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दंपति पर डाकघर में स्कीम के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप, एक महीने बाद हुई FIR - डाकघर में ठगी का आरोपी

रायपुर में डाकघर(Raipur Sub Post Office) के अलग- अलग स्कीमों में रुपये लगाने के नाम पर एक दंपति ने करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है.

Couple cheated crores in name of scheme in post office of raipur
करोड़ों रुपये की ठगी
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Published : Jul 6, 2021, 4:46 PM IST

रायपुर : जिले के उप डाकघर (Raipur Sub Post Office) में विभिन्न स्कीमों में पैसा लगाने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इस केस में पुलिस ने एक दंपति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है. दो माह पहले पीड़ितों ने अपने साथ हुए ठगी की शिकायत सरस्वती नगर थाने (Saraswati Nagar Police Station) में की थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी दंपत्ति भूपेंद्र पांडेय और उसकी पत्नी आकांक्षा पांडेय के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कर लिया है. इस मामले में मुख्य आरोपी भूपेंद्र ने बीते दिनों ट्रेन से कूदकर खुदकुशी कर ली थी. उसके बाद से उसकी पत्नी आकांक्षा अंडर ग्राउंड हो गई है. पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है.

100 से ज्यादा लोगों से ठगी का आरोप

रोहनीपुरम गोल चौक में रहने वाले आरोपी भूपेंद्र पांडेय और आकांक्षा पांडेय ने छत्तीसगढ़ गठन के बाद से 100 से अधिक लोगों को झांसा में लेकर लूट की वारदात को अंजाम दिया है. दंपति पोस्ट ऑफिस की FD, TD, RD और MIS जैसी जमा स्कीमों में लुभावने सपने दिखाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. आरोपी लोगों से खाता खुलवाते थे. फिर मोटी रकम लेकर उनके पासबुक में पर्जी सील लगाकर दे देते थे. पॉलिसी की समय अवधि पूरी होने पर लोगों को आगे के लिए जमा करने की बात कहते थे. उन्हें मोटी रकम मिलने का लालच देकर दोबारा रकम जमा करवा लेते थे. सरस्वती नगर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में FIR दर्ज कर ली गई है.

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2015 के बाद हुआ खुलासा

आरोपी दंपति साल 2015 तक लोगों को पैसे समय पर देता रहा, लेकिन साल 2015 के बाद से उनकी नीयत बिगड़ गई. लोगों से पैसे लेकर उनको पोस्ट ऑफिस की सील लगाकर फर्जी पासबुक थमा देते थे. थाना प्रभारी की माने तो पीड़ितों के शिकायत के मुताबिक धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित पासबुक लेकर पोस्ट ऑफिस पहुंचे. उन्होंने पाया कि उनके खाते में एक भी पैसा जमा ही नहीं हुआ है और जो हुआ है उसे भूपेंद्र ने निकाल लिया है. अब तक 12 करोड़ से अधिक रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत मिली है.

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4 अप्रैल को मुख्य आरोपी ने की खुदकुशी

पुलिस ने बताया कि आरोपी दंपति के फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद जब पीड़ित पैसे के लिए परेशान करने लगे तो आरोपी दंपति बिलासपुर शिफ्ट हो गए. जहां ठगी की रकम से उन्होंने आलीशान मैरिज पैलेस बनाया. आकांक्षा पांडेय शहर के एक निजी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर पदस्थ रही. इस पूरे मामले में एक पीड़ित प्रदीप शर्मा के मुताबिक आरोपी भूपेंद्र पांडेय ने 4 अप्रैल को बिलासपुर के उसलापुर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर सुसाइड कर लिया.

रायपुर : जिले के उप डाकघर (Raipur Sub Post Office) में विभिन्न स्कीमों में पैसा लगाने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इस केस में पुलिस ने एक दंपति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है. दो माह पहले पीड़ितों ने अपने साथ हुए ठगी की शिकायत सरस्वती नगर थाने (Saraswati Nagar Police Station) में की थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी दंपत्ति भूपेंद्र पांडेय और उसकी पत्नी आकांक्षा पांडेय के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कर लिया है. इस मामले में मुख्य आरोपी भूपेंद्र ने बीते दिनों ट्रेन से कूदकर खुदकुशी कर ली थी. उसके बाद से उसकी पत्नी आकांक्षा अंडर ग्राउंड हो गई है. पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है.

100 से ज्यादा लोगों से ठगी का आरोप

रोहनीपुरम गोल चौक में रहने वाले आरोपी भूपेंद्र पांडेय और आकांक्षा पांडेय ने छत्तीसगढ़ गठन के बाद से 100 से अधिक लोगों को झांसा में लेकर लूट की वारदात को अंजाम दिया है. दंपति पोस्ट ऑफिस की FD, TD, RD और MIS जैसी जमा स्कीमों में लुभावने सपने दिखाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. आरोपी लोगों से खाता खुलवाते थे. फिर मोटी रकम लेकर उनके पासबुक में पर्जी सील लगाकर दे देते थे. पॉलिसी की समय अवधि पूरी होने पर लोगों को आगे के लिए जमा करने की बात कहते थे. उन्हें मोटी रकम मिलने का लालच देकर दोबारा रकम जमा करवा लेते थे. सरस्वती नगर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में FIR दर्ज कर ली गई है.

भिलाई के श्रीशंकराचार्य ग्रुप के चेयरमैन के साथ 50 लाख की ठगी


2015 के बाद हुआ खुलासा

आरोपी दंपति साल 2015 तक लोगों को पैसे समय पर देता रहा, लेकिन साल 2015 के बाद से उनकी नीयत बिगड़ गई. लोगों से पैसे लेकर उनको पोस्ट ऑफिस की सील लगाकर फर्जी पासबुक थमा देते थे. थाना प्रभारी की माने तो पीड़ितों के शिकायत के मुताबिक धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित पासबुक लेकर पोस्ट ऑफिस पहुंचे. उन्होंने पाया कि उनके खाते में एक भी पैसा जमा ही नहीं हुआ है और जो हुआ है उसे भूपेंद्र ने निकाल लिया है. अब तक 12 करोड़ से अधिक रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत मिली है.

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4 अप्रैल को मुख्य आरोपी ने की खुदकुशी

पुलिस ने बताया कि आरोपी दंपति के फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद जब पीड़ित पैसे के लिए परेशान करने लगे तो आरोपी दंपति बिलासपुर शिफ्ट हो गए. जहां ठगी की रकम से उन्होंने आलीशान मैरिज पैलेस बनाया. आकांक्षा पांडेय शहर के एक निजी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर पदस्थ रही. इस पूरे मामले में एक पीड़ित प्रदीप शर्मा के मुताबिक आरोपी भूपेंद्र पांडेय ने 4 अप्रैल को बिलासपुर के उसलापुर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर सुसाइड कर लिया.

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