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पुलिस स्मृति दिवस: शहीद पुलिस जवानों को CM भूपेश और राज्यपाल अनुसुइया उइके ने दी श्रद्धांजलि

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Published : Oct 21, 2021, 7:36 AM IST

Updated : Oct 21, 2021, 11:43 AM IST

रायपुर के माना कैंप में पुलिस स्मृति दिवस परेड कार्यक्रम (Police Memorial Day ) का आयोजन किया गया है. जिसमें सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) और राज्यपाल अनुसुइया उइके (Anusuiya Uikey ) शामिल हुए. शहीद जवानों को श्रद्धांजिल दी गई. राज्यपाल ने परेड की सलामी ली.

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भूपेश बघेल और अनुसुइया उइके

रायपुर: माना स्थित चौथी वाहिनी में पुलिस स्मृति दिवस परेड का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) राज्यपाल अनुसुइया उइके, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू शामिल हुए. 1 सितम्बर 2020 से 31 अगस्त 2021 तक प्रदेश में शहीद हुए 32 पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई. शहीद जवानों के परिजनों ने भी उन्हें श्रद्धांजिल दी.

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सीएम ने दी श्रद्धांजलि

पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम में शामिल राज्यपाल अनुसुइया उइके ने परेड की सलामी ली. उन्होंने कहा कि 'वीर शहीदों को नमन करती हूं..आज के दिन पुलिस सेवा में शहीद जवानों को याद करते हैं..वीर जवानों की शौर्य गाथा को याद दिलाता है..कोरोना संक्रमण के दौरान जवान हर मोर्चे पर तैयार रहे..कई जवान संक्रमित हुए लेकिन उनका हौसला नहीं टूटा. पुलिस का काम अधिक जिम्मेदारी का काम है. पुलिसकर्मियों को तनाव से भी गुजरना पड़ता है. पुलिस विभाग से आग्रह है कि तनाव से मुक्त करने के लिए समय-समय पर कार्यक्रम आयोजित करें..सभी लोगों से अपील है कि वे पुलिस का सम्मान करें..छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों ने हर परिस्थिति में बेहतर काम किया है..जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ बहादुरी के साथ लड़ाई लड़ी..नक्सल क्षेत्रों के भटके हुए नौजवानों को मुख्यधारा में लाने का काम पुलिस के जवान कर रहें है..वो दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ नक्सल मुक्त होगा'.

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राज्यपाल अनुसुइया उइके ने दी श्रद्धांजलि

100 करोड़ खुराक: देश का सबसे बड़ा खादी तिरंगा लालकिले पर प्रदर्शित किया जाएगा

'शहीदों के परिवार की देखरेख करना समाज की भी जिम्मेदारी'

सीएम भूपेश ने जवानों को श्रद्धंजलि देते हुए कहा कि 'जवानों के जज्बे से ही समाज में उनका सम्मान सुनिश्चित होता है. शहीद के परिवारों की देखरेख करना सिर्फ सरकार का दायित्व नहीं बल्कि समाज का भी है..शहीदों और उनके परिजनों को नमन करता हूं..अपना जीवन दांव पर लगाकर मातृभूमि की रक्षा के लिए वे हमेशा तैनात रहते हैं'.

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी शहीद जवानों को नमन किया. उन्होंने कहा कि विकास, विश्वास और सुरक्षा के तहत काम किया जा रहा है..नक्सली वारदातों में कमी आई है'.

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गृहमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

21 अक्टूबर को मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस

पुलिस स्मृति दिवस हर साल 21 अक्टूबर को आयोजित किया जाता है. यह दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति में तैनात CRPF के एक छोटे से गश्ती दल पर चीनी सेना द्वारा भारी संख्या में घात लगाकर हमला किया गया था. इस लड़ाई में 10 सीआरपीएफ के रणबांकुरों ने सर्वाेच्च बलिदान दिया था.

रायपुर: माना स्थित चौथी वाहिनी में पुलिस स्मृति दिवस परेड का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) राज्यपाल अनुसुइया उइके, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू शामिल हुए. 1 सितम्बर 2020 से 31 अगस्त 2021 तक प्रदेश में शहीद हुए 32 पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई. शहीद जवानों के परिजनों ने भी उन्हें श्रद्धांजिल दी.

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सीएम ने दी श्रद्धांजलि

पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम में शामिल राज्यपाल अनुसुइया उइके ने परेड की सलामी ली. उन्होंने कहा कि 'वीर शहीदों को नमन करती हूं..आज के दिन पुलिस सेवा में शहीद जवानों को याद करते हैं..वीर जवानों की शौर्य गाथा को याद दिलाता है..कोरोना संक्रमण के दौरान जवान हर मोर्चे पर तैयार रहे..कई जवान संक्रमित हुए लेकिन उनका हौसला नहीं टूटा. पुलिस का काम अधिक जिम्मेदारी का काम है. पुलिसकर्मियों को तनाव से भी गुजरना पड़ता है. पुलिस विभाग से आग्रह है कि तनाव से मुक्त करने के लिए समय-समय पर कार्यक्रम आयोजित करें..सभी लोगों से अपील है कि वे पुलिस का सम्मान करें..छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों ने हर परिस्थिति में बेहतर काम किया है..जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ बहादुरी के साथ लड़ाई लड़ी..नक्सल क्षेत्रों के भटके हुए नौजवानों को मुख्यधारा में लाने का काम पुलिस के जवान कर रहें है..वो दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ नक्सल मुक्त होगा'.

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राज्यपाल अनुसुइया उइके ने दी श्रद्धांजलि

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'शहीदों के परिवार की देखरेख करना समाज की भी जिम्मेदारी'

सीएम भूपेश ने जवानों को श्रद्धंजलि देते हुए कहा कि 'जवानों के जज्बे से ही समाज में उनका सम्मान सुनिश्चित होता है. शहीद के परिवारों की देखरेख करना सिर्फ सरकार का दायित्व नहीं बल्कि समाज का भी है..शहीदों और उनके परिजनों को नमन करता हूं..अपना जीवन दांव पर लगाकर मातृभूमि की रक्षा के लिए वे हमेशा तैनात रहते हैं'.

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी शहीद जवानों को नमन किया. उन्होंने कहा कि विकास, विश्वास और सुरक्षा के तहत काम किया जा रहा है..नक्सली वारदातों में कमी आई है'.

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गृहमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

21 अक्टूबर को मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस

पुलिस स्मृति दिवस हर साल 21 अक्टूबर को आयोजित किया जाता है. यह दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति में तैनात CRPF के एक छोटे से गश्ती दल पर चीनी सेना द्वारा भारी संख्या में घात लगाकर हमला किया गया था. इस लड़ाई में 10 सीआरपीएफ के रणबांकुरों ने सर्वाेच्च बलिदान दिया था.

Last Updated : Oct 21, 2021, 11:43 AM IST
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