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नक्सली इलाकों में संजीवनी बनी बाइक एंबुलेंस, गर्भवती महिला को पहुंचाया अस्पताल - Bike ambulance in narayanpur

नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बाइक एंबुलेंस के जरिए गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया गया. महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है.

Bike ambulance
बाइक एंबुलेंस
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Published : Jun 19, 2020, 2:49 PM IST

रायपुर: नक्सल प्रभावित जिले नारायणपुर के अंदरूनी गांव कोडोली में गर्भवती महिला को बाइक एंबुलेंस ने सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया. महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. साथी समाज सेवी संस्था के स्वास्थ्य कार्यकर्ता जंगलों और पहाड़ों पर बसे गांव में बाइक एंबुलेंस के जरिए स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कर रहे हैं. इससे पहले भी बाइक एंबुलेंस ने अन्दरूनी गांव की कई गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों को सुरक्षित नजदीक स्वास्थ्य केन्द्रों में पहुंचा कर उनकी जान बचाई है.

बिलासपुर: निजी खदान में तेज विस्फोट से घरों में पड़ी दरारें, ग्रामीणों ने की शिकायत

साथी संस्था के कार्यकर्ता बीरसिंह कोर्राम को हिकपुला गांव से मनीराम नाम के व्यक्ति का फोन आया. उसने बताया कि कोडोली के फूलराम की पत्नी दुलारी प्रसव पीड़ा से कहरा रही है. उन्हें एंबुलेंस की जरुरत है. बीरसिंह ने बिना देर किए धनोरा स्वास्थ्य केन्द्र में मोटर बाइक पायलट और कांउसलर को फोन करके ग्राम कोडोली आने की बात कही. नदी-नालों और पहाड़ी रास्ता होने की वजह से गांव तक किसी भी वाहन से पहुंच पाना कठिन है. ऐसे में बाइक एंबुलेंस महिला के घर तक पहुंची और उसे लेकर तत्काल अस्पताल के लिए रवाना हुआ.

एंबुलेंस से पहुंची स्वास्थ्य केंद्र

महिला का गांव नदी के पार होने की वजह से वहां तक पहुंचने में कठिनाई हुई लेकिन सावधानी से महिला को धनोरा स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया गया.
जहां नर्स कंचन और सविता नेताम ने दुलारी का सुरक्षित प्रसव कराया और दुलारी ने स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया. डिस्चार्ज होने के बाद दुलारी और बच्चे को मोटर बाइक एम्बुलेंस से वापस उसके गांव छोड़ा गया. महिला ने शासन, प्रशासन और स्वास्थ्य अमले को धन्यवाद दिया. साथी समाज सेवी संस्था जिला प्रशासन के सहयोग से नारायणपुर जिले में लगभग 8 वर्ष से स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता और लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है.

रायपुर: नक्सल प्रभावित जिले नारायणपुर के अंदरूनी गांव कोडोली में गर्भवती महिला को बाइक एंबुलेंस ने सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया. महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. साथी समाज सेवी संस्था के स्वास्थ्य कार्यकर्ता जंगलों और पहाड़ों पर बसे गांव में बाइक एंबुलेंस के जरिए स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कर रहे हैं. इससे पहले भी बाइक एंबुलेंस ने अन्दरूनी गांव की कई गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों को सुरक्षित नजदीक स्वास्थ्य केन्द्रों में पहुंचा कर उनकी जान बचाई है.

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साथी संस्था के कार्यकर्ता बीरसिंह कोर्राम को हिकपुला गांव से मनीराम नाम के व्यक्ति का फोन आया. उसने बताया कि कोडोली के फूलराम की पत्नी दुलारी प्रसव पीड़ा से कहरा रही है. उन्हें एंबुलेंस की जरुरत है. बीरसिंह ने बिना देर किए धनोरा स्वास्थ्य केन्द्र में मोटर बाइक पायलट और कांउसलर को फोन करके ग्राम कोडोली आने की बात कही. नदी-नालों और पहाड़ी रास्ता होने की वजह से गांव तक किसी भी वाहन से पहुंच पाना कठिन है. ऐसे में बाइक एंबुलेंस महिला के घर तक पहुंची और उसे लेकर तत्काल अस्पताल के लिए रवाना हुआ.

एंबुलेंस से पहुंची स्वास्थ्य केंद्र

महिला का गांव नदी के पार होने की वजह से वहां तक पहुंचने में कठिनाई हुई लेकिन सावधानी से महिला को धनोरा स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया गया.
जहां नर्स कंचन और सविता नेताम ने दुलारी का सुरक्षित प्रसव कराया और दुलारी ने स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया. डिस्चार्ज होने के बाद दुलारी और बच्चे को मोटर बाइक एम्बुलेंस से वापस उसके गांव छोड़ा गया. महिला ने शासन, प्रशासन और स्वास्थ्य अमले को धन्यवाद दिया. साथी समाज सेवी संस्था जिला प्रशासन के सहयोग से नारायणपुर जिले में लगभग 8 वर्ष से स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता और लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है.

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