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भक्त नहीं, हनुमान सुनते हैं पुरोहित का प्रवचन !

आपने कई धार्मिक अनुष्ठानों में प्रवचन और भगवान की भक्ति देखी होगी. आज हम आपको ऐसा प्रवचन सुनाने जा रहे हैं, जिसे सुनने के लिए खुद हनुमान आते (Hanuman listens to the discourse of the priest in raipur) हैं.

Hanuman listens to the discourse of the priest!
भक्त नहीं, हनुमान सुनते हैं पुरोहित का प्रवचन
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Published : Jun 14, 2022, 3:32 PM IST

Updated : Jun 14, 2022, 4:38 PM IST

रायपुर: आप सभी ने बड़े-बड़े पंडालों में सैकड़ों-हजारों भक्तों के बीच पुरोहित को प्रवचन पाठ करते देखा-सुना होगा. लेकिन रायपुर गुढ़ियारी स्थित एकता नगर में एक ऐसा दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर है ,जहां बजरंगबली प्रवचन सुनते हैं. यहां एक पुरोहित बजरंगबली को प्रवचन सुनाते (Hanuman listens to the discourse of the priest in raipur) हैं. इस पुरोहित का नाम प्रदीप है.

भक्त नहीं, हनुमान सुनते हैं पुरोहित का प्रवचन !
पुरोहित का प्रवचन सुन रह जाएंगे चकित: पुरोहित जब भी प्रवचन पाठ करते हैं तो उस दौरान मंदिर में ना तो कोई भक्त होता है और ना ही लोग होते हैं. बावजूद इसके यह पुरोहित अकेले हनुमान जी के सामने बैठकर हनुमान जी की ओर इशारा करते हुए प्रवचन पाठ करते (Purohit Hanuman love in Raipur) हैं. उनका भाव ऐसा होता है मानो इनके सामने सैकड़ों और हजारों की संख्या में भक्त बैठे हैं और उन्हें सुन रहे हैं.
क्यों पुरोहित आए हनुमान की शरण : पुरोहित का इस तरह अकेले बैठकर बजरंगबली को प्रवचन सुनाना लोगों के लिए जिज्ञासा का विषय है. प्रदीप पुरोहित ने बताया ''पहले प्राइवेट नौकरी करता था. कोरोना काल में जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव आए, नौकरी चली (Deep shock during Corona) गई. माता का देहांत हो गया. गरीबी के दौर से गुजरने लगे. परिवार की आर्थिक स्थिति बद से बदतर हो गई.''


कैसे आया प्रवचन का विचार : प्रदीप पुरोहित 14 जनवरी 2022 को इस दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में बैठे थे, तभी उनके पास एक महिला आई. महिला ने उनसे पूछा कि मलमास कब से है. थोड़ी बहुत बातचीत हुई. उसके बाद बैठे-बैठे अचानक पुरोहित ने रामायण के कुछ पन्ने पलटे. फिर खुद ही प्रवचन पाठ करने लगे. काफी देर तक वे यह प्रवचन पाठ करते रहे. उस दौरान मंदिर में कोई भी मौजूद नहीं (Change in life due to Hanuman) था. लेकिन पाठ करने के बाद इन्हें मन में शांति मिली. इसके बाद उन्होंने एक संकल्प लिया कि वे हनुमान जी को प्रवचन सुनाएंगे. 14 जनवरी से अब लगातार जब भी उन्हें समय मिलता है, वह हनुमान मंदिर पहुंच जाते हैं. हनुमान जी के सामने बैठकर प्रवचन करते हैं.

अपने आप निकलते हैं शब्द : प्रदीप को इस बात से कोई मतलब नहीं रहता है कि उनका प्रवचन कौन सुन रहा है और कौन नहीं. वे तो सिर्फ बजरंगबली को अपना प्रवचन पाठ सुनाते हैं. पुरोहित का कहना है ''ना तो कोई मंत्र याद है और ना ही रामायण का दोहा छंद, और ना ही इसके पहले कभी रामायण पाठ किया है.'' लेकिन जब वे प्रवचन पाठ करने बैठते हैं तो उनके मुंह से अपने आप शब्द निकलने लगते हैं. जब पाठ करके उठते हैं तो वह खुद समझ नहीं पाते, उन्होंने क्या-क्या और कैसे बोल दिया. प्रदीप कहते हैं कि सब बजरंगबली करा रहे हैं.

रायपुर: आप सभी ने बड़े-बड़े पंडालों में सैकड़ों-हजारों भक्तों के बीच पुरोहित को प्रवचन पाठ करते देखा-सुना होगा. लेकिन रायपुर गुढ़ियारी स्थित एकता नगर में एक ऐसा दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर है ,जहां बजरंगबली प्रवचन सुनते हैं. यहां एक पुरोहित बजरंगबली को प्रवचन सुनाते (Hanuman listens to the discourse of the priest in raipur) हैं. इस पुरोहित का नाम प्रदीप है.

भक्त नहीं, हनुमान सुनते हैं पुरोहित का प्रवचन !
पुरोहित का प्रवचन सुन रह जाएंगे चकित: पुरोहित जब भी प्रवचन पाठ करते हैं तो उस दौरान मंदिर में ना तो कोई भक्त होता है और ना ही लोग होते हैं. बावजूद इसके यह पुरोहित अकेले हनुमान जी के सामने बैठकर हनुमान जी की ओर इशारा करते हुए प्रवचन पाठ करते (Purohit Hanuman love in Raipur) हैं. उनका भाव ऐसा होता है मानो इनके सामने सैकड़ों और हजारों की संख्या में भक्त बैठे हैं और उन्हें सुन रहे हैं.
क्यों पुरोहित आए हनुमान की शरण : पुरोहित का इस तरह अकेले बैठकर बजरंगबली को प्रवचन सुनाना लोगों के लिए जिज्ञासा का विषय है. प्रदीप पुरोहित ने बताया ''पहले प्राइवेट नौकरी करता था. कोरोना काल में जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव आए, नौकरी चली (Deep shock during Corona) गई. माता का देहांत हो गया. गरीबी के दौर से गुजरने लगे. परिवार की आर्थिक स्थिति बद से बदतर हो गई.''


कैसे आया प्रवचन का विचार : प्रदीप पुरोहित 14 जनवरी 2022 को इस दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में बैठे थे, तभी उनके पास एक महिला आई. महिला ने उनसे पूछा कि मलमास कब से है. थोड़ी बहुत बातचीत हुई. उसके बाद बैठे-बैठे अचानक पुरोहित ने रामायण के कुछ पन्ने पलटे. फिर खुद ही प्रवचन पाठ करने लगे. काफी देर तक वे यह प्रवचन पाठ करते रहे. उस दौरान मंदिर में कोई भी मौजूद नहीं (Change in life due to Hanuman) था. लेकिन पाठ करने के बाद इन्हें मन में शांति मिली. इसके बाद उन्होंने एक संकल्प लिया कि वे हनुमान जी को प्रवचन सुनाएंगे. 14 जनवरी से अब लगातार जब भी उन्हें समय मिलता है, वह हनुमान मंदिर पहुंच जाते हैं. हनुमान जी के सामने बैठकर प्रवचन करते हैं.

अपने आप निकलते हैं शब्द : प्रदीप को इस बात से कोई मतलब नहीं रहता है कि उनका प्रवचन कौन सुन रहा है और कौन नहीं. वे तो सिर्फ बजरंगबली को अपना प्रवचन पाठ सुनाते हैं. पुरोहित का कहना है ''ना तो कोई मंत्र याद है और ना ही रामायण का दोहा छंद, और ना ही इसके पहले कभी रामायण पाठ किया है.'' लेकिन जब वे प्रवचन पाठ करने बैठते हैं तो उनके मुंह से अपने आप शब्द निकलने लगते हैं. जब पाठ करके उठते हैं तो वह खुद समझ नहीं पाते, उन्होंने क्या-क्या और कैसे बोल दिया. प्रदीप कहते हैं कि सब बजरंगबली करा रहे हैं.

Last Updated : Jun 14, 2022, 4:38 PM IST
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