रायपुर: कभी जिस क्षेत्र में पुरुषों का दबदबा हुआ करता था, अब उन फील्ड्स में महिलाएं बढ़ चढ़कर आगे आ रहीं हैं. इन दिनों इसी का उदाहरण छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर का आईआई इंस्टिट्यूट बन गया है. इस सत्र में यहां लड़कों के मुकाबले लड़कियों ने ज्यादा एडमिशन लिया है. जानकार इसे ऐतिहासिक घटना मान रहे हैं. मैनेजमेंट और बिजनेस से जुड़े संस्थानों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स में लड़कों की संख्या अमूमन लड़कियों से ज्यादा रहती है. इस बार रायपुर के आईआईएम संस्थान (IIM Raipur) ने इतिहास रच दिया है. वर्तमान शैक्षणिक सत्र में इस इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेने वाले 328 छात्रों में से 203 लड़कियां और 125 लड़कों ने एडमिशन लिया है.
आईआईएम रायपुर ने रचा इतिहास: IIM प्रोफेसर सत्यशिब दास ने बताया "इंडियन मैनेजमेंट स्कूल में ज्यादातर लड़के ही एडमिशन लेते थे. इसके बहुत सारे कारण थे. मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में ज्यादातर स्टूडेंट इंजीनियरिंग फील्ड से आते थे. इंडिया में इंजीनियरिंग मेल डॉमिनेटिंग सब्जेक्ट माना जाता था. धीरे धीरे अब ट्रेंड चेंज हो रहा है. महिलाएं हायर एजुकेशन में आगे आ रहीं हैं. यह बहुत अच्छा उदाहरण है कि आईआईएम रायपुर में लड़कों से ज्यादा लड़कियों ने इस बार प्रवेश लिया है. यह अचानक बदलाव नहीं आया. यह पिछले 4 से 5 सालों में देखा जा रहा है कि IIM रायपुर लड़कियों की पहली पसंद बन रहा है."
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इन कारणों से IIM रायपुर बन रहा लड़कियों की पसंद: प्रोफेसर सत्यशिब दास ने बताया "एकेडमिक सेशन 2022-2024 मैनेजमेंट फ्लैगशिप पीजी प्रोग्राम में 205 लड़कियों ने एडमिशन लिया है. रायपुर IIM लड़कियों की पहली पसंद बन रहा है. इसका कारण ये है कि रायपुर और छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों की तुलना में महिलाओं के लिए सुरक्षित है. यहां की क्वॉलिटी आफ लाइफ अच्छी है. इसलिए यह संस्थान लड़कियों की पसंद बना है.''
एडमिशन प्रोसेस में नहीं हुआ बदलाव: प्रोफेसर सत्यशिब दास का कहना है "हमारे इंस्टीट्यूट की तरफ से एडमिशन प्रोसेस में कोई बदलाव नहीं किया है. बायडिफॉल्ट, बाय नेचर आईआईएम रायपुर दूसरे IIM इंस्टीट्यूट के मुकाबले लड़कियों की पहली पसंद बना है."
महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने हो रहा प्रयास: प्रोफेसर सत्यशिब दास ने बताया कि महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने इंस्टीट्यूशन की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं. डायरेक्टर की मंशा के मुताबिक हम कोशिश कर रहे हैं कि यह संस्थान जेंडर न्यूट्रल हो और महिलाओं के लिए वर्कफ्रेंडली हो. इसलिए इंस्टीट्यूट प्रयास कर रहा है कि ज्यादा से ज्यादा फैकल्टी, एडमिनिस्ट्रेशन में महिलाओं का पार्टिसिपेशन बढ़े."
लगातार बढ़ी महिलाओं की संख्या: IIM रायपुर के एडमिशन के आंकड़ों की बात की जाए तो फ्लैगशिप पीजी प्रोग्राम में 2020-2022 के बैच में कुल 258 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया . जिनमें 106 लड़कियां और 152 लड़कों ने एडमिशन लिया था. 2021-2023 बैच में कुल 259 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया था. जिनमें 118 लड़कियां और 141 लड़कों ने प्रवेश लिया. वर्तमान सत्र 2022-2024 में 328 स्टूडेंट्स ने प्रवेश लिया है. जिसमें 203 लड़कियां और 125 लड़के है. इस साल के आंकड़े रायपुर आईआईएम के लिए ऐतिहासिक हैं.