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मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना की 14वीं किश्त का किया भुगतान - Godhan Nyaya Yojana in Chhattisgarh

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना की 14वीं किश्त का पशुपालकों भुगतान किया. सीएम ने कुल 4 करोड़ 94 लाख रुपये की राशि पशुपालकों के खाते में ट्रांसफर की.

Chief Minister paid the 14th installment of Godhan Nyaya Yojana
किश्त का किया भुगतान
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Published : Feb 26, 2021, 10:34 AM IST

रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना की 14वीं किश्त का भुगतान पशुपालकों को किया. सीएम ने प्रदेश के एक लाख 54 हजार 423 पशुपालकों के खाते में 4 करोड़ 94 लाख रुपए की राशि ट्रांसफर की. गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालकों को अब तक 80 करोड़ 42 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है.

सीएम ने इस दौरान कहा कि 'गोधन न्याय योजना सहित प्रदेश के गौठानों में मशरूम उत्पादन, कुक्कुट उत्पादन, मछली पालन, बकरी पालन, राइस मिल, कोदो-कुटकी और लाख प्रोसेसिंग जैसी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से हजारों लोगों को रोजगार मिला है. गौठानों में अधिक से अधिक आर्थिक गतिविधियां संचालित कर महिलाओं और ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ने की आवश्यकता है. गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों से लगभग 6 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया है. वर्मी कम्पोस्ट के बढ़ते उत्पादन से ये अंजादा लगाया जा रहा है कि कुछ दिनों में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन 12 लाख क्विंटल हो जाएगा.'

दंतेवाड़ा के ब्रांड डेनेक्स का ट्राइफेड के साथ हुआ एमओयू

2 हजार करोड़ रुपये का होगा वर्मी कम्पोस्ट का व्यापार

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि 'गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित कर सुराजी गांव की कल्पना को साकार किया जाएगा. गौठानों में 65 हजार वर्मी टांकों में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया जा रहा है. साल भर में 20 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन होता है, तो अकेले वर्मी कम्पोस्ट का व्यापार 2 हजार करोड़ रूपए का होगा.' बघेल ने कहा कि 'गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों को लघु वनोपजों के प्रसंस्करण की गतिविधियों से जोड़ा जाना चाहिए. गौठानों में तैयार वर्मी कम्पोस्ट सहित अन्य उत्पादित वस्तुओं की बिक्री की ओर काम करना जरूरी है. सभी विभाग समन्वय के साथ गौठानों को विकसित करने में सहयोग दें.'

गौठान समितियां सक्रिय

कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने इस अवसर पर कहा कि 'गोधन न्याय योजना के अंतर्गत हर 15 दिन में गोबर खरीदी की राशि का भुगतान पशुपालकों और गोबर संग्राहकों को किया जा रहा है. गौठानों में तैयार वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय के लिए सहकारिता सहित अन्य विभागों के साथ मिलकर कार्ययोजना तैयार कर ली है. सभी जिलों में गौठानों में मल्टीयूटिलिटी सेंटर और उत्पादित वस्तुओं के विक्रय के लिए सीजी मार्ट विकसित किए जाएंगे. गौठानों में लगभग 8 हजार महिला स्व-सहायता समूहों की 59 हजार 942 महिलाएं विभिन्न आर्थिक गतिविधियां संचालित कर रही हैं. सरगुजा से बस्तर तक लघु वनोपजों के प्रसंस्करण के काम को भी गौठानों तक जोड़ा जाएगा.' उन्होंने कहा कि 'गौठान समितियां सक्रिय हैं, वहां अच्छा काम हो रहा है.'

रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना की 14वीं किश्त का भुगतान पशुपालकों को किया. सीएम ने प्रदेश के एक लाख 54 हजार 423 पशुपालकों के खाते में 4 करोड़ 94 लाख रुपए की राशि ट्रांसफर की. गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालकों को अब तक 80 करोड़ 42 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है.

सीएम ने इस दौरान कहा कि 'गोधन न्याय योजना सहित प्रदेश के गौठानों में मशरूम उत्पादन, कुक्कुट उत्पादन, मछली पालन, बकरी पालन, राइस मिल, कोदो-कुटकी और लाख प्रोसेसिंग जैसी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से हजारों लोगों को रोजगार मिला है. गौठानों में अधिक से अधिक आर्थिक गतिविधियां संचालित कर महिलाओं और ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ने की आवश्यकता है. गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों से लगभग 6 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया है. वर्मी कम्पोस्ट के बढ़ते उत्पादन से ये अंजादा लगाया जा रहा है कि कुछ दिनों में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन 12 लाख क्विंटल हो जाएगा.'

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2 हजार करोड़ रुपये का होगा वर्मी कम्पोस्ट का व्यापार

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि 'गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित कर सुराजी गांव की कल्पना को साकार किया जाएगा. गौठानों में 65 हजार वर्मी टांकों में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया जा रहा है. साल भर में 20 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन होता है, तो अकेले वर्मी कम्पोस्ट का व्यापार 2 हजार करोड़ रूपए का होगा.' बघेल ने कहा कि 'गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों को लघु वनोपजों के प्रसंस्करण की गतिविधियों से जोड़ा जाना चाहिए. गौठानों में तैयार वर्मी कम्पोस्ट सहित अन्य उत्पादित वस्तुओं की बिक्री की ओर काम करना जरूरी है. सभी विभाग समन्वय के साथ गौठानों को विकसित करने में सहयोग दें.'

गौठान समितियां सक्रिय

कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने इस अवसर पर कहा कि 'गोधन न्याय योजना के अंतर्गत हर 15 दिन में गोबर खरीदी की राशि का भुगतान पशुपालकों और गोबर संग्राहकों को किया जा रहा है. गौठानों में तैयार वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय के लिए सहकारिता सहित अन्य विभागों के साथ मिलकर कार्ययोजना तैयार कर ली है. सभी जिलों में गौठानों में मल्टीयूटिलिटी सेंटर और उत्पादित वस्तुओं के विक्रय के लिए सीजी मार्ट विकसित किए जाएंगे. गौठानों में लगभग 8 हजार महिला स्व-सहायता समूहों की 59 हजार 942 महिलाएं विभिन्न आर्थिक गतिविधियां संचालित कर रही हैं. सरगुजा से बस्तर तक लघु वनोपजों के प्रसंस्करण के काम को भी गौठानों तक जोड़ा जाएगा.' उन्होंने कहा कि 'गौठान समितियां सक्रिय हैं, वहां अच्छा काम हो रहा है.'

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