिए था.
कब होती है परेशानी : कुछ ही दिनों में बारिश का मौसम शुरू हो जाएगा. ऐसे में यह देखा गया है कि बारिश के दौरान खुले ट्रांसफार्मर के आसपास अक्सर दुर्घटना होने की संभावना बनीं रहती है. ट्रांसफार्मर में फेंसिंग नहीं होने के कारण जान-माल के नुकसान होने का भी खतरा भी मंडराता (No fencing in many transformers of Raipur) है. बीते कुछ समय पहले ही कबीर नगर इलाके में ट्रांसफार्मर की चपेट में आने के कारण चार गाय और एक कुत्ते की करंट से मौत हुई थी.
रायपुर में कितने ट्रांसफॉर्मर : रायपुर सिटी सर्कल में छोटे-बड़े मिलाकर लगभग 10,000 बिजली डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लगे हैं. शहर के कुछ इलाकों में स्मार्ट सिटी और बिजली विभाग ने ट्रांसफार्मर के चारों ओर सुरक्षा घेरा करने की योजना बनाई गई थी. गिने-चुने स्थानों पर फेंसिंग हुई. यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया है.
खुले ट्रांसफॉर्मर से खतरा क्यों : शहर के शास्त्री बाजार निवासी रमन ने बताया ''पिछले साल बारिश के दौरान जब वे राजीव गांधी चौक के पास लगे ट्रांसफार्मर के पास से गुजर रहे थे तो उस दौरान उन्हें ट्रांसफार्मर से बुरी तरह करंट लगा था. करंट का झटका इतना तेज था कि दायां हाथ काम करना बंद कर चुका था. शहर के कई इलाकों में ट्रांसफार्मर खुले हैं. नगर निगम प्रशासन और बिजली विभाग को इस पर ध्यान देकर उसे घेरने का काम शुरू करना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो.''
किनको ट्रांसफॉर्मर से ज्यादा खतरा : रायपुर शहर में ट्रांसफार्मर के नीचे अवैध रूप से अतिक्रमण कर कई लोग व्यवसाय कर रहे हैं. नगर निगम प्रशासन का दावा है कि ट्रांसफार्मर के नीचे अतिक्रमण कर व्यवसाय करने वाले लोगों को हटाया जा रहा है. लेकिन शहर के ज्यादातर इलाकों में अब भी व्यवसाय जारी है.
जिम्मेदारों की क्या है राय : रायपुर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे का कहना है कि '' नगर निगम में जब से कांग्रेस की सरकार आई है, जनता की जान की कोई परवाह नहीं है. आवारा मवेशियों के साथ-साथ खुले में ट्रांसफार्मर रहने के कारण आम नागरिकों की भी जान को खतरा है. जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग इसकी सुध नहीं ले रहे हैं. रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर (Mayor Ejaz Dhebar) का कहना है कि ''यह बिजली विभाग को करना है, हम लोगों के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता. बात मवेशियों की नहीं बल्कि आम लोगों की भी है. कई कॉलोनियों में भी ट्रांसफार्मर खुले हैं, जहां बच्चे खेलते हैं. लोग वहां से गुजरते हैं. इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए नगर निगम की ओर से बिजली विभाग को पत्र लिखा गया है ताकि खुले ट्रांसफार्मर को बंद किया जा सके.''
CSPDCL अधिकारी ने भी माना खतरा : छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के कार्यपालक निदेशक जेएस नेताम ने कहा ''ट्रांसफार्मर के चारों ओर घेरा लगाने की यह सतत प्रक्रिया है. रायपुर शहर के अंतर्गत लगभग 10,000 ट्रांसफार्मर हैं. सभी लाइनमैन को भी निर्देशित किया गया है कि जहां भी जाएं ट्रांसफार्मर को जरूर बंद करें.''