रायपुर : हिंदू धर्म का पावन पर्व गंगा दशहरा ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष तिथि को मनाया जाता है. इस दिन गंगा स्नान करने से 10 तरह के पाप धुल जाते हैं, जिसमें 3 दैहिक, 4 वाणी से किए और 3 मानसिक रूप से किए गए पाप शामिल हैं.गंगा दशहरा हर साल ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष तिथि में मनाया जाता है. इस साल यह त्योहार 9 जून को देश भर में मनाया जाएगा. गंगा दशहरा मनाने के पीछे की मान्यता है कि इस दिन ही मां गंगा धरती पर आईं थीं. हिंदू धर्म में इस दिन का अपना विशेष महत्व है. आपको बता दें कि इस दिन शरबत, पानी, मटका पंखा, खरबूजा, आम, चीनी जैसी चीजों का दान करने से पुण्य प्राप्त होता है.
गंगा दशहरा का महत्व : मान्यता है कि इस दिन मां गंगा की पूजा करने से भगवान विष्णु खुश होते (Ganga Dussehra 2022) हैं. ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष तिथि को मां गंगा अवतरित हुई ( Mother Ganga Incarnation Day)थीं, इस उपलक्ष्य में गंगा दशहरा मनाया जाता है. ऐसा भी कहा जाता है कि गंगा में स्नान मात्र करने से 10 तरह के पाप धुल जाते हैं, जिसमें 3 दैहिक, 4 वाणी के पाप और 3 मानसिक पाप शामिल हैं. इसलिए हिंदू धर्म के मानने वाले अपने जीवन काल में एक बार गंगा स्नान जरूर करते हैं.
गंगा दशहरा और अंक योग : आपको बता दें कि इस दिन 10 अंक का विशेष महत्व होता है, मतलब गंगा दशहरा के दिन आप जो भी दान करें उसकी संख्या 10 होनी (Ganga Dussehra and Number Yoga) चाहिए. यही नहीं पूजा पाठ में शामिल सामग्रियों की संख्या भी, जैसे- 10 दिए, फूल, फल और दान का सामान सभी 10 की संख्या में होनी चाहिए. यहां तक की गंगा में डुबकी भी 10 बार लगानी चाहिए. इस दिन लोग जो भी मनोकामना करते हैं वह पूर्ण जरूर होती (Worship method of Ganga Dussehra) है.
कब तक रहेगा योग : 9 जून 2022 को सुबह 8:21 मिनट से शुरू होकर 10 जून 2022 को 7:30 तक रहेगा. गंगा दशहरा से जुड़ी एक और मान्यता है कि चंद्रमा जल तत्व का कारक है यदि, आप रोजमर्रा के जीवन में जल को दूषित करते हैं और संरक्षण नहीं करते तो मन अशांत और दूषित (Ganga Dussehra 2022 ) होगा.