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कोडिंग की नॉलेज युवाओं को फ्यूचर में दे सकता है जॉब में बेहतर अपॉर्च्युनिटी

विकास की दौड़ में पूरी दुनिया सिमटती नजर आ रही है. टेक्नोलाॅजी ने ऐसी रफ्तार पकड़ी है कि अब बिना इसकी विशेषज्ञता मानो भविष्य की कल्पना भी बेमानी साबित होगी. ऐसे में आने वाले समय में 'कोडिंग' को लेकर रायपुर में आईटी एक्सपर्ट्स ने काफी महत्वपूर्ण जानकारी दी है.

future of coding
कोडिंग का भविष्य
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Published : Aug 31, 2021, 5:55 PM IST

Updated : Aug 31, 2021, 7:54 PM IST

रायपुरः दुनिया बिजली की गति से विकास की तरफ दौड़ रहा है. विश्व में लगातार इन्वेंशन हो रहे हैं. नई-नई टेक्नोलॉजी ईजाद की जा रही है. यह ह्यूमन लाइफ को और आसान बना रहे हैं. देखा जाय तो 3 चीज़ें ऐसी हैं जिसमें लगातार विकास हो रहा है. पहला आईओट्टी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) दूसरा एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तीसरा रोबोटिक का उल्लेख करना लाजमी है. आज पूरी दुनिया इन पर रिसर्च कर रही है और युवा भी इसी फील्ड में अपने फ्यूचर तलाशने में जुटे हुए हैं.

कोडिंग की नॉलेज युवाओं को फ्यूचर में दे सकता है जॉब में बेहतर अपॉर्चुनिटी

आज के युग में कोडिंग क्यों जरूरी है और मौजूदा समय और भविष्य में बच्चों के लिए इसकी अहमियत क्या है? आईटी एक्सपर्ट आशीष कुमार गुप्ता ने इस विषय पर काफी अहम जानकारियां साझा की. उन्होंने कहा कि हम बात करें आईओट्टी की, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की या रोबोटिक की, इन सबके काम करने के लिए अलग-अलग प्रोग्रामिंग बनाई जाती है और इस प्रोग्रामिंग को बनाने के लिए कोडिंग का इस्तेमाल किया जाता है.

कोडिंग कंप्यूटर की भाषा है. जिसे बाइनरी कोड भी कहा जाता है. जो कि 0 और 1 है. कंप्यूटर इंसानों की तरह हिंदी, इंग्लिश या अन्य भाषाएं नहीं समझ सकता. कंप्यूटर 0 और 1 की भाषा समझता है और इसी भाषा को कंप्यूटर में फीड कर के अलग-अलग प्रोग्राम डिजाइन किए जाते हैं, जिसे प्रोग्रामिंग कहा जाता है.

टेक्नोलॉजी आसान बना रहा हमारा जीवन


मनुष्य लगातार टेक्नोलॉजी को अपने जीवन में अपनाते जा रहा है. पहले लोग न्यूज़ पेपर ज्यादा पढ़ा करते थे. अब धीरे-धीरे लोग मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से न्यूज़ पढ़ रहे हैं कोई भी न्यूज़ आज सिर्फ एक क्लिक में अवेलेबल है. पहले हम डीवीडी, सीडी लाया करते थे. उसमें फिल्में देखा करते थे. आज वह सारी चीजें हमारे मोबाइल में ओटीटी प्लेटफॉर्म में उपलब्ध है. अलग-अलग एप्लीकेशन प्लेटफॉर्म में अलग-अलग चीजें आसानी से हमें मोबाइल में अवेलेबल हो जाती है. वहीं, अगर हम स्कूल की बात करें तो लगातार स्कूल भी मॉर्डनाइज होते जा रहे हैं. पहले किताबों से पढ़ाई होती थी. आज उसकी जगह पीडीएफ ने ले ली है. स्मार्ट क्लासेस लगाए जा रहे हैं. बच्चों को लगातार कंप्यूटर सिखाया जा रहा है. पहले बच्चे स्कूल लगातार जाते थे लेकिन लॉकडाउन की वजह से अब ई क्लासेस ऑर्गेनाइज की जाती है. यह सारी चीजें टेक्नोलॉजी की वजह से ही संभव हो पाई है.

टेक्नोलॉजी ने पूरी दुनिया को एक डिवाइस में समेटा

आईटी एक्सपर्ट आशीष कुमार गुप्ता ने बताया कि आप देखेंगे कि अब सारी चीजें आपके मोबाइल पर आसानी से उपलब्ध है. यह सारी चीजें कोडिंग से ही संभव हो पाती हैं. सॉफ्टवेयर डिजाइनर से ही यूट्यूब, ओटीटी या अलग-अलग प्लेटफॉर्म बनाया गया है. इसे आसानी से लोग यूज़ करते हैं. इसके पीछे कोडिंग काम करती है. दुनिया में तेजी से बदलाव हो रहा है. ऐसे में लोगों को कोडिंग के बारे में जानना काफी जरूरी हो गया है. उन्होंने कहा कि ऑटोमेशन का युग है. आने वाले समय में टेक्नोलॉजी सभी चीजों को रिप्लेस करने वाला है. कहीं ना कहीं टेक्नोलॉजी के विकास के लिए कोडिंग का नॉलेज होना बहुत जरूरी हो गया है. बच्चे अभी स्टडीज कर रहे हैं. उनके फ्यूचर के लिए कोडिंग सीखना बहुत जरूरी है.


क्या है कोडिंग ?


जैसे एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से बात करता है तो वह अलग-अलग भाषाओं में आपस में बात करते हैं. ऐसे ही अगर हम कंप्यूटर की बात करें तो कंप्यूटर हिंदी इंग्लिश या अन्य भाषाओं को नहीं समझता. कंप्यूटर सिर्फ बायनरी लैंग्वेज समझता है जो कि सिर्फ 0-1 होता है. तो हम जो भी कहते हैं वह कंप्यूटर को डायरेक्टली समझ में नहीं आता. तो कंप्यूटर को हमें 0 और 1 में आदेश देना रहता है. जो भी हम उस से करवाना चाहते हैं, तो हम लोग प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के माध्यम से कंप्यूटर को आदेश करते हैं डिजाइनिंग के लिए.

कोरबा: सतरेंगा में पर्यटकों को हेलीकॉप्टर से लैंड कराएगी सरकार, जमीन पर नजर नहीं आ रही सड़क


कोडिंग के फील्ड में बच्चों के लिए बहुत सारी अपॉर्च्युनिटी


जिस तरह से टेक्नोलॉजी ग्रो कर रही है और लगातार विकास हो रहा है. सारी चीजें टेक्नोलॉजी बेस्ड हो रही है. वहीं, इस स्टडी के फ्यूचर अपॉर्च्युनिटी की बात की जाए तो इसमें बच्चों के लिए बहुत सारी अपॉर्च्युनिटी है. नंबर ऑफ जॉब्स बहुत ज्यादा क्रिएट होने वाले हैं, जो फिजिकल वर्किंग जॉब है. वह सारी चीजें अब कंप्यूटर बेस्ड जॉब्स में आगे होने वाली हैं. इसके लिए आईटी एक्सपर्ट और टेक्नोलॉजी बेस्ड लोगों की काफी ज्यादा जरूरत फ्यूचर में मल्टीनेशनल कंपनी में पड़ने वाली है. इसके अलावा अगर बच्चे कोडिंग के बारे में जानते हैं तो वह खुद का स्टार्टअप भी खोल सकते हैं. साथ में पार्ट टाइम जॉब भी कर सकते हैं.

रायपुरः दुनिया बिजली की गति से विकास की तरफ दौड़ रहा है. विश्व में लगातार इन्वेंशन हो रहे हैं. नई-नई टेक्नोलॉजी ईजाद की जा रही है. यह ह्यूमन लाइफ को और आसान बना रहे हैं. देखा जाय तो 3 चीज़ें ऐसी हैं जिसमें लगातार विकास हो रहा है. पहला आईओट्टी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) दूसरा एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तीसरा रोबोटिक का उल्लेख करना लाजमी है. आज पूरी दुनिया इन पर रिसर्च कर रही है और युवा भी इसी फील्ड में अपने फ्यूचर तलाशने में जुटे हुए हैं.

कोडिंग की नॉलेज युवाओं को फ्यूचर में दे सकता है जॉब में बेहतर अपॉर्चुनिटी

आज के युग में कोडिंग क्यों जरूरी है और मौजूदा समय और भविष्य में बच्चों के लिए इसकी अहमियत क्या है? आईटी एक्सपर्ट आशीष कुमार गुप्ता ने इस विषय पर काफी अहम जानकारियां साझा की. उन्होंने कहा कि हम बात करें आईओट्टी की, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की या रोबोटिक की, इन सबके काम करने के लिए अलग-अलग प्रोग्रामिंग बनाई जाती है और इस प्रोग्रामिंग को बनाने के लिए कोडिंग का इस्तेमाल किया जाता है.

कोडिंग कंप्यूटर की भाषा है. जिसे बाइनरी कोड भी कहा जाता है. जो कि 0 और 1 है. कंप्यूटर इंसानों की तरह हिंदी, इंग्लिश या अन्य भाषाएं नहीं समझ सकता. कंप्यूटर 0 और 1 की भाषा समझता है और इसी भाषा को कंप्यूटर में फीड कर के अलग-अलग प्रोग्राम डिजाइन किए जाते हैं, जिसे प्रोग्रामिंग कहा जाता है.

टेक्नोलॉजी आसान बना रहा हमारा जीवन


मनुष्य लगातार टेक्नोलॉजी को अपने जीवन में अपनाते जा रहा है. पहले लोग न्यूज़ पेपर ज्यादा पढ़ा करते थे. अब धीरे-धीरे लोग मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से न्यूज़ पढ़ रहे हैं कोई भी न्यूज़ आज सिर्फ एक क्लिक में अवेलेबल है. पहले हम डीवीडी, सीडी लाया करते थे. उसमें फिल्में देखा करते थे. आज वह सारी चीजें हमारे मोबाइल में ओटीटी प्लेटफॉर्म में उपलब्ध है. अलग-अलग एप्लीकेशन प्लेटफॉर्म में अलग-अलग चीजें आसानी से हमें मोबाइल में अवेलेबल हो जाती है. वहीं, अगर हम स्कूल की बात करें तो लगातार स्कूल भी मॉर्डनाइज होते जा रहे हैं. पहले किताबों से पढ़ाई होती थी. आज उसकी जगह पीडीएफ ने ले ली है. स्मार्ट क्लासेस लगाए जा रहे हैं. बच्चों को लगातार कंप्यूटर सिखाया जा रहा है. पहले बच्चे स्कूल लगातार जाते थे लेकिन लॉकडाउन की वजह से अब ई क्लासेस ऑर्गेनाइज की जाती है. यह सारी चीजें टेक्नोलॉजी की वजह से ही संभव हो पाई है.

टेक्नोलॉजी ने पूरी दुनिया को एक डिवाइस में समेटा

आईटी एक्सपर्ट आशीष कुमार गुप्ता ने बताया कि आप देखेंगे कि अब सारी चीजें आपके मोबाइल पर आसानी से उपलब्ध है. यह सारी चीजें कोडिंग से ही संभव हो पाती हैं. सॉफ्टवेयर डिजाइनर से ही यूट्यूब, ओटीटी या अलग-अलग प्लेटफॉर्म बनाया गया है. इसे आसानी से लोग यूज़ करते हैं. इसके पीछे कोडिंग काम करती है. दुनिया में तेजी से बदलाव हो रहा है. ऐसे में लोगों को कोडिंग के बारे में जानना काफी जरूरी हो गया है. उन्होंने कहा कि ऑटोमेशन का युग है. आने वाले समय में टेक्नोलॉजी सभी चीजों को रिप्लेस करने वाला है. कहीं ना कहीं टेक्नोलॉजी के विकास के लिए कोडिंग का नॉलेज होना बहुत जरूरी हो गया है. बच्चे अभी स्टडीज कर रहे हैं. उनके फ्यूचर के लिए कोडिंग सीखना बहुत जरूरी है.


क्या है कोडिंग ?


जैसे एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से बात करता है तो वह अलग-अलग भाषाओं में आपस में बात करते हैं. ऐसे ही अगर हम कंप्यूटर की बात करें तो कंप्यूटर हिंदी इंग्लिश या अन्य भाषाओं को नहीं समझता. कंप्यूटर सिर्फ बायनरी लैंग्वेज समझता है जो कि सिर्फ 0-1 होता है. तो हम जो भी कहते हैं वह कंप्यूटर को डायरेक्टली समझ में नहीं आता. तो कंप्यूटर को हमें 0 और 1 में आदेश देना रहता है. जो भी हम उस से करवाना चाहते हैं, तो हम लोग प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के माध्यम से कंप्यूटर को आदेश करते हैं डिजाइनिंग के लिए.

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कोडिंग के फील्ड में बच्चों के लिए बहुत सारी अपॉर्च्युनिटी


जिस तरह से टेक्नोलॉजी ग्रो कर रही है और लगातार विकास हो रहा है. सारी चीजें टेक्नोलॉजी बेस्ड हो रही है. वहीं, इस स्टडी के फ्यूचर अपॉर्च्युनिटी की बात की जाए तो इसमें बच्चों के लिए बहुत सारी अपॉर्च्युनिटी है. नंबर ऑफ जॉब्स बहुत ज्यादा क्रिएट होने वाले हैं, जो फिजिकल वर्किंग जॉब है. वह सारी चीजें अब कंप्यूटर बेस्ड जॉब्स में आगे होने वाली हैं. इसके लिए आईटी एक्सपर्ट और टेक्नोलॉजी बेस्ड लोगों की काफी ज्यादा जरूरत फ्यूचर में मल्टीनेशनल कंपनी में पड़ने वाली है. इसके अलावा अगर बच्चे कोडिंग के बारे में जानते हैं तो वह खुद का स्टार्टअप भी खोल सकते हैं. साथ में पार्ट टाइम जॉब भी कर सकते हैं.

Last Updated : Aug 31, 2021, 7:54 PM IST
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