रायपुर : छत्तीसगढ़ के सैकड़ों मेडिकल स्टूडेंट का भविष्य अधर में लटक सकता है. आयुष विश्वविद्यालय के 2016 सत्र के MBBS छात्रों के फाइनल पार्ट-1 की परीक्षा फरवरी में होनी है. इससे छात्रों का एकेडमिक ईयर पूरा नहीं हो पाएगा और छात्रों की डिग्री पर सवाल खड़े होंगे.
MCI के गाइडलाइन के मुताबिक एकेडमिक ईयर कम होने पर छात्र की डिग्री रद्द की जा सकती है. आयुष विश्वविद्यालय के 2016 वर्ष के छात्रों का सेकंड ईयर का एक्जाम मार्च में हुआ था. उस हिसाब से फरवरी में परीक्षा होने से उनकी एक वर्ष की अवधि पूरी नहीं हो पाएगी. छात्रों का कहना है कि ये एक तरह से MCI के गाइडलाइन का उल्लंघन है. छात्रों ने अपनी इस समस्या से कॉलेज प्रबंधन के साथ ही राज्यपाल को भी अवगत कराया था, लेकिन फिलहाल इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
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मेडिकल स्टूडेंट आए दिन प्रबंधन के किसी ना किसी फैसले के खिलाफ संघर्ष करते नजर आते हैं, ऐसे में इनकी पढ़ाई भी प्रभावित होती हैं. ETV भारत ने इस संबंध पर डीएमई और स्वास्थ्य मंत्री से बात करने की भी कोशिश की थी. फिलहाल इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. ऐसे में छात्रों का भविष्य दाव पर लगा हुआ है.