रायपुर : राज्यसभा चुनाव अंतिम दौर में है. इसे लेकर राजनीतिक दलों ने रणनीति बनाना शुरू कर दी है. हरियाणा राज्यसभा चुनाव की बात की जाए तो इसकी रणनीति छत्तीसगढ़ में बनाई जा रही है. कांग्रेस के 28 विधायक 2 मई से रायपुर के एक रिसोर्ट में रुके हुए हैं. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार की रात रायपुर के इस रिसोर्ट में पहुंचे थे. उन्होंने राजीव शुक्ला (CG Rajya Sabha member Rajeev Shukla) सहित हरियाणा के रुके हुए कांग्रेसी विधायकों से मुलाकात की. यह मुलाकात चंद मिनटों की थी. इसके बाद सीएम बघेल वापस रिसोर्ट से रवाना हो गए.
कैसे बनेगी रणनीति : इसी रिसोर्ट में राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस आगे की रणनीति तैयार कर रही है. इसकी जवाबदारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ से नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला को सौंपी गई है. जानकारी के मुताबिक मंगलवार दोपहर 3:00 बजे से हरियाणा के विधायकों की एक महत्वपूर्ण बैठक रखी गई है. इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) भी शामिल होंगे. बैठक में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य सभा से नवनिर्वाचित सदस्य राजीव शुक्ला सोमवार की शाम रायपुर पहुंच चुके हैं.
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हरियाणा के विधायक किसके साथ : राजीव शुक्ला ने हरियाणा राज्यसभा चुनाव (rajya sabha election 2022) में कांग्रेस के उम्मीदवार की जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि ''हरियाणा राज्यसभा चुनाव में जीत के लिए विधायकों की संख्या पर्याप्त है. बीजेपी हमेशा से हॉर्स ट्रेडिंग करती रही है. लेकिन वे सफल नहीं होंगे. निश्चित रूप से जीत हमारी होगी. रायपुर में हरियाणा के विधायकों का प्रशिक्षण चल रहा है.'' हरियाणा के कुछ विधायक रायपुर नहीं पहुंचे इसे लेकर जब राजीव शुक्ला से सवाल किया गया तो उनका कहना था कि ''वे उस तरह के विधायक नहीं हैं, जो पार्टी लाइन से इधर-उधर हों. वे पार्टी लाइन के साथ हैं. वे अपना काम कर रहे हैं.'' जानकारी के मुताबिक अब तक रायपुर में 30 विधायक रुके हुए हैं. जबकि हरियाणा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 31 और जीत के लिए उन्हे 31 वोटों की ही जरूरत है.
किसने बिगाड़ा हरियाणा का खेल : कांग्रेस ने हरियाणा से अजय माकन को टिकट दिया है. वहीं भाजपा ने कृष्णलाल पंवार को उम्मीदवार बनाया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर ताल ठोंका है. कार्तिकेय को जननायक जनता पार्टी और निर्दलियों का समर्थन हासिल है. हरियाणा विधानसभा में 90 सीट हैं. ऐसे में राज्यसभा में जीत के लिए 31 वोटों की जरूरत होगी. कांग्रेस के पास वहां 31 विधायक हैं लेकिन कार्तिकेय शर्मा की दावेदारी ने पेंच फंसा दिया है.