रायपुर: एक तरफ शासन-प्रशासन कोरोना मरीजों का आंकाड़ा बढ़ने से परेशान है तो दूसरी तरफ ठगी करने वाले लोगों को लूटने में लगे हैं. इसी बीच राजधानी में सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी इससे पहले भी कई लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है.
राखी क्षेत्र के ग्राम निमोरा निवासी 35 साल के उमेश बारले ने सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर कई लोगों के साथ ठगी की है. आरोपी ने खुद को मंत्रालय में बड़े अधिकारियों और मंत्रियों से पहचान होने का झांसा देकर कई बेरोजगारों को अपना निशाना बनाया है. आरोपी बेरोजगारों को मिलने के लिए मंत्रालय के बाहर ही बुलाता था जिससे आसानी से लोग उसके झांसे में आ जाते थे.
पुलिस विभाग में नौकरी के नाम पर ठगी
इस पूरे मामले की शिकायत पीड़ितों ने राखी थाने में दर्ज कराई है. एक ही दिन में आरोपी के खिलाफ 3 मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने भिलाई के रिसाली में रहने वाली चंद्रकला चतुर्वेदी को पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर झांसा दिया और उससे 2 लाख रूपए लिए. इसी तरह आरोपी ने कई और लोगों को अपना शिकार बनाया है.
रेलवे में नौकरी लगाने का दिया झांसा
वहीं दुर्ग के रहने वाले लक्ष्मीनारायण धृतलहरे से रेलवे में टेक्नीशियन ग्रुप डी के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर 4 लाख 10 हजार रुपए और छुरिया राजनांदगांव के रहने वाले बेरोजगार युवक नोहर कुमार सिन्हा से एक एयरलाइंस कंपनी में ग्राउंड हैंडलिंग के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर 2 लाख रूपए की ठगी की है. इस तरह आरोपी ने तीन लोगों से कुल 8 लाख 10 हजार की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है.
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पहले भी जेल की हवा खा चुका है आरोपी
बताया जा रहा है कि आरोपी आदतन अपराधी है और इससे पहले भी धोखाधड़ी के आरोप में जेल जा चुका है. इन मामलों के सामने आने के बाद और भी लोगों के साथ धोखाधड़ी के मामले सामने आ सकते हैं. इस मामले को लेकर राखी पुलिस का कहना है कि पीड़ितों से मिली शिकायत के आधार पर आरोपी उमेश बारले के खिलाफ 3 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं. आरोपी उमेश को उसके निवास ग्राम निमोरा से गिरफ्तार कर लिया गया है.