रायपुर: छत्तीसगढ़ के खाद्य और संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट कांग्रेस में अनुकंपा में आए थे और वापस चले गए. अमरजीत भगत ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने से कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं हुआ है. भगत का कहना है कि अगर पायलट भी जाते हैं तो पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
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पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस पार्टी अंदरूनी राजनीति से जूझ रही है. कुछ महीने पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ भाजपा ज्वॉइन कर ली थी. उन्हें बीजेपी ने राज्यसभा भी भेज दिया है. इधर मध्य प्रदेश की बगावत के बाद कांग्रेस उबरती राजस्थान में उठा-पटक जारी है. सचिन पायलट को पार्टी ने उप मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ के पद से हटा दिया है. भगत ने कहा कि जिस संगठन ने इतना दिया, उससे इस तरह का धोखा नहीं करना चाहिए.
'पायलट के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह'
ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट के पार्टी छोड़े जाने को लेकर छत्तीसगढ़ के खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत से सवाल किया गया है तो उनका कहना था कि, 'एक तो पहले चले गए थे और दूसरे को भ्रमित कर दिया गया, जिससे उनका नुकसान हो गया. पडिप्टी सीएम की कुर्सी चली गई साथ ही प्रदेश अध्यक्ष भी नहीं रहे उनके भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग गया'.
'अनुकंपा में आए थे, चले गए'
साथ ही इन दोनों नेताओं के पार्टी से बाहर जाने के पीछे असंतोष को लेकर जब अमरजीत से सवाल किया गया है तो उनका कहना था कि दोनों नेता अनुकंपा में आए थे और दोनों वापस चले गए. अमरजीत भगत ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट को अनुकंपा बताया है यानी कि अमरजीत के अनुसार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे माधवराव सिंधिया की मृत्यु के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी में जगह दी गई इसी तरह राजेश पायलट की मृत्यु के बाद सचिन पायलट को पार्टी में स्थान दिया गया. और इस तरह से दोनों नेताओं की पार्टी में अनुकंपा नियुक्ति की गई.