रायपुर: 1 मई से वैक्सीनेशन के तीसरे चरण की शुरुआत होने जा रही है. इस चरण में 18 साल से 44 साल के बीच के सभी लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा. 28 अप्रैल से वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है. छत्तीसगढ़ सरकार ने वैक्सीन की उपलब्धता को देखते हुए 1 मई से वैक्सीनेशन नहीं किए जाने की बात कही है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन की प्लानिंग को लेकर कहा कि वैक्सीन के 50 लाख आर्डर दिए गए हैं. जैसे ही वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होती है उस हिसाब से टीकाकरण प्रदेश में शुरू किया जाएगा.
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स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 50 लाख वैक्सीन के लिए आर्डर प्लेस किए हैं. 25-25 लाख को-वैक्सीन और कोविशील्ड के हैं. इसमें कोविशील्ड वैक्सीन की निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. हमारे अधिकारी लगातार उनसे संपर्क में हैं. भारत बायोटेक की तरफ से कन्फर्मेशन आ गया है. उनकी तरफ से भी कहा गया है कि हम जुलाई के आखिरी तक वैक्सीन दे पाएंगे. उन्होंने जो शेड्यूल भेजा है उसमें 3 लाख मई में, 10 लाख जून में और 12 लाख जुलाई में देने को कहा है. हमने उनसे और कहा है कि 1लाख 50 हजार या 3 लाख में तो वैक्सीनेशन चालू नहीं हो पाएगा. टीकाकरण की प्रक्रिया अगर शुरू कर भी दी जाए तो वह बीच में बंद करनी पड़ेगी. हमने कहा है कि एक जानकारी दे दें कि 3 लाख अब मई में दे रहे हैं तो एक साथ कब देख सकते हैं. जून का अगर 10 लाख देंगे तो कब देंगे हमें वैक्सीनेशन ड्राइव उस हिसाब से चालू करेंगे.
वैक्सीनेश की उपलब्धता पर निर्भर है वैक्सीन ड्राइव
महीने भर की प्लांनिंग वैक्सीन की उपलब्धता पर निर्भर करती है. उस हिसाब से वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा. अगर वैक्सीन की यही उपलब्धता रही तो 13 महीने मतलब जून 2022 तक लोगों को वैक्सीन लग पाएगी. वैक्सीन अगर जल्द उपलब्ध हो जाती है तो वैक्सीन की प्रक्रिया तेजी से चलेगी. नागरिकों को हम स्थिति खुलकर बताना चाहते हैं. इतनी ही चादर है, हम इतना ही पांव फैला सकते हैं. हम चादर बड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं.
प्रदेश में अब तक लगभग 20 फीसदी लोगों की लगी वैक्सीन
वैक्सीनेशन का क्रम है वह चलता रहेगा. मीडिया बुलेटन जो आता है उसमें वैक्सीनेशन कम हो गया. छत्तीसगढ़ उन राज्यों में जो अपने 20% लोगों को वैक्सीन लगा चुका है. 17% के आसपास लीडिंग राज्यों में हम पहुंच गए हैं, जिन्होंने वैक्सीनेशन में अच्छा काम किया है.