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अब तो रेल रिजर्वेशन किराये में छूट दे दो 'सरकार', रायपुर में वरिष्ठ नागरिकों ने की मांग

कोरोना संक्रमण (corona infection) के दौर में समाप्त कर दिए गए रेल यात्रा की छूट को फिर से लागू नहीं किए जाने की वजह से कई वर्ग (many classes) आहत है. रायपुर में मुख्य रूप से सीनियर सिटीजन (senior citizens), विकलांगों (handicapped) को रेल यात्रा (train journey) में भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे लोगों ने रेल की यात्रा में पूर्व में लागू सभी छूट से यात्रियों (passengers) को लाभान्वित करने की आवाज उठाई है.

Now give discount in rail reservation fare, 'Government'
अब तो रेल रिजर्वेशन किराये में छूट दे दो 'सरकार'
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Published : Sep 4, 2021, 10:48 PM IST

रायपुरः कोरोना काल में केंद्र सरकार ने कई सेवाओं और सुविधाओं में दी गई छूट को समाप्त कर दिया था. इसी कड़ी में रेलवे रिजर्वेशन (railway reservation) किराये में यात्रियों को मिलने वाली छूट को भी केंद्र सरकार (central government) ने बंद कर दिया था. कयास लगाए जा रहे थे कि कोरोना काल (corona period) के बाद स्थिति सामान्य होने पर केंद्र सरकार वापस इस छूट को शुरू करेगी लेकिन अब तक सरकार (Government) की ओर से वापस ली गई छूट को शुरू नहीं किया गया है.

रेल किराए में छूट की मांग

आज इसका लाभ लेने वाला एक बहुत बड़ा वर्ग प्रभावित हो रहा है जिन लोगों को रेलवे रिजर्वेशन किराये में छूट मिलती थी. रेलवे द्वारा 58 साल से ऊपर की महिला और 60 साल से ऊपर के पुरुषों को रेलवे किराए में क्रमशः 50 और 40 फीसदी की छूट देती है. इसी तरह अधिमान्य पत्रकारों को भी लगभग 50 फीसदी की छूट रेलवे रिजर्वेशन (railway reservation) किराया में दी जाती है. इसके अलावा भी कई वर्गों को रेलवे रिजर्वेशन किराए में छूट दी जाती थी जो कि कोरोना काल के दौरान बंद कर दी गई है.

रायपुर रेल मंडल के वरिष्ठ प्रचार निरीक्षक शिव प्रसाद पवार के अनुसार रायपुर रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन लगभग 40 हजार लोग यात्रा करते हैं. जिसमें से लगभग 20 से 25 फीसदी यात्रियों को रेलवे रिजर्वेशन किराए में छूट दी जाती थी. सीनियर सिटीजन, पत्रकार, बीमार और दिव्यांग सहित कई वर्ग के लोग शामिल थे. लेकिन कोरोना काल के दौरान बीमार और दिव्यांगों को छोड़ कर बाकी रेलवे रिजर्वेशन किराया में दी जाने वाली छूट को बंद कर दिया गया है. इस छूट को दोबारा शुरू करने अब तक रेलवे विभाग की ओर से कोई आदेश जारी नहीं किया गया है.


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पात्रता रखने वालों को मिलना चाहिए लाभ
वहीं, जिस वर्ग को रेलवे रिजर्वेशन किराए में छूट मिलती थी उन्होंने केंद्र सरकार से इस छूट को वापस बहाल करने की मांग की है. फिर चाहे वह सीनियर सिटीजन हो या अधिमान्य पत्रकार. इन सभी ने एक स्वर में कहा है कि वर्तमान में कोरोना को लेकर स्थिति सामान्य हो रही है. ऐसे में केंद्र सरकार को चाहिए कि रेलवे रिजर्वेशन में विभिन्न वर्गों को मिलने वाली छूट को पुनः बहाल करे.

सीनियर सिटीजन लालिता यादव ने कहा है कि पहले वह ट्रेन से आते-जाते थे. उन्हें टिकट में 50 परसेंट की छूट मिलती थी. जो कोरोना के दौरान बंद कर दी गई. लेकिन अब स्थिति पहले से काफी बेहतर है तो सरकार को चाहिए कि वे सीनियर सिटीजन को रेलवे रिजर्वेशन किराये में मिलने वाली छूट वापस दे.

वहीं रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष दामू आम्बेडरे ने भी कहा है कि रेलवे रिजर्वेशन किराये में पहले अधिमान्य पत्रकारों को छूट दी जाती थी जो कोरोना काल में बंद हो गई है. सरकार को इसे पुनः चालू करना चाहिए. दामू आम्बेडरे ने कहा है कि वह रेलवे रिजर्वेशन में मिलने वाली छूट पुनः देने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भी लिखेंगे.

रायपुरः कोरोना काल में केंद्र सरकार ने कई सेवाओं और सुविधाओं में दी गई छूट को समाप्त कर दिया था. इसी कड़ी में रेलवे रिजर्वेशन (railway reservation) किराये में यात्रियों को मिलने वाली छूट को भी केंद्र सरकार (central government) ने बंद कर दिया था. कयास लगाए जा रहे थे कि कोरोना काल (corona period) के बाद स्थिति सामान्य होने पर केंद्र सरकार वापस इस छूट को शुरू करेगी लेकिन अब तक सरकार (Government) की ओर से वापस ली गई छूट को शुरू नहीं किया गया है.

रेल किराए में छूट की मांग

आज इसका लाभ लेने वाला एक बहुत बड़ा वर्ग प्रभावित हो रहा है जिन लोगों को रेलवे रिजर्वेशन किराये में छूट मिलती थी. रेलवे द्वारा 58 साल से ऊपर की महिला और 60 साल से ऊपर के पुरुषों को रेलवे किराए में क्रमशः 50 और 40 फीसदी की छूट देती है. इसी तरह अधिमान्य पत्रकारों को भी लगभग 50 फीसदी की छूट रेलवे रिजर्वेशन (railway reservation) किराया में दी जाती है. इसके अलावा भी कई वर्गों को रेलवे रिजर्वेशन किराए में छूट दी जाती थी जो कि कोरोना काल के दौरान बंद कर दी गई है.

रायपुर रेल मंडल के वरिष्ठ प्रचार निरीक्षक शिव प्रसाद पवार के अनुसार रायपुर रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन लगभग 40 हजार लोग यात्रा करते हैं. जिसमें से लगभग 20 से 25 फीसदी यात्रियों को रेलवे रिजर्वेशन किराए में छूट दी जाती थी. सीनियर सिटीजन, पत्रकार, बीमार और दिव्यांग सहित कई वर्ग के लोग शामिल थे. लेकिन कोरोना काल के दौरान बीमार और दिव्यांगों को छोड़ कर बाकी रेलवे रिजर्वेशन किराया में दी जाने वाली छूट को बंद कर दिया गया है. इस छूट को दोबारा शुरू करने अब तक रेलवे विभाग की ओर से कोई आदेश जारी नहीं किया गया है.


रायपुर की सड़कों पर क्यों दिखा कफन और लाशों का अंबार ?
पात्रता रखने वालों को मिलना चाहिए लाभ
वहीं, जिस वर्ग को रेलवे रिजर्वेशन किराए में छूट मिलती थी उन्होंने केंद्र सरकार से इस छूट को वापस बहाल करने की मांग की है. फिर चाहे वह सीनियर सिटीजन हो या अधिमान्य पत्रकार. इन सभी ने एक स्वर में कहा है कि वर्तमान में कोरोना को लेकर स्थिति सामान्य हो रही है. ऐसे में केंद्र सरकार को चाहिए कि रेलवे रिजर्वेशन में विभिन्न वर्गों को मिलने वाली छूट को पुनः बहाल करे.

सीनियर सिटीजन लालिता यादव ने कहा है कि पहले वह ट्रेन से आते-जाते थे. उन्हें टिकट में 50 परसेंट की छूट मिलती थी. जो कोरोना के दौरान बंद कर दी गई. लेकिन अब स्थिति पहले से काफी बेहतर है तो सरकार को चाहिए कि वे सीनियर सिटीजन को रेलवे रिजर्वेशन किराये में मिलने वाली छूट वापस दे.

वहीं रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष दामू आम्बेडरे ने भी कहा है कि रेलवे रिजर्वेशन किराये में पहले अधिमान्य पत्रकारों को छूट दी जाती थी जो कोरोना काल में बंद हो गई है. सरकार को इसे पुनः चालू करना चाहिए. दामू आम्बेडरे ने कहा है कि वह रेलवे रिजर्वेशन में मिलने वाली छूट पुनः देने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भी लिखेंगे.

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