रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन चालू वित्तीय वित्तीय वर्ष के लिए एक बार फिर यानी तीसरा अनुपूरक बजट पेश होना था लेकिन विपक्ष के हंगामे की वजह से अनुपूरक बजट पेश नहीं किया जा सका. बजट सत्र के दूसरे दिन पहले दिवंगत चार पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई. पूर्व विधायक ओमप्रकाश राठिया, भानू प्रताप गुप्ता, लक्ष्मण राम, रोशनलाल अग्रवाल को मुख्यमंत्री, नेता विपक्ष के साथ सदन के तमाम सदस्यों ने श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि के बाद विधानसभा की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई.
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सदन में गहमागहमी
दिवंगत पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि देने के बाद एक बार फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई. प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों ने कई मुद्दों पर सीएम और मंत्रियों से सवाल पूछे. इसके बाद सदन की कार्यवाही एक बार फिर से स्थगित कर दी गई. अनुपूरक बजट पेश करने के दौरान कयास लगाये जा रहे हैं कि भाजपा स्थगन प्रस्ताव ला सकती है.
DMF पर सीएम से सवाल
सदन में प्रश्नकाल के दौरान मस्तूरी विधानसभा से विधायक कृष्ण मूर्ति बांधी ने अपने विधानसभा क्षेत्र में खनिज न्यास निधि से आवंटित राशि को लेकर सवाल किया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जवाब दिया कि डीएमएफ में प्रभारी मंत्री को सदस्य बनाया गया है. संबधित जिले के विधायक को सदस्य बनाया जाता है, जो बैठक के मुताबिक फैसला लेता है.
कानून व्यवस्था का मुद्दा भी गूंजा
शून्यकाल में बीजेपी ने कानून व्यवस्था का मुद्दा भी उठाया. बीजेपी ने इस मुद्दे पर सदन में काम रोको प्रस्ताव भी लाया. इसे लेकर 15 सदस्यों ने काम रोको प्रस्ताव की सूचना दी.
बढ़ती वारदात पर चर्चा की मांग
विपक्ष ने राज्य में माफिया राज, हत्या और चाकूबाजी की वारदात को लेकर चर्चा की मांग की है. बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल, शिवरतन शर्मा ने राज्य में लगातार हो रही चोरी, डकैती, लूट, हत्या और बलात्कार को लेकर मुद्दा उठाया. धरमजीत सिंह ने भी कानून व्यवस्था पर चर्चा को जरूरी बताया.