रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने तीन दिवसीय भेंट मुलाकात कार्यक्रम के प्रवास के बाद रायपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा. गैस के दामों में बढ़ोतरी पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ''लोगों को समझना होगा कि ये लोग वोट किसी और नाम पर मांगते हैं काम दूसरा करते हैं. जनता को इस बात को समझना होगा. केंद्र में जो सरकार बैठी है उसको चलाना नहीं आता. ट्रेन नहीं चला पा रहे हैं. एयरपोर्ट, सार्वजनिक उपक्रमों को संचालित नहीं कर पा रहे हैं. पावर प्लांट को कोयला उपलब्ध नहीं करा पा रहा हैं. किसानों को खाद उपलब्ध नहीं करा पा रहा हैं. नौजवानों को रोजगार उपलब्ध नहीं करा पा रहा हैं. अग्निवीर योजना लाना इसका जीता जागता उदाहरण है. केंद्र सरकार आम जनता की कसौटी में खरा नहीं उतर पा रही (CM Bhupesh surrounded the center on compost and rail ) है.''
बीजेपी की स्नेह यात्रा पर उठाए सवाल : बीजेपी के स्नेह यात्रा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि '' पहले नफरत फैलाने का काम बीजेपी करती है. उसके बाद स्नेह यात्रा निकाल रही है. नफरत के बीज पहले बोये समाज के बीच में अल्पसंख्यकों के बीच में, भेद डालने का काम बीजेपी करती है. उदयपुर की घटना पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि '' घटना को अंजाम देने वाला भारतीय जनता पार्टी का है, उकसाने वाला भी बीजेपी का है, हत्यारा वह भी भारतीय जनता पार्टी के हैं और वे ही छत्तीसगढ़ को बंद करा रहे हैं. यह साहस नहीं है आप कुछ भी करिए जनता उसको स्वीकार नहीं करेगी.
ईडी की कार्रवाई पर जताई नाराजगी : प्रदेश में ईडी की कार्यवाई पर सीएम बघेल ने कहा ''सीएम साहब कौन है, सीएम मैडम कौन है यह बताना चाहिए.उस पर कार्यवाई करनी चाहिए. दूसरी बात ये है कि चिटफंड कंपनी से जो पैसे हैं. सैकड़ों करोड़ को आम जनता के पैसे हैं. आम जनता की जेब से चिटफंड कंपनी लूट कर ले गई. उसके ब्रांड एंबेस्डर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह और उनके परिवार के लोग थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ईडी से निवेदन करते हुए कहा कि ''आम जनता की 6000 हजार करोड़ की राशि लेकर लोग भाग गए. 300 करोड़ में से 40 करोड़ रुपये हमारी सरकार ने निकल लिया है. छत्तीसगढ़ में भी मनी लांड्रिंग हुआ है ईडी को इसको जांच में लेकर कार्यवाही करना चाहिए.क्या रमन सिंह इसके लिए तैयार है?
क्यों रमन सिंह पर लग रहे हैं आरोप : आपको बता दें कि नागरिक आपूर्ति निगम राज्य भर में लाखों परिवारों को राशन बांटने का काम करती रही (Civil Supplies Corporation scam Chhattisgarh) है. राज्य की आर्थिक अपराध शाखा यानी ईओडब्ल्यू और भ्रष्टाचार निवारक ब्यूरो ने 12 फरवरी 2015 को नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के 28 ठिकानों पर एक साथ छापा मार कर करोड़ों रुपए बरामद किये थे. इसके अलावा इस मामले में कथित भ्रष्टाचार से संबंधित कई दस्तावेज़, हार्ड डिस्क और डायरी भी एंटी करप्शन ब्यूरो ने जब्त की थी. आर्थिक अपराध शाखा ने आरोप लगाया कि ''छत्तीसगढ़ में राइस मिलों से लाखों क्विंटल घटिया चावल लिया गया और इसके बदले करोड़ों रुपये की रिश्वतख़ोरी की गई. इसी तरह नागरिक आपूर्ति निगम के ट्रांसपोर्टेशन में भी भारी घोटाला किया गया. नमक की आपूर्ति में भी कथित भ्रष्टाचार किया गया.
कौन-कौन था मामले में दोषी : इस मामले में आरंभिक तौर पर 27 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. बाद में दो आईएएस अधिकारी, आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया. कथित घोटाले के दौरान दोनों अधिकारी क्रमश: नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध निदेशक और चेयरमैन थे. तब राज्य में विपक्षी दल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने आरोप लगाया था कि ''इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो और आर्थिक अपराध शाखा ने अभियुक्तों से एक डायरी भी बरामद की थी, जिसमें 'सीएम मैडम' समेत तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के कई परिजनों के नाम कथित रुप से रिश्वत पाने वालों के तौर पर दर्ज(CM Bhupesh attack on Raman Singh over Naan scam) थे.''