रायपुर: प्रदेश में बढ़ाए गए बिजली की दरों को लेकर भाजपा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में शुक्रवार को बीजेपी ने एकात्म परिसर में एक पत्रकार वार्ता आयोजित की. जिसमें नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री राजेश मूणत ओर भाजपा प्रदेश मीडिया विभाग के प्रभारी नलिनीश ठोकने मौजूद रहे. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश में बिजली दर बढ़ाए जाने पर विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बिजली बढ़ोतरी को लेकर जो तुगलकी फैसला लिया है. उसके विरोध में 17 अगस्त को पूरे प्रदेश में कैंडल यात्रा (BJP candle march on August 17) निकाली जाएगी.
कैंडल मार्च (candle march) के साथ ही बिजली विभाग के कार्यालय में प्रदर्शन (Demonstration in the office of electricity department) भी किया जाएगा. राजधानी रायपुर के नगर निगम के 70 वार्ड, बिरगांव नगर निगम के 40 व माना के 15 वार्डों में भाजपा कार्यकर्ता जंगी प्रदर्शन व कैंडल यात्रा में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार जब से सत्ता में आयी है. उस दिन से ही हर वादे पर मुकरने व विश्वासघात करने का नया अध्याय रच रही है.
बिजली बिल हाफ, कर्जा माफ के वादे के साथ सत्ता में आयी थी कांग्रेस
इस कोरोना काल में आम उपभोक्ताओं को मदद की बजाय बिजली बिल के दरों में बढ़ोतरी (Electricity bill rates hike) कर प्रदेश की कांग्रेस सरकार (chhattisgarh government) ने साबित कर दिया है कि उन्हें जन सरोकार से कोई मतलब नहीं और सत्ता का आनंद ही उनका अंतिम लक्ष्य है. कौशिक ने कहा कि इस समय पूरा प्रदेश, कांग्रेस सरकार के इस फैसले से ठगा हुआ महसूस कर रहा है. बिजली बिल हाफ, कर्जा माफ के वादे के साथ सत्ता में आयी कांग्रेस ने जनता को बिजली में 8 पैसे के राहत न देने के बजाय 8 प्रतिशत दर बढ़ाकर दगा किया है.
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने बढ़ते बिजली दर पर जताया विरोध
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि विद्युत नियामक आयोग ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए घरेलू बिजली की औसत दर 6.41 निर्धारित की है. जो पिछले साल 5.93 यूनिट थी. अब यह दर पिछले साल की तुलना में 48 पैसा ज्यादा होगा. जब बीजेपी सरकार में थी तब पूरे प्रदेश में सरप्लस इलेक्ट्रिक स्टेट के रूप में ख्याति प्राप्त कर चुके थे. लेकिन जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आयी है. बिजली कटौती से समाज का हर वर्ग परेशान है. प्रदेश के किसी शहर, गांव, टोले में बिजली की आपूर्ति सही नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के इस फैसले से किसान से लेकर मजदूर तक हर व्यक्ति परेशान है. अब तो परिस्थितियां यह हो चली है कि नए कनेक्शन लेने में भी आम उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.