रायपुर : छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना की केंद्र सरकार ने लोकसभा में तारीफ की थी. इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रतिक्रिया दी है. सीएम ने कहा कि इस एक योजना के जरिए अनेक काम हो रहे हैं. इसे पूरे देश में लागू करने पर विचार करना चाहिए. सीएम बघेल ने भाजपा के विरोध पर कहा कि 'उनकी मजबूरी है विरोध करना. विपक्ष ने विधानसभा नहीं चलने दी. उनके पास बोलने के लिए कुछ नहीं है.'
गोधन न्याय योजना की हुई तारीफ
लोकसभा में कृषि मामलों की स्थायी समिति ने मंगलवार को सदन में प्रस्तुत अपनी रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना की सराहना की है. समिति ने केंद्र सरकार को सुझाव दिया है कि किसानों से मवेशियों के गोबर खरीद की ऐसी ही योजना पूरे देश के लिए शुरू की जानी चाहिए. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इकहा कि 'इस एक कार्यक्रम से अनेक कार्य चल रहे हैं, जिसमें न सिर्फ गोबर खरीदा जा रहा है बल्कि वर्मी कंपोस्ट भी बनाया जा रहा है. मवेशियों की देखभाल हो रही है. चारा की व्यवस्था हो रही और खेती भी की जा रही है. इससे जमीन की उर्वरक शक्ति भी बढ़ रही है. लोगों को रोजगार भी मिल रहा है. इस एक योजना से बहुत सारी समस्याओं का निदान हो रहा है. इस पूरे देश में अपनाना चाहिए. खेती भी सुधरेगी और पशु धन की भी देखभाल होगी और आय के साधन भी बढ़ेंगे.'
लोकसभा में गोधन न्याय योजना की हुई तारीफ, पूरे देश में योजना लॉन्च करने की मांग
बीजेपी पर साधा निशाना
बीजेपी की आलोचना पर सीएम ने कहा कि 'भाजपा की मजबूरी है कि विरोध करना है इसलिए वे विरोध करते हैं. गाय के नाम से वोट मांगने लोग अब पिछड़ गए हैं. उनकी चलाई गई गौशाला योजना तो असफल हो गई और गाय खुले में घूम रही थे. ऐसे में सड़क दुर्घटनाएं भी हो रही थी. गाय के नाम पर भी राजनीति होती थी, लेकिन गोधन न्याय योजना से पशुधन की देखभाल सही ढंग से हो रही है. निश्चित रूप से भारत की प्राचीन परंपरा रही है उन्हें सामने लाने का अवसर मिला है और इसे अन्य राज्यों को भी अपनाना चाहिए.'
विधानसभा पर बोले सीएम
भाजपा विधानसभा में सत्तापक्ष को घेरने में असफल रही और आने वाले दिनों में सरकार को घेरने की तैयारी चल रही है इस सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी 24 दिन विधानसभा नहीं चला पाई. हम चाहते थे कि 24 बैठक हो और उसमें चर्चा हो. बीजेपी नेता प्रश्नकाल और शून्यकाल में आते थे और पलायन कर जाते थे. उनके पास बोलने के लिए कुछ नहीं है.