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जांजगीर चांपा : मेडिकल स्टोर की आड़ में चल रहा था नशीली दवा का काला कारोबार, सारागांव पुलिस ने किया भंडाफोड़ - सारागांव में नशीली दवाएं बिक रहीं थीं

SARAGAON CRIME NEWS : सारागांव पुलिस ने मेडिकल स्टोर में छापेमारी कर भारी मात्रा में नशीली दवा बरामद की. वहीं अब कार्रवाई में पुलिस की लेटलतीफी पर सवाल उठने लगे हैं.

Black drug business was going on under the guise of medical store
मेडिकल स्टोर की आड़ में चल रहा था नशीली दवा का काला धंधा
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Published : Mar 15, 2022, 3:03 PM IST

जांजगीर-चांपा : सारागांव पुलिस (saragaon police) ने जिले में फल-फूल रहे नशीली दवा के कारोबार पर नकेल कसनी शुरू की है. इसी कड़ी में पुलिस ने सारागांव के एक मेडिकल स्टोर में छापेमारी कर भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवा जब्त की है. इस मामले में पुलिस ने मेडिकल स्टोर संचालक की गिरफ्तारी भी की है. सारागांव पुलिस ने नगर के राठौर मेडिकल स्टोर (Rathore Medical Store) में छापा मारा. इस दौरान मेडिकल स्टोर से 1584 पीस प्रतिबंधित नशीली दवा (saps trancan plus) बरामद किया गया है. दवा का बैच नंबर CBC 0772 /21 है. पुलिस की इस कार्रवाई में ड्रग विभाग के अधिकारी भी शामिल थे. पुलिस ने आरोपी कुलदीप राठौर के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) के तहत कार्रवाई की है.

पुलिस ने कई बार मेडिकल स्टोर संचालकों को दी है समझाईश

पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने जिले के सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को प्रतिबंधित दवा नहीं रखने और उसकी बिक्री भी नहीं करने के निर्देश दिये थे. कुछ मेडिकल स्टोर संचालक चोरी-छिपे पैसों के लालच में ये दवा बेच रहे हैं. वहीं जिले में मेडिकल स्टोर की निगरानी के लिए ड्रग विभाग ने अधिकारियों की नियुक्ति की है. वे लगातार अलग-अलग मेडिकल स्टोर में दवा के पंजीयन और स्टॉक की जानकारी लेते हैं. लेकिन जब बात नशीली दवाओं की आती है तो अधिकारियों की आंखें बंद हो जाती हैं. यही वजह की इन्हीं अधिकारियों की नाक के नीचे नशे का कारोबार बढ़ रहा है.


ये भी पढ़ें- दारासिंह ने युवक को उतारा था मौत के घाट, हवालात पहुंचा मुजरिम

प्रतिबंधित दवाओं के सोर्स की तलाश, लेकिन सवालों में पुलिसिया कार्रवाई


सारागांव का नाम छत्तीसगढ़ की राजनीति में कद्दावर नेता डॉक्टर चरणदास महंत (Dr. Charandas Mahant) के गृह ग्राम के नाम से जाना जाता है. विधानसभा अध्यक्ष के गांव में फैल रहे नशीली दवा के इस कारोबार को मेडिकल स्टोर के माध्यम से कौन संचालित कर रहा है, यह बड़ा सवाल है. इस मामले में पुलिस ने पहले सोमवार रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी साझा करने की बात कही थी, लेकिन अचानक इसका समय बदलकर मंगलवार सुबह कर दिया गया. इसके बाद यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कहीं पुलिस किसी के दबाव में तो ऐसा नहीं कर रही.

जांजगीर-चांपा : सारागांव पुलिस (saragaon police) ने जिले में फल-फूल रहे नशीली दवा के कारोबार पर नकेल कसनी शुरू की है. इसी कड़ी में पुलिस ने सारागांव के एक मेडिकल स्टोर में छापेमारी कर भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवा जब्त की है. इस मामले में पुलिस ने मेडिकल स्टोर संचालक की गिरफ्तारी भी की है. सारागांव पुलिस ने नगर के राठौर मेडिकल स्टोर (Rathore Medical Store) में छापा मारा. इस दौरान मेडिकल स्टोर से 1584 पीस प्रतिबंधित नशीली दवा (saps trancan plus) बरामद किया गया है. दवा का बैच नंबर CBC 0772 /21 है. पुलिस की इस कार्रवाई में ड्रग विभाग के अधिकारी भी शामिल थे. पुलिस ने आरोपी कुलदीप राठौर के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) के तहत कार्रवाई की है.

पुलिस ने कई बार मेडिकल स्टोर संचालकों को दी है समझाईश

पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने जिले के सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को प्रतिबंधित दवा नहीं रखने और उसकी बिक्री भी नहीं करने के निर्देश दिये थे. कुछ मेडिकल स्टोर संचालक चोरी-छिपे पैसों के लालच में ये दवा बेच रहे हैं. वहीं जिले में मेडिकल स्टोर की निगरानी के लिए ड्रग विभाग ने अधिकारियों की नियुक्ति की है. वे लगातार अलग-अलग मेडिकल स्टोर में दवा के पंजीयन और स्टॉक की जानकारी लेते हैं. लेकिन जब बात नशीली दवाओं की आती है तो अधिकारियों की आंखें बंद हो जाती हैं. यही वजह की इन्हीं अधिकारियों की नाक के नीचे नशे का कारोबार बढ़ रहा है.


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सारागांव का नाम छत्तीसगढ़ की राजनीति में कद्दावर नेता डॉक्टर चरणदास महंत (Dr. Charandas Mahant) के गृह ग्राम के नाम से जाना जाता है. विधानसभा अध्यक्ष के गांव में फैल रहे नशीली दवा के इस कारोबार को मेडिकल स्टोर के माध्यम से कौन संचालित कर रहा है, यह बड़ा सवाल है. इस मामले में पुलिस ने पहले सोमवार रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी साझा करने की बात कही थी, लेकिन अचानक इसका समय बदलकर मंगलवार सुबह कर दिया गया. इसके बाद यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कहीं पुलिस किसी के दबाव में तो ऐसा नहीं कर रही.

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