रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के प्रमुख लोक पर्व तीजा के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है. उन्होंने सभी तीजहारिन को सीएम निवास आमंत्रित किया है. तीजा पोरा के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में भव्य उत्सव का आयोजन किया गया है. ठेठ पारंपरिक अंदाज में मुख्यमंत्री निवास के प्रांगण को सजाया गया है. नंदी बैल प्रांगण में जगह- जगह सजे नजर आ रहे हैं. सूपा और टोकनी पर रंगों की खूबसूरत कारीगरी के साथ जगह-जगह बेहद निराले अंदाज में सजाया गया है. Bhupesh Baghel congratulated teeja pora
सीएम निवास में तीजा पोरा पर्व: तीन दिनों तक चलने वाले छत्तीसगढ़ के पारंपरिक तीजा- पोरा पर्व का उत्साह छत्तीसगढ़ में दिखने लगा है. सीएम बघेल ने पने बधाई संदेश में कहा है कि छत्तीसगढ़ में तीज, त्यौहारों की एक समृद्ध परम्परा है.छत्तीसगढ़ की संस्कृति के सरंक्षण और संर्वधन के लिए प्रदेश में हरेली, तीजा, माता कर्मा जयंती, छठ पूजा और विश्व आदिवासी दिवस के दिन न केवल सार्वजनिक अवकाश की शुरूआत की है, बल्कि इन लोक पर्वों के महत्व से आने वाली पीढ़ी को जोड़ने के लिए इन्हें जन सहभागिता से पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. सीएम ने कहा है कि तिजरहिन माता- बहनें मुख्यमंत्री निवास को अपना मायका समझकर यहां आएं, उनका स्वागत है. Teeja Pora Tihar
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तीजा पर्व का महत्व: छत्तीसगढ़ में तीजा पर्व का अपना विशेष महत्व है. छत्तीसगढ़ में भादों माह की अमावस्या तिथि को पोला तिहार मनाए जाने के बाद हरतालिका तीजा पर्व बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है, महिलाएं तीजा मनाने ससुराल से मायके आती हैं. महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए तीजा पर्व के एक दिन पहले करूभात लेकर निर्जला व्रत रखती है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से सुहागिन स्त्रियों को शिव-पार्वती अखंड सौभाग्य का वरदान देते हैं. कुंवारी लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है.