हैदराबाद/रायपुरः देखा जाय तो देश में त्यौहारों के सीजन की शुरुआत लगभग हो चुकी है. गणेश उत्सव (Ganesh Utsav) समाप्त होने के बाद इन दिनों पितृ पक्ष चल रहा है. इसके तुरंत बाद नवरात्र और दीपावली (Navratri and Diwali) जैसे प्रमुख त्यौहारों की बहार होगी. हिंदी पंचांग के अनुसार आश्विन मास की शुरूआत 21 सितंबर 2021 से हो चुका है. यह 20 अक्टूबर 2021 को समाप्त होगा. अक्टूबर 2021 के आश्विन महीने में पड़ने वाले प्रमुख व्रत और त्यौहारों (Major fasts and festivals) का यहां पर पूरा लेखाजोखा जानिए...
1 अक्टूबर 2021- दशमी श्राद्ध
दशमी तिथि को का श्राद्ध किया जाएगा. अर्थात जिनकी मृत्यु किसी भी महीने के कृष्ण या शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को हुआ हो, उनका श्राद्ध आज के दिन ही किया जायेगा.
2 अक्टूबर 2021- इंदिरा एकादशी
इंदिरा एकादशी पितृपक्ष में पड़ती है. इसका महत्व काफी बढ़ जाता है. मान्यता है कि जाने-अंजाने हुए अपने पाप कर्मों की वजह से यमराज के यहां दंड भोग रहे पूर्वजों को इंदिरा एकादशी व्रत का पुण्य दान किए जाने से उन्हें मोक्ष मिल जाता है.
04 अक्टूबर 2021- प्रदोष व्रत
महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को भगवान शिव-पार्वती (Shiva-Parvati) के नाम पर प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) रखा जाता है. व्रत के सोमवार को पड़ने के कारण इसे सोम व्रत कहा जाएगा. इस दिन व्रत धारण करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इधर, इसी तिथि को मासिक शिवरात्रि की पूजा भी किया जाएगा. यह पूजा चतुर्दशी तिथि (puja chaturdashi date) के दौरान रात के समय किया जाएगा. इसकी तिथि इस दिन रात 9 बज कर 6 मिनट से शुरू हो कर दूसरे दिन शाम 7 बज कर 4 मिनट तक निर्धारित है. जिसके कारण मासिक शिवरात्रि 4 अक्टूबर को ही मनाया जा रहा है.
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06 अक्टूबर 2021- सर्वपितृ अमावस्या
यह दिन पितृपक्ष का आखिरी दिन होगा. सर्वपितृ अमावस्या पर मृत परिजनों का श्राद्ध किया जाएगा. साथ ही मातामह, यानि नाना का श्राद्ध भी इसी दिन किया जायेगा. दौहित्र, यानि बेटी के बेटे को यह श्राद्ध करना (to perform shraddha) चाहिए. भले ही उसके नाना के पुत्र जीवित हों, लेकिन वह भी यह श्राद्ध कर के उनका आशीर्वाद पा सकता है.
07 अक्टूबर 2021- शारदीय नवरात्रि प्रारंभ
नवरात्रि के पहले दिन प्रतिपदा तिथि पर घटस्थापना की जाएगी. नवरात्रि में देवी दुर्गा (Goddess Durga in Navratri) के नौ स्वरूपों की पूजा होती है. इस दिन से ले कर पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग नौ शक्ति स्वरूपों की पूजा की जायेगी.
9 अक्टूबर 2021- विनायक गणेश चतुर्थी
शास्त्रों में नवरात्रि के दौरान पड़ने वाली चतुर्थी तिथि में गणपति की साधना का अपने आप में काफी महत्व है. नवरात्र में शक्ति की साधना (cultivation of power) से सब कुछ पाया जा सकता है और उन्हीं शक्तियों में से श्री गणेश भी एक हैं.
13 अक्टूबर 2021- दुर्गा अष्टमी
इस दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप की पूजा की जाती है. दुर्गा अष्टमी (Durga Ashtami) पर नौ कन्याओं (nine girls) का पूजन करते हुए इन्हें भोजन कराने का प्रावधान है.
14 अक्टूबर 2021- महानवमी
महानवमी तिथि पर माता के आखिरी स्वरूप सिद्धिदात्री स्वरूप (siddhidatri form) की पूजा की जाएगी. इस दिन हवन, कन्या-पूजा आदि करके मां दुर्गा को विदा किया जाता है.
15 अक्टूबर 2021- विजयदशमी, दशहरा
विजयदशमी (vijayadashmi) पर भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर के लंका पर विजय हासिल की थी. इस दिन मां दुर्गा ने दैस्य महिषासुर का वध भी किया था. यह तिथि पूरे देश में विजयदशमी दशहरा (Vijayadashami Dussehra) के रूप में लोकप्रिय है.
15 अक्टूबर 2021- बुद्ध जयंती
दशहरा के दिन ही बुद्ध जयंती भी मनाई जाएगी. इस तिथि पर भगवान विष्णु (Lord Vishnu) का अवतार माने जाने वाले बुद्ध का जन्म हुआ था.
16 अक्टूबर 2021- पापांकुशा एकादशी
एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु की उपासना की जाएगी. पाप रूपी हाथी को पुण्य रूपी अंकुश से भेदने के कारण ही इसे पापांकुशा एकादशी के नाम से जाना जाता है.
19 अक्टूबर 2021- शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) को कोजागर पूर्णिमा कहा जाता है. इस दिन चंद्रमा सोलह कलाओं से युक्त होगा. माना जाता है कि इस दिन रात के समय चांद की रोशनी में पूरी और खीर रख कर दूसरे दिन उसका सेवन करना सेहत के लिए काफी लाभप्रद होगा. मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणों (moon rays) से अमृत बरसता है.
24 अक्टूबर 2021- करवा चौथ
हिंदू धर्म में करवा चौथ के व्रत का विशेष महत्व है. करवा चौथ का व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर रखा जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखते हुए अपने पति की लंबी आयु की कामना करेंगी.
28 अक्टूबर 2021- अहोई अष्टमी
यह व्रत करवा चौथ से चार दिन बाद और दिवाली से 8 दिन पहले मनाया जाएगा. इस दिन माता अहोई की पूजा-अर्चना की जाएगी.