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जानिए क्यों खून की कमी शरीर के लिए हो सकती है घातक ? - What is the loss due to deficiency of anemia

हमारे शरीर का प्रमुख अवयव खून है. खून की कमी से शरीर में कई तरह के विकार उत्पन्न हो सकते (Loss of blood can be fatal for the body) हैं. ऐसा ही एक विकार एनीमिया है.

Loss of blood can be fatal for the body
खून की कमी शरीर के लिए हो सकती है घातक
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Published : Jul 2, 2022, 5:53 PM IST

रायपुर : एनीमिया का मतलब रक्त की कमी होना है. जिसे लोग एनीमिया के नाम से जानते हैं. एनीमिया केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में भी एनीमिया की समस्या देखने को मिलती (Loss of blood can be fatal for the body) है. एनीमिया के तो कई बेसिक कारण होते हैं. जैसे सिकल सेल एनीमिया जो जन्म से होती है. ऐसे लोगों में हीमोग्लोबिन बनने की मात्रा कम हो जाती है. हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होने से उसे हम एनीमिया के नाम से जानते हैं. कई बार खून के ज्यादा बहने या एक्सीडेंट होने पर ऐसी स्थिति में भी एनीमिया के लक्षण देखने को मिलते हैं.

जानिए क्यों खून की कमी शरीर के लिए हो सकती है घातक

किससे बनता है हीमोग्लोबिन : डाइटिशियन डॉक्टर सारिका श्रीवास्तव (Dietician Dr Sarika Srivastava) का कहना है कि '' खान-पान के कारण भी एनीमिया होता है. ऐसे समय में रक्त की कमी होने लगती है. एनीमिया हीमोग्लोबिन नाम के प्रोटीन से हिम नाम का आयरन का हिस्सा होता है. ग्लोबिन जब प्रोटीन के साथ मिलता है. तो जहां हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन बनाता है. जो कि आरबीसी में पाया जाता है. जब इसकी कमी होती है तो यह एनीमिया के रूप में देखा जाता है."


कितना होना चाहिए हीमोग्लोबिन : हीमोग्लोबिन की मात्रा महिलाओं में 11% से लेकर 12.5% तक होना चाहिए. इसी तरह पुरुषों में हीमोग्लोबिन की मात्रा 14% से लेकर 16% तक होना चाहिए. यह नार्मल रेंज होती है . इस तरह की समस्या छत्तीसगढ़ में ज्यादा देखने को मिल रही (What is the loss due to deficiency of anemia) है. इससे बचने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है. ऐसे समय में आयरन का सेवन या फिर आयरन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए. जिससे एनीमिया से बचा जा सके और हीमोग्लोबिन का प्रतिशत नार्मल रेंज पर पहुंच सके.


हीमोग्लोबिन की कमी कैसे पूरी करें : डाइटिशियन डॉक्टर सारिका श्रीवास्तव ने बताया कि "आयरन की मात्रा ड्राई फ्रूट्स अंजीर और छुहारे जैसी चीजों का सेवन करने से आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है. इसके साथ ही अलसी के बीच में भी आयरन की मात्रा अधिक पाई जाती (Iron deficiency anemia) है. हरी सब्जियां अधिक मात्रा में खाना चाहिए. हरी सब्जियों में कई तरह की भाजियों में आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है. मुनगा की पत्तियों में भी आयरन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है. इसके अलावा मोरेंगा पाउडर का भी सेवन किया जा सकता है."



एनीमिया में क्या है खतरनाक : अगर कोई नॉनवेजिटेरियन है तो रेड मीट में भी आयरन की अधिक मात्रा पाई जाती है. गर्भधारण के समय यदि एनीमिया की समस्या होती है. तो यह बहुत ज्यादा नुकसानदायक होती है. ऐसे में हरी सब्जी और ड्राई फ्रूट का सेवन अधिक मात्रा में किया जाना चाहिए. कुछ ऐसे फल है जैसे केला अनार और चुकंदर इन सबमें आयरन की अधिक मात्रा पाई जाती है. कभी-कभी चाय का अधिक सेवन करने से शरीर में आयरन की मात्रा कम होने लगती है. जिसके कारण भी एनीमिया जैसी समस्या देखने को मिलती है.

रायपुर : एनीमिया का मतलब रक्त की कमी होना है. जिसे लोग एनीमिया के नाम से जानते हैं. एनीमिया केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में भी एनीमिया की समस्या देखने को मिलती (Loss of blood can be fatal for the body) है. एनीमिया के तो कई बेसिक कारण होते हैं. जैसे सिकल सेल एनीमिया जो जन्म से होती है. ऐसे लोगों में हीमोग्लोबिन बनने की मात्रा कम हो जाती है. हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होने से उसे हम एनीमिया के नाम से जानते हैं. कई बार खून के ज्यादा बहने या एक्सीडेंट होने पर ऐसी स्थिति में भी एनीमिया के लक्षण देखने को मिलते हैं.

जानिए क्यों खून की कमी शरीर के लिए हो सकती है घातक

किससे बनता है हीमोग्लोबिन : डाइटिशियन डॉक्टर सारिका श्रीवास्तव (Dietician Dr Sarika Srivastava) का कहना है कि '' खान-पान के कारण भी एनीमिया होता है. ऐसे समय में रक्त की कमी होने लगती है. एनीमिया हीमोग्लोबिन नाम के प्रोटीन से हिम नाम का आयरन का हिस्सा होता है. ग्लोबिन जब प्रोटीन के साथ मिलता है. तो जहां हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन बनाता है. जो कि आरबीसी में पाया जाता है. जब इसकी कमी होती है तो यह एनीमिया के रूप में देखा जाता है."


कितना होना चाहिए हीमोग्लोबिन : हीमोग्लोबिन की मात्रा महिलाओं में 11% से लेकर 12.5% तक होना चाहिए. इसी तरह पुरुषों में हीमोग्लोबिन की मात्रा 14% से लेकर 16% तक होना चाहिए. यह नार्मल रेंज होती है . इस तरह की समस्या छत्तीसगढ़ में ज्यादा देखने को मिल रही (What is the loss due to deficiency of anemia) है. इससे बचने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है. ऐसे समय में आयरन का सेवन या फिर आयरन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए. जिससे एनीमिया से बचा जा सके और हीमोग्लोबिन का प्रतिशत नार्मल रेंज पर पहुंच सके.


हीमोग्लोबिन की कमी कैसे पूरी करें : डाइटिशियन डॉक्टर सारिका श्रीवास्तव ने बताया कि "आयरन की मात्रा ड्राई फ्रूट्स अंजीर और छुहारे जैसी चीजों का सेवन करने से आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है. इसके साथ ही अलसी के बीच में भी आयरन की मात्रा अधिक पाई जाती (Iron deficiency anemia) है. हरी सब्जियां अधिक मात्रा में खाना चाहिए. हरी सब्जियों में कई तरह की भाजियों में आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है. मुनगा की पत्तियों में भी आयरन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है. इसके अलावा मोरेंगा पाउडर का भी सेवन किया जा सकता है."



एनीमिया में क्या है खतरनाक : अगर कोई नॉनवेजिटेरियन है तो रेड मीट में भी आयरन की अधिक मात्रा पाई जाती है. गर्भधारण के समय यदि एनीमिया की समस्या होती है. तो यह बहुत ज्यादा नुकसानदायक होती है. ऐसे में हरी सब्जी और ड्राई फ्रूट का सेवन अधिक मात्रा में किया जाना चाहिए. कुछ ऐसे फल है जैसे केला अनार और चुकंदर इन सबमें आयरन की अधिक मात्रा पाई जाती है. कभी-कभी चाय का अधिक सेवन करने से शरीर में आयरन की मात्रा कम होने लगती है. जिसके कारण भी एनीमिया जैसी समस्या देखने को मिलती है.

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