रायपुर : कांग्रेस ने बीजेपी पर संगीन आरोप लगाए हैं. कांग्रेस का कहना (BJP surrounded on allegations of Chhattisgarh coal dealer) है कि ''कोयला व्यवसाई सूर्यकांत तिवारी (Mahasamund coal businessman Suryakant Tiwari) के खुलासे से स्पष्ट हो गया कि छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र रच रही है.'' प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ''इस गम्भीर खुलासे के बाद नैतिकता के आधार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस्तीफा दें. बीजेपी को विरोधी दलों की सरकारें बर्दाश्त नहीं है. विपक्ष की सरकार को अस्थिर करने भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व किसी भी स्तर तक गिर सकता है. कर्नाटक, मध्यप्रदेश, गोवा, मणिपुर, महाराष्ट्र में इसके उदाहरण देखे गए हैं.''
ED का गलत इस्तेमाल कर रही बीजेपी : सुशील आनंद शुक्ला के मुताबिक ''छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की तीन चौथाई बहुमत की लोकप्रिय सरकार है. कांग्रेस सरकार जनहित में बढ़िया काम कर रही है. कांग्रेस सरकार के कामों से जनता के बीच कांग्रेस की लोकप्रियता बढ़ी है. पिछले तीन साल में कांग्रेस से एक भी चुनाव नगरीय निकाय पंचायत, चार उपचुनाव कुछ भी जीत नहीं पाई. इससे घबराया भाजपा का नेतृत्व छत्तीसगढ़ में भी ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई के दुरुपयोग करने की योजना में है. कोयला व्यवसाई के खुलासे से भाजपा का लोकतंत्र विरोधी कारनामा सामने आया है. भाजपा कितनी भी कोशिश कर ले छत्तीसगढ़ में उसकी कोशिशें कामयाब नहीं होगी.''
बीजेपी ने आरोपों का किया खंडन : वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने आईटी छापे में चर्चित आरोपी सूर्यकांत तिवारी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को जेल भेजने जैसी बयानबाजी करने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधा है. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि ''उन्हें यह समझना चाहिए कि उनका तोता कोयले के कारोबार में अवैध कमाई का आरोपी है. आरोपी सूर्यकांत तिवारी (Suryakant Tiwari made serious allegations against IT) ने इनकम टैक्स विभाग के सामने 200 करोड़ की अनुचित आय होना स्वीकार किया है. लगता है कांग्रेस का लिखा बयान पढ़ते समय वो यह भूल गए. आइटी विभाग की प्रेस नोट में यह साफ है कि इस आरोपी द्वारा चुनाव में भी पैसे खर्च किए गए. अब ऐसे बयानों से इनका बचना नामुमकिन है.''
आयकर को करने दें उनका काम : बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव के अनुसार ''आयकर विभाग अपना काम कर रहा है. उसकी जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है तो भूपेश बघेल के हाथों के तोते उड़ गए हैं. जो एक तोता उनके कहने पर आईटी आईटी रट रहा है, वह खुद पिंजरे में जाने वाला है. भूपेश बघेल अपनी खैर मनाएं.''
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क्या है पूरा मामला : छत्तीसगढ़ के कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी (coal businessman Suryakant Tiwari ) के यहां 30 जून को आईटी का छापा पड़ा था. इस छापे के बाद तिवारी ने आईटी अधिकारियों पर कई संगीन आरोप लगाए. तिवारी का आरोप था कि आईटी के अफसरों ने उनके ऊपर सरकार गिराने के लिए दबाव बनाया था. इतना ही नहीं उनको मुख्यमंत्री बनने तक का ऑफर दिया था. इस दौरान सूर्यकांत तिवारी ने बीजेपी पर कई संगीन आरोप लगाए. इन्हीं आरोपों के आधार पर अब कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की है. बीजेपी ने कांग्रेस सरकार के दबाव में कोयला व्यवसाई द्वारा इस तरह का बयान देने का आरोप लगाया है.