रायपुर: रायपुर के भाजपा जिला कार्यालय एकात्म परिसर में रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल (Raipur South MLA Brijmohan Agarwal) और सांसद सुनील सोनी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा " मैं छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर सीधा-सीधा आरोप लगाते हुए कहता हूं कि छत्तीसगढ़ सरकार जानबूझकर किसानों को खाद और यूरिया नहीं दे रही (Farmers are getting upset in Chhattisgarh) है. सोसाइटियों से खाद नदारद हैं. खुले बाजारों में खाद दोगुने रेट पर मिल रहा है."
छत्तीसगढ़ में खाद का कृत्रिम संकट का आरोप : रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा " छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार खाद के नाम पर लोगों को लूट रही है. कृत्रिम संकट पैदा कर दिया गया है. किसानों को कंपोस्ट खाद खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जो खाद नहीं मिट्टी है. किसी लैब में इसकी टेस्टिंग नहीं हुई है. कोई किसान मिट्टी मिला हुए खाद नहीं खरीदना चाहता. उन्हें मजबूर किया जा रहा (Congress government accused of not giving fertilizer) है.''
किसान हो रहे परेशान: बृजमोहन अग्रवाल ने कहा "संवैधानिक पद पर बैठे मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री कहते हैं कि केंद्र खाद उपलब्ध नहीं करवा रही है. अगर हम आंकड़े देखें तो इस साल राज्य को कुल 13 लाख 70 हजार मीट्रिक टन खाद उपलब्ध होना है. 8 लाख 37 हजार 735 मीट्रिक टन खाद उपलब्ध कराई जा चुकी है. इसके बावजूद यूरिया के लिए किसान मारा-मारा फिर रहा है. ब्लैक में खरीदने की नौबत आ गई है"
खाद की किल्लत क्यों : सांसद सुनील सोनी ने कहा " राज्य सरकार झूठ बोलकर और आरोप लगाकर केंद्र पर उंगली उठा रही है. राज्य में 3 गुना खाद पड़ा होने के बावजूद किसानों को नहीं दिया जा रहा है. कांग्रेस नेता भ्रम फैला रहे हैं. हमारी मांग है छत्तीसगढ़ में किसानों को परेशान ना किया जाए. ईमानदारी से खाद उपलब्ध कराई जाए अन्यथा भारतीय जनता पार्टी आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी.''
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चिटफंड पर भी लगाए आरोप : चिटफंड कंपनी के मामले में रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सीएम (CM Bhupesh Baghel ) पर पलटवार करते हुए कहा कि " सबसे ज्यादा चिटफंड कंपनी दुर्ग में है. दुर्ग का प्रतिनिधित्व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करते हैं. छत्तीसगढ़ के सीएम ने कहा था कि हम एक-एक पैसा वापस करवाएंगे. तीन लाख आवेदन आए. 5 हजार आवेदनों का भी निराकरण नहीं हुआ है और वाहवाही लूट रहे हैं. भूपेश बघेल ने निवेशकों का 15 करोड़ वापस नहीं करवाया है और 50 करोड़ का विज्ञापन छाप दिया है."