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नशे के खिलाफ पुलिस का हल्लाबोल, करोड़ों का नशीला पदार्थ जब्त - अंतरराज्यीय तस्करों का भी भंडाफोड़

छत्तीसगढ़ में पुलिस ने गांजा तस्करों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है. अब तक सिर्फ राजधानी रायपुर में ही करोड़ों रुपए का गांजा समेत अन्य नशीले सामान जब्त किए जा चुके (Drugs worth crores seized ) हैं.

Action against intoxicants of Raipur Police
रायपुर में नशे के खिलाफ पुलिस का एक्शन
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Published : May 30, 2022, 6:58 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ में बढ़ते नशे के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए सीएम भूपेश बघेल ने सख्त निर्देश दिए थे. इसके बाद पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट(एसीसीयू) का गठन किया. एसीसीयू के गठन के बाद टीम नशे के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. इस बीच साइबर यूनिट ने कई बड़े तस्करों के नेटवर्क को भी ध्वस्त करने में कामयाबी हासिल की है. एसीसीयू के गठन के बाद से 4 माह में 14 महत्वपूर्ण मामलों में 39 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें साइबर यूनिट ने आरोपियों के कब्जे से एक करोड़ के नशीले पदार्थ बरामद किए (Drugs worth crores seized ) हैं.

किस थाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई : एसीसीयू गठन के बाद से टीम ने सर्वाधिक सिविल लाइन थाना क्षेत्र में कार्रवाई की (Action against intoxicants of Raipur Police ) है. जिसमें करीब 9 शातिर नशे के कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया है. जिनके कब्जे से 55 लाख रुपए कीमत के गांजा, चरस, प्रतिबंधित गोलियां और नशीले इंजेक्शन जब्त किए गए हैं. जबकि मंदिर हसौद थाना इलाके में महासमुंद के बसना इलाके के नशे के सौदागरों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है. जिसमें नशे के सौदागर महेंद्र पटेल और मयंक राज समेत देवेश सिन्हा को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से ब्राउन शुगर नशीली टेबलेट और गांजा समेत तस्करी में उपयोग किए गए वाहन भी जप्त किया है. जिनकी कीमत करीब 15 लाख रुपये (Police crackdown against drugs) है.


अंतरराज्यीय तस्करों का भी भंडाफोड़ : तस्कर लंबे समय से महासमुंद के रास्ते राजधानी होते हुए अन्य प्रदेशों में गांजे की तस्करी किया करते थे, लेकिन पिछले चार महीनों में दूसरे राज्यों में जाने वाले नशीले गांजे पर एसीसीयू ने बड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में टीम को कई महत्वपूर्ण सफलता मिली है. कई बड़े तस्करों का खुलासा हुआ है. टिकरापारा इलाके में मध्य प्रदेश के कटनी के नशे के तस्कर महेंद्र श्रीवास और लालू श्रीवास को बस के जरिए ओडिशा से कटनी ले जाते हुए गिरफ्तार किया था. उसके कब्जे से 18 किलोग्राम गांजा जब्त किया. जिसकी बाजार में कीमत करीब 65 लाख रुपये आंकी गई. साथ ही नशीली सिरप पर भी बड़ी कार्रवाई करते हुए 90 नग प्रतिबंधित सिर्फ जप्त किया. इसके अलावा गंज थाना इलाके में रायपुर और उड़ीसा के तीन नशे के सौदागर को भी गिरफ्तार करने में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता मिली है. इस कार्रवाई में यूपी, मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों के कई बड़े तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़े हैं.

कहां से आती है गांजे की खेप : पुलिस के मुताबिक गांजे की तस्करी ओडिशा से होती (Ganja is smuggled from Odisha) है. ओडिशा से तस्कर गांजा लेकर महासमुंद के रास्ते रायपुर आते हैं. उसके बाद रायपुर से अन्य राज्यों में जाते हैं, लेकिन बीते कुछ माह से एसीसीयू की टीम लगातार इन तस्करों पर कार्रवाई कर रही है. जिसमें एसीसीयू को महत्वपूर्ण सफलता तो मिल रही है, लेकिन लोकल तस्करों पर कार्रवाई के लिए एसीसीयू की टीम फिसड्डी साबित हो रही है. क्योंकि राजधानी रायपुर में ही दो दर्जन से अधिक जगहों पर अवैध गांजे की बिक्री हो रही है. जिसकी बानगी शहर के ज्यादातर गली मोहल्ले में दिखाई देती हैं, जहां बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक चिलम फूंकते नजर आते हैं.

ये भी पढ़ें -गांजा सप्लाई करने पहुंचे 2 तस्कर गिरफ्तार

कितने तस्कर हुए गिरफ्तार : ग्रामीण एडिशनल एसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि ''पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जितने भी नारकोटिक्स के मामले हैं उस पर कार्रवाई करने के लिए एसएसपी के माध्यम से नारकोटिक सेल का गठन किया गया है. उसके बाद से अब तक 14 बड़े प्रकरणों में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है. जिसमें 39 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिनके कब्जे से करीब एक करोड़ के नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं. इसी तरह टीम लगातार नशे के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. जिसमें परिवहन के साथ-साथ बिक्री करने वालों पर भी कार्रवाई जारी है.''

रायपुर : छत्तीसगढ़ में बढ़ते नशे के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए सीएम भूपेश बघेल ने सख्त निर्देश दिए थे. इसके बाद पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट(एसीसीयू) का गठन किया. एसीसीयू के गठन के बाद टीम नशे के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. इस बीच साइबर यूनिट ने कई बड़े तस्करों के नेटवर्क को भी ध्वस्त करने में कामयाबी हासिल की है. एसीसीयू के गठन के बाद से 4 माह में 14 महत्वपूर्ण मामलों में 39 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें साइबर यूनिट ने आरोपियों के कब्जे से एक करोड़ के नशीले पदार्थ बरामद किए (Drugs worth crores seized ) हैं.

किस थाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई : एसीसीयू गठन के बाद से टीम ने सर्वाधिक सिविल लाइन थाना क्षेत्र में कार्रवाई की (Action against intoxicants of Raipur Police ) है. जिसमें करीब 9 शातिर नशे के कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया है. जिनके कब्जे से 55 लाख रुपए कीमत के गांजा, चरस, प्रतिबंधित गोलियां और नशीले इंजेक्शन जब्त किए गए हैं. जबकि मंदिर हसौद थाना इलाके में महासमुंद के बसना इलाके के नशे के सौदागरों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है. जिसमें नशे के सौदागर महेंद्र पटेल और मयंक राज समेत देवेश सिन्हा को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से ब्राउन शुगर नशीली टेबलेट और गांजा समेत तस्करी में उपयोग किए गए वाहन भी जप्त किया है. जिनकी कीमत करीब 15 लाख रुपये (Police crackdown against drugs) है.


अंतरराज्यीय तस्करों का भी भंडाफोड़ : तस्कर लंबे समय से महासमुंद के रास्ते राजधानी होते हुए अन्य प्रदेशों में गांजे की तस्करी किया करते थे, लेकिन पिछले चार महीनों में दूसरे राज्यों में जाने वाले नशीले गांजे पर एसीसीयू ने बड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में टीम को कई महत्वपूर्ण सफलता मिली है. कई बड़े तस्करों का खुलासा हुआ है. टिकरापारा इलाके में मध्य प्रदेश के कटनी के नशे के तस्कर महेंद्र श्रीवास और लालू श्रीवास को बस के जरिए ओडिशा से कटनी ले जाते हुए गिरफ्तार किया था. उसके कब्जे से 18 किलोग्राम गांजा जब्त किया. जिसकी बाजार में कीमत करीब 65 लाख रुपये आंकी गई. साथ ही नशीली सिरप पर भी बड़ी कार्रवाई करते हुए 90 नग प्रतिबंधित सिर्फ जप्त किया. इसके अलावा गंज थाना इलाके में रायपुर और उड़ीसा के तीन नशे के सौदागर को भी गिरफ्तार करने में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता मिली है. इस कार्रवाई में यूपी, मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों के कई बड़े तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़े हैं.

कहां से आती है गांजे की खेप : पुलिस के मुताबिक गांजे की तस्करी ओडिशा से होती (Ganja is smuggled from Odisha) है. ओडिशा से तस्कर गांजा लेकर महासमुंद के रास्ते रायपुर आते हैं. उसके बाद रायपुर से अन्य राज्यों में जाते हैं, लेकिन बीते कुछ माह से एसीसीयू की टीम लगातार इन तस्करों पर कार्रवाई कर रही है. जिसमें एसीसीयू को महत्वपूर्ण सफलता तो मिल रही है, लेकिन लोकल तस्करों पर कार्रवाई के लिए एसीसीयू की टीम फिसड्डी साबित हो रही है. क्योंकि राजधानी रायपुर में ही दो दर्जन से अधिक जगहों पर अवैध गांजे की बिक्री हो रही है. जिसकी बानगी शहर के ज्यादातर गली मोहल्ले में दिखाई देती हैं, जहां बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक चिलम फूंकते नजर आते हैं.

ये भी पढ़ें -गांजा सप्लाई करने पहुंचे 2 तस्कर गिरफ्तार

कितने तस्कर हुए गिरफ्तार : ग्रामीण एडिशनल एसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि ''पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जितने भी नारकोटिक्स के मामले हैं उस पर कार्रवाई करने के लिए एसएसपी के माध्यम से नारकोटिक सेल का गठन किया गया है. उसके बाद से अब तक 14 बड़े प्रकरणों में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है. जिसमें 39 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिनके कब्जे से करीब एक करोड़ के नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं. इसी तरह टीम लगातार नशे के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. जिसमें परिवहन के साथ-साथ बिक्री करने वालों पर भी कार्रवाई जारी है.''

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