रायपुर : कांग्रेस अग्निपथ के विरोध में और बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए लगातार आंदोलन धरना प्रदर्शन कर रही(Chhattisgarh Congress is opposing the center) है. इस मुद्दे को लेकर 27 जून को भी कांग्रेस के द्वारा प्रदेश स्तरीय सत्याग्रह किया जा रहा है. वहीं अब राज्य में बीजेपी सरकारी नौकरियों में बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए आंदोलन की रणनीति बना रही है. 27 जून से 9 अगस्त तक क्रम से इन मुद्दों को लेकर राज्य सरकार को बीजेपी घेरेगी.
क्या है कांग्रेस का जवाब : जब इस पूरे मामले को लेकर प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर (Congress spokesperson Dhananjay Singh Thakur) से बात की गई तो उनका कहना है कि '' आज केंद्र की सरकार अग्निपथ योजना के माध्यम से देश के युवाओं के साथ छल कर रही है. उन्हें धोखा दे रही है. एक समय भाजपा सरकार ने देश के करोड़ों युवाओं को रोजगार दिए जाने के दावे किए थे. लेकिन उन्हें रोजगार नहीं दिया गया और अब अग्निपथ योजना के माध्यम से भी देश के युवाओं के साथ धोखा किया जा रहा है. वहीं कांग्रेस सरकार प्रदेश में रोजगार के अवसर पैदा कर रही है. अधिकतर युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है.यही वजह है कि आज देश की औसत बेरोजगारी से छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर काफी कम है.
शोभा ओझा ने केंद्र को घेरा : इतना नहीं कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री एवं मध्य प्रदेश महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष शोभा ओझा ( Congress Shobha Ojha) ने भी केंद्र सरकार पर देश के युवाओं को रोजगार मुहैया न कराए जाने का आरोप लगाया है. साथ ही अग्निपथ योजना को लेकर भी भाजपा पर तंज कसा है. शोभा ओझा ने कहा कि '' बीजेपी ने पहले ही बता दिया था कि अग्निवीर जब सेवानिवृत्त होंगे तो उसे कहां नियुक्त किया जाना है,आज के युवा बीजेपी ऑफिस में सिक्योरिटी का काम नहीं करेंगे.''
बीजेपी का कांग्रेस के आरोपों पर जवाब : वहीं कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस भाजपा नेता गौरीशंकर श्रीवास(BJP leader Gaurishankar Srivas) ने कहा कि ''आज कांग्रेस युवाओं से अग्निवीर में आवेदन न करने की अपील कर रही है. यह युवाओं को भ्रमित करने वाला कदम है. आज देश का युवा इस योजना को लेकर उत्साहित है. वह देश की सेवा करना चाहता है , लेकिन कांग्रेस उन्हें रोक रही है. राज्य सरकार के द्वारा बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया नहीं कराया जा रहा है. बेरोजगारी बढ़ती जा रही है. लोगों को सरकारी नौकरी नहीं मिल रही है । उन्हें बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया जा रहा है, कर्मचारियों को नियमित नहीं किया जा रहा.''
क्या है राजनीति के जानकार का कहना : वहीं वरिष्ठ पत्रकार रामअवतार तिवारी का कहना है कि आज बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है, इससे निपटने न तो केंद्र सरकार के पास कोई ठोस योजना है, और ना ही राज्य सरकार ने इसके लिए कोई बड़ी रणनीति बनाई है. यही वजह है कि दिनों दिन बेरोजगारी की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है . तिवारी ने केंद्र सहित राज्य सरकार की नीतियों पर भी सवाल खड़े किये. उन्होंने कहा कि इन दोनों ही सरकारों के द्वारा रोजगार मुहैया कराने के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं जो जमीनी स्तर पर सटीक नहीं बैठते हैं ऐसे में दोनों सरकारों और सभी राजनीतिक दलों को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए.