रायपुर: राजधानी रायपुर सहित प्रदेश भर के लगभग 4 लाख कर्मचारी और अधिकारी अपनी 2 सूत्रीय मांग केंद्र के समान महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता की मांग को लेकर 22 अगस्त से प्रदेश व्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. कर्मचारी अधिकारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से शासकीय विभागों के सभी कार्य पूरी तरह से बंद और ठप हो गए हैं. गुरुवार को कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले कर्मचारी अधिकारियों ने प्रदर्शन स्थल से मशाल रैली निकालकर सरकार को कुंभकरणी नींद से जगाने की कोशिश की. मशाल रैली प्रदर्शन स्थल से स्मार्ट सिटी ऑफिस तक पहुंचने के बाद पुलिस के द्वारा बैरिकेडिंग लगाकर इन्हें रोक दिया गया. chhattisgarh Staff Officers Federation torch rally
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोर कमेटी की बैठक में आगामी रणनीति बनाएंगे: प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी नेता और कर्मचारियों का कहना है कि "इस मशाल रैली के माध्यम से अपनी 2 सूत्रीय मांग केंद्र के समान महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता को लेकर सरकार को कुंभकरणी नींद से जगाने की कोशिश की जा रही है. इसके बाद भी अगर प्रदेश सरकार इस नींद से नहीं जागती है तो आने वाले दिनों में कोर कमेटी की बैठक बुलाई जाएगी और इस कोर कमेटी की बैठक में आंदोलन के आगे की रूपरेखा तैयार कर प्रदर्शन को उग्र किया जाएगा."
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कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने जुलाई महीने में 5 दिन किया था हड़ताल: 25 से 29 जुलाई तक कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने अपनी 2 सूत्रीय मांग को लेकर 5 दिनों का प्रदर्शन किया था. जिसके बाद भी सरकार के द्वारा केंद्र के समान महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता नहीं दिया गया. जिसके विरोध में फिर एक बार कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने 22 अगस्त से बेमियादी हड़ताल शुरू कर दी. कर्मचारी अधिकारियों की बेमियादी हड़ताल से सभी शासकीय विभागों में कामकाज पूरी तरह से ठप होने से इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है .