रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कौशल्या मंदिर अपने आप में अनोखा है. यह भगवान श्रीराम की माता कौशल्या की जन्मस्थली मानी जाती है. यह स्थान रायपुर से तकरीबन 25 किलोमीटर दूर चंदखुरी में स्थित है. करीब 126 तालाब वाले इस गांव में सात तालाबों से घिरे जलसेन तालाब के बीच प्राचीन द्वीप पर यह मंदिर बना है, जहां भगवान श्रीराम की माता कौशल्या की प्रतिमा स्थापित है और रामलला उनकी गोद में विराजमान हैं.
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मंदिर के पंडित संतोष कुमार शर्मा का कहना है कि ये भगवान राम की माता कौशल्या की जन्मस्थली है. शर्मा ने बताया कि मंदिर में एक ही पत्थर पर उभरी माता कौशल्या और भगवान श्रीराम की प्रतिमा गांव के जलसेन तालाब से ही निकली है, जो आठवीं शताब्दी की है. पुरातत्व विभाग भले ही इसे प्रमाणित नहीं करता है, लेकिन लोगों की आस्था ने इस स्थान को मनोरम और पूजनीय बना दिया है.
दशरथ का लगा है दरबार
कौशल्या माता का मंदिर हरियाली और मंदिरों से घिरा हुआ है. भगवान शिव और नंदी की विशाला प्रतिमा यहां स्थित है. द्वीप के द्वार पर हनुमान जी विराजमान हैं. दशरथ का दरबार यहां लगा है. भूपेश सरकार के 2 साल पूरे हो चुके हैं. इस 2 साल को यादगार बनाने के लिए चंदखुरी स्थित कौशल्या मंदिर में भव्य आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित मंत्रिमंडल के सदस्य शामिल हो रहे हैं.