इमोजी एक भाषायी इलेक्ट्रॉनिक चित्र का समूह (emoji a group of linguistic electronic images) है. जो कि आपके चेहरे के भाव को एक छोटी सी इमेज से व्यक्त करता है. वर्तमान में हम दोस्तों और परिवार के संपर्क में रहने के लिए लोकप्रिय सामाजिक नेटवर्क जैसे फेसबुक, ट्विटर, स्नेपचैट, इन्स्टाग्राम और व्हाट्सएप का उपयोग ज्यादा करने लगे हैं. इमोजी इन सभी आधुनिक संचार माध्यम में मौजूद हैं. आजकल इन उपकरणों में भी काफी बदलाव आए हैं. बहुत सारे ऐसे एप्प मौजूद है, जिनमें स्माइली, दु:खी, गुस्से जैसे हर तरह की भावना को व्यक्त करने वाले चेहरे के साथ इमेज मौजूद हैं. यह आपकी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए एक शार्टकट तरीका है.
क्या है इमोजी :यह एक इलेक्ट्रोनिक चित्रों का समूह है इसमें व्यक्ति अपनी भावना को व्यक्त इस इलेक्ट्रोनिक संचार का उपयोग करके करते हैं. इमोजी भावना, वस्तु या प्रतीक के एक दृश्य का रिप्रजेंटेशन होता है. यह फोन या सोशल नेटवर्किंग साइट पर रूपों में होता है. कुछ इमोटिकॉन का उपयोग इमोजी के रूप में भी होता है. इमोटिकॉन में अपनी भावना को अभिव्यक्त करने के लिए टाइपोंग्राफिक प्रदर्शन का इस्तेमाल किया जाता है. जबकि इमोजी वास्तविक चित्र से भावना को व्यक्त करता है.
कहां हुई इमोजी की शुरुआत :इमोजी को शुरू में जापान में उपयोग किया जाता था. अब इसका इस्तेमाल पूरे विश्व में होने लगा है. पहली बार इसका अविष्कार और इस्तेमाल शिगाटेका कुरिता (Shigateka Kurita introduced emoji) ने किया था. 2011 में जब आईफोन ने इसको पेश किया, तब से इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से होने लगा. इमोजी सबसे तेजी से बढ़ती भाषाओं में से एक हो गया है.
क्यों मनाया गया इमोजी डे: इमोजिग्राफी को एक संरचनात्मक व्याकरण की भाषा के रूप में प्रदर्शित किया जाता है. इमोजिपिडिया एक ऑनलाइन वेबसाइट (emojipedia online website) है जो इमोजी प्रतीकों, उनके डिजाईन को यूनिकोड मानक के रूप में सॉफ्टवेयर में रजिस्टर्ड करता है. जिससे हमारे सामने इमोजी पटल या पेज प्रदर्शित होते हैं. इमोजिपिडिया के संस्थापक जेरेमी बर्ज ने 2014 में विश्व इमोजी दिवस (World Emoji Day) मनाने का निर्णय लिया, उसके बाद 17 जुलाई विश्व इमोजी दिवस को वैश्विक उत्सव के रूप में मनाया जाने लगा. इससे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इमोजी का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहन मिला. एप्पल, गूगल और एंड्राइड जैसे डेवेलपर्स ने दुनिया के इमोजी डे पर नई श्रृखला जारी की है, जिसमे लिंग और जातीय विविधता की प्रशंसा की गयी है.