रायगढ़: लैलूंगा थाना क्षेत्र में कथित प्रायवेट डॉक्टर तिरथो राम प्रधान पर एक सात साल की बच्ची का गलत उपचार करने का मामला सामने आया. आरोपी कथित प्रायवेट डॉक्टर बीमार बच्ची की हालत जानकर भी अपना उपचार करता रहा. जिसके चलते सही उपचार के अभाव और गलत इंजेक्शन देने की वजह से बच्ची की मौत हो गई. मामले में लैलूंगा पुलिस ने आरोपी पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. Girl dies during treatment in Raigad
क्या है पूरा मामला: पुलिस जांच के दौरान मृतिका के पिता ने बताया कि 01 अक्टूबर को सबेरे सोकर उठा, तो लडकी इरफा खान को काफी तेज बुखार था. तब पडोस में रहने वाले तिरथो राम प्रधान निवासी ग्राम केनापारा, जो लैलूंगा शांतिनगर में रहकर प्रायवेट डॉक्टर के रूप में ईलाज करता है, उसके घर ले जाकर लड़की का चेकअप कराया गया. तिरथो ने लड़की को चेक कर उसे एक के बाद एक तीन इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद लडकी इरफा खान का तबियत और खराब होने लगी. लड़की बाथरूम गयी, बाथरूम से निकलने के बाद उसके मुंह और नाक से झाग निकलने लगा. तब तिरथो राम प्रधान बोला लड़की की तबियत ज्यादा खराब हो रही है और अस्पताल ले जाने की बात कहने लगा. बच्ची को तुरंत सीएचसी अस्पताल लैलूंगा गया. लेकिन डॉक्टर ने बच्ची को चेक किया, तो उसकी मौत हो चुकी थी.
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घटना के बाद से था फरार, पुलिस ने किया गिरफ्तार: जांच दौरान तिरथो राम प्रधान के घर आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि "तिरथो राम नस, हड्डी फैक्चर आदि का आयुर्वेदिक तरीके से ईलाज करता था. डिग्रीधारी था या नहीं इसकी जानकारी नहीं है. आरोपी तिरथो राम प्रधान अपने शांतिनगर के निवास और ग्राम केनापारा दोनों स्थान से फरार हो गया था. जिसकी पतासाजी और गिरफ्तारी के लिये पुलिस टीम व मुखबिर तैनात किया गया. 12 अक्टूबर को मुखबिर की सूचना पर आरोपी तिरथो राम प्रधान को गिरफ्तार कर लिया गया. अदालत में पेश करने पर कोर्ट ने आरोपी को रिमांड पर भेजा गया है. accused doctor arrested