रायपुरः पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे और शिव डेहरिया ने प्रदेश के कांग्रेस सरकार द्वारा दी गई रोजगार को लेकर प्रेस वार्ता की. इसमें रविंद्र चौबे ने कहा कि बीजेपी के शासनकाल में बेरोजगारी दर 22% था. मुझे कृषि मंत्री रविंद्र चौबे की बुद्धि पर तरस आता है. कम से कम रविंद्र चौधरी से ऐसी उम्मीद नहीं थी. एक बार वह कम से कम CMIE (सेंट्रल फ्रॉम इंडियन इकोनामी मॉनिटरिंग प्राइवेट लिमिटेड) की रिपोर्ट देखें और लगातार उसकी मॉनिटरिंग करें.
हर वर्ष की रिपोर्ट देखें. CMIE प्रत्येक वर्ष के संपूर्ण देश के बेरोजगारी दर के संबंध में आंकड़े जारी करती है. रविंद्र चौबे से मैं कहना चाहूंगा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के 1 महीने में आंकड़े 2.1% आए हैं. एक महीने के आंकड़े हैं.
इसके पहले CMIE ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसका तुलनात्मक अध्ययन तो कर लेते. रमन सिंह ने कहा कि मैं आपको बताना चाहूंगा कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी शासनकाल में 3 साल के आंकड़ें देखें. कांग्रेस सरकार की 3 साल के आंकड़े से तुलना की जा सकती है. बीजेपी शासनकाल में जनवरी 2016, 2017 और 2018 में बेरोजगारी दर और कांग्रेस के जनवरी 2019, 2020 और 2021 की बेरोजगारी दर की आप तुलना कर लेंगे तो आपको समझ में आएगा कि सही स्थिति क्या है.
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कांग्रेस मंत्रियों को दिखाया तीन साल का तुलनात्मक आंकड़ा
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे और मंत्री शिव डेहरिया द्वारा आज प्रेस वार्ता आयोजित की गई. जिसमें रविंद्र चौबे ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार द्वारा युवाओं को दिए जा रहे रोजगार के बारे में जिक्र किया. इसके साथ ही रविंद्र चौबे ने बीजेपी के शासनकाल की बखिया उधेड़ी. कहा कि उस समय बेरोजगारी दर 22% था. इसी पर पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने पलटवार किया है.
रमन सिंह ने कहा कि बीजेपी की शासनकाल में जनवरी 2016 में बेरोजगारी दर 3.47% रहा. 2017 में 4.1% और 2018 में 2.67% रहा. उसकी तुलना अगर कांग्रेस के 3 साल से करें तो जनवरी 2019 में बेरोजगारी दर 7.9%, 2020 में 3.7% और 2021 में 6.4% के पार कर गया.