बालोद/बिलासपुर/कोरबा/रायपुर/बस्तर : धान खरीदी से पहले ही बालोद जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां टोकन लेने के दौरान बड़ा हादसा हुआ है. धान बेचने की जल्दी में भगदड़ (Stampede at Paddy Procurement Center in Balod ) मच गई, जिसमें 17 महिलाएं कुचल गईं. इनमें तीन की हालत बेहद गंभीर है. घटना के बाबत प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों ने बताया कि धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक ने एक ही दिन में 4 गांव के लोगों को बुला लिया था. इसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ा. छोटे से गेट के सामने सैंकड़ों किसान देर रात से ही जुटने लगे थे. धान खरीदी में अब महज 2 दिन बचे हैं. ऐसे में केन्द्र पर टोकन के लिए किसानों की भारी भीड़ जुट गई. सुबह केन्द्र का गेट खुलते ही वहां भगदड़ मच गई.
ये महिलाएं हुईं घायल
भगदड़ में कई महिलाओं को गंभीर चोट आई है. हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर तहसीलदार सहित पुलिस की टीम पहुंची. जबकि ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि चार गांवों के किसानों को एक साथ बुलाने वाले प्रबंधक ने कानून व्यवस्था संभालने के लिए महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों को पहले ही क्यों नहीं बुलाया था. इधर, इस भगदड़ में अनुसुइया बाई, शांति बाई निषाद, खेमिन बाई, मनभा बाई, सोना यादव माखन, रामेश्वरी सोरी, गनेशिया बाई, ललिता बाई, कमलेश्वरी केश्वरी, गंगा, रेखा साहू, मीरा मुलिया, कुंवर सिंह और नरबद बाई समेत अन्य महिलाएं घायल हुई हैं.
व्यवस्था तो दूर किसानों के बारदाने से कमाई करती है सरकार : रजनीश
इधर बिलासपुर के बेलतरा विधायक रजनीश सिंह ने धान खरीदी मामले पर कहा है कि पूरे छत्तीसगढ़ में बारदाने की (Shortage of Gunny Bags in Chhattisgarh) कमी है, लेकिन सरकार व्यवस्था तो दूर उल्टे किसानों के बारदाने लेकर कमाई करती है. उनका पिछले वर्ष का पूरा पैसा दिये बिना ही फिर उनसे बारदाना लेने के आदेश जारी किया गया है. बेलतरा विधायक रजनीश सिंह ने राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार ने किसानों की धान खरीदी करने की तैयारी तो कर ली है, लेकिन बारदाने की कमी से अब भी सरकार उबर नहीं पाई है.
कोरबा में खामियां दूर कर ठोस तैयारी के डीएम ने दिये निर्देश
वहीं कोरबा में धान खरीदी शुरू होने के 4 दिन पूर्व 27 नवंबर की शाम कलेक्टर ने खुद धान खरीदी केंद्र पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया. कलेक्टर रानू साहू ने कोरबा विकासखंड के सोनपुरी धान खरीदी केंद्र में तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान खामियों को दुरुस्त कर ठोस तैयारी करने के निर्देश केंद्र प्रभारी को दिये. धान खरीदी शुरू होने से पहले व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं.
धान खरीदी के लिए सरकार के पास बोरी तक नहीं : धरमलाल
प्रदेश की राजधानी रायपुर में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Leader of Opposition Dharamlal Kaushik) ने छत्तीसगढ़ सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि 1 दिसंबर से सरकार धान खरीदी करने वाली है. लेकिन धान खरीदी को लेकर सरकार की अभी भी कोई तैयारी नहीं हुई है. बोरे के लिए अभी भी छत्तीसगढ़ सरकार सारा ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ रही है. किसानों के धान की खरीदी के लिए सरकार के पास बोरी तक नहीं है.
बस्तर संभाग में बाहरी प्रदेशों से धान की आवक रोकने को पुलिस-प्रशासन तैयार
धान खरीदी को ध्यान में रखते हुए बस्तर संभाग में प्रशासन के साथ-साथ पुलिस ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. पड़ोसी राज्यों से अवैध धान की तस्करी रोकने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है. बस्तर के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में चेकपोस्ट लगाकर जिला प्रशासन की टीम के साथ सुरक्षा बल के जवानों को भी तैनात किया जा रहा है. इन जवानों के द्वारा संभाग के सभी धान खरीदी केंद्रों में 24 घंटे निगरानी रखी जाएगी, ताकि किसी भी तरह दूसरे राज्यों से लाया धान खरीदी केंद्रों में खपाया न जा सके. पुलिस बल के साथ ही राजस्व विभाग के कर्मचारियों की तैनाती भी प्रशासन करने जा रही है.